tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post1208453576649723314..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: फोकट के फुग्गे में फूंक भरनाअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-31933282201059092902010-02-28T00:54:49.879+05:302010-02-28T00:54:49.879+05:30आपको होली पर्व की घणी रामराम.
रामरामआपको होली पर्व की घणी रामराम.<br /><br /><a href="http://taau.taau.in" rel="nofollow">रामराम</a>ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-38544704966733801892010-02-27T22:11:41.944+05:302010-02-27T22:11:41.944+05:30@अली साहब,
डर तो ये था की आप फुग्गे में सुई चुभो द...@अली साहब,<br />डर तो ये था की आप फुग्गे में सुई चुभो देंगे, आप ने तो और फुला दिया ! और ये बासीजी को भंग के मौसम में क्या पेश कर दिया, वैसे तो वो आज की महफ़िल में तशरीफ ही नहीं लाये.Mansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-34314963050696980152010-02-27T22:08:46.110+05:302010-02-27T22:08:46.110+05:30फूं फूं करना(भूं भूं करना भी) का पंजाबी में मतलब ह...फूं फूं करना(भूं भूं करना भी) का पंजाबी में मतलब होता है फोकी शान दिखाना. ऐसे आदमी को 'फुकरा' या 'फूकी' भी कहते हैं. 'फूं फां' का मतलब फोकी शान. 'फूक लेना' या 'फूक में आना' का मतलब आपनी परशंसा करना. <br />फूकनी को पंजाबी में 'भूकना' बोलते हैं. प्याज के शिखर को 'भूक' बोलते हैं.<br />'फोका पानी' का मतलब सादा पानी अर्थात बिना मीठे वगैरा के. <br />'फोकट' शब्द भी पंजाबी में है जिस का मतलब चीज़ जिस से तत्व निकाल दिया गया हो. बेसुआद चीज 'फुक्ली' होती है.<br />इसबगोल की 'फक्क' होती है. 'रंग फक्क होना' का मतलब घबराहट या डर से मूंह का रंग उड़ जाना. 'फक्का न रहना' का मतलब ठन ठन गोपाल होना.Baljit Basihttps://www.blogger.com/profile/11378291148982269202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-290432783013802182010-02-27T19:46:07.200+05:302010-02-27T19:46:07.200+05:30फूंक और फोकट और फुग्गा भी । वाह, अच्छे अच्छों की फ...फूंक और फोकट और फुग्गा भी । वाह, अच्छे अच्छों की फूंक निकल गई होगी ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-83615456766398642052010-02-27T19:09:30.106+05:302010-02-27T19:09:30.106+05:30@मंसूर अली साहब (सोच थोड़ी होलीमय होगयी है,क्षमा य...@मंसूर अली साहब (सोच थोड़ी होलीमय होगयी है,क्षमा याचना सहीत ) <br /><br />हुज़ूर 'सोच' पर तो आपका हक़ है ही , रही 'क्षमा याचना' वो अजित जी की , बाक़ी में से 'होली' लेकर 'मय' बासी जी के लिए छोड़ दी है :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-37553883004538770772010-02-27T11:36:11.103+05:302010-02-27T11:36:11.103+05:30बस फूँक मार मार कर पढ रहे हैं कहीं कुछ रह न जाये प...बस फूँक मार मार कर पढ रहे हैं कहीं कुछ रह न जाये पढने से । आपको व परिवार को होली की शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-24426121671782214802010-02-27T10:41:35.331+05:302010-02-27T10:41:35.331+05:30फोकट में आज बहुत हीं अच्छी जानकारी मिली ।फोकट में आज बहुत हीं अच्छी जानकारी मिली ।Chandan Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/11389708339225697162noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-37680725998241567102010-02-27T10:17:03.485+05:302010-02-27T10:17:03.485+05:30होली की शुभकामनाएँ!होली की शुभकामनाएँ!डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-30250007588649671382010-02-27T09:54:43.966+05:302010-02-27T09:54:43.966+05:30फाल्गुन में फुग्गे से फौव्वारे उडाती हुई पोस्ट, पस...फाल्गुन में फुग्गे से फौव्वारे उडाती हुई पोस्ट, पसंद आई, होली मुबारक - आपको एवम सभी ब्लोगर्स व् पाठक बंधूओं और बन्धीनीओ ! को.......<br /> <br />होली का रंग भर दिये फुग्गा फुलायके,<br />चोली पे हो गुलाल तो फूंको* संभाल के,<br />फेंको अबीर भी तो नज़र को बचायके,<br />मस्ती में आ गए हो तो ठुमका लगायके.<br /><br />*महीन कणों को फूंक से उड़ाने की समझाइश आपने ही दी है.<br /><br />नोट: १-फुग्गा और भी फूलना चाहता था, लेकिन फूटने के डर से रोक दिया. अब देखे इसकी हवा कोन निकालता है- बासीजी या अली साहब !<br /> २- सोच थोड़ी होलीमय होगयी है, क्षमा याचना सहीत .Mansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-9415591725749200732010-02-27T09:39:05.966+05:302010-02-27T09:39:05.966+05:30फूंक फूंक कर ही पढ़ा जी । आनंद आ गया ।
आपको और आपके...फूंक फूंक कर ही पढ़ा जी । आनंद आ गया ।<br />आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-76025417982750356172010-02-27T09:20:50.424+05:302010-02-27T09:20:50.424+05:30अजित भाई
सब सोहबत का असर है जो फूंक का व्यक्तित्व ...अजित भाई<br />सब सोहबत का असर है जो फूंक का व्यक्तित्व बहुआयामी होता जाता है ज़रा गौर फरमाइये - सांप / बलून / सुई / फूंकनी / क़दमों की सोहबत में फूंक कैसे कैसे कैसे रंग बदलती है कभी धमकाती है / निष्प्राण करती है / परवान चढ़ाती है / सतर्कता को ध्वनित करती है वगैरह ...! उसपे तुर्रा ये कि फकीरों की सोहबत में ' जो घर फूंके आपणा ' की तर्ज पर माया मोह की निस्सारता बखान करने के साथ ही साथ आशीष / कल्याण / शुभता / आध्यात्मिक संरक्षण को भी अभिव्यक्त करती है और जब इसे पैसे की सोहबत नहीं मिलती तो .....?<br /><br /><br /><br />( एक बात और ..ये मत समझियेगा कि होली है सो फुला रहा हूँ मेरे हिसाब से ...पाठक चिंतन पर उतारू हो जाये ... पोस्ट की सार्थकता और विचारोत्तेजक लेखन करने वाले की निशानी है ! शुभकामनायें )उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-15445497366066034922010-02-27T06:36:58.906+05:302010-02-27T06:36:58.906+05:30"फूँक फूँक कर पैर रखना"
सुन्दर और सटीक व..."फूँक फूँक कर पैर रखना"<br />सुन्दर और सटीक व्याख्या!<br />होली की शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-23922483500261598432010-02-27T03:48:33.157+05:302010-02-27T03:48:33.157+05:30जी, प्रभु...फूंक मार मार कर पढ़ा और आनन्द उठाया!जी, प्रभु...फूंक मार मार कर पढ़ा और आनन्द उठाया!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43648299781059380332010-02-27T00:28:47.466+05:302010-02-27T00:28:47.466+05:30यहाँ तो रोज ही लोग फूँक मार मार कर फुलाने के चक्कर...यहाँ तो रोज ही लोग फूँक मार मार कर फुलाने के चक्कर में रहते हैं। कहते हैं आप तो कुछ भी कर सकते हैं। चाहें जो कर सकते हैं। जब मुकदमे की तारीख पडती है पाँच महिने की तो गुब्बारा पंचर हो जाता है। अब और भरो हवा, फूट गया न गुब्बारा!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-45987397208744755012010-02-27T00:11:29.149+05:302010-02-27T00:11:29.149+05:30बहुत सुन्दर सफर रहा यह भी।
घुघूती बासूतीबहुत सुन्दर सफर रहा यह भी।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-73581934189022620312010-02-26T23:30:23.595+05:302010-02-26T23:30:23.595+05:30बिल्कुल सटीक कह रहे हैं अजित भाई
यहां ब्लॉगरों क...बिल्कुल सटीक कह रहे हैं अजित भाई<br />यहां ब्लॉगरों को संगठित करने की बात चली<br />तो फोकट के फुग्गे में फूंक मारने वाले सक्रिय हो गए<br />और हमें फूंक फूंक कर कदम रखने को विवश होना पड़ा<br />हो सकता है कहीं चलना ही न छोड़ दें हम।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com