tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post1267624439933921559..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: सकीना और शान्तिअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-31557024908211501492012-05-22T20:52:56.418+05:302012-05-22T20:52:56.418+05:30सकीना ही शान्ति है और सुकून भी । सुंदर आलेख ।सकीना ही शान्ति है और सुकून भी । सुंदर आलेख ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-37395789046097567572012-05-21T10:19:46.939+05:302012-05-21T10:19:46.939+05:30जिज्ञासा 'शांत' कर गयी ये पोस्ट आपकी,
दिल ...जिज्ञासा 'शांत' कर गयी ये पोस्ट आपकी,<br />दिल को मिला 'सुकून', और मन को 'शान्ति'<br /><br />'वक़्त और मकाँ' ने अर्थ भी बदले है शब्द के, <br />'शब्दों' के मूल में छुपी कितनी ही क्रांति !<br /><br />अपना लिया जिसे वही 'अपना' ही हो गया,<br />'भाषा-विवाद' छोड़े ! करे दूर भ्रान्ति,<br /><br />'बहनापा' इनमे बाक़ी सलामत रहे ख़ुदा,<br />हर घर में 'सकीना' हो हर इक घर में 'शान्ति'.<br /><br />http://atm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-62408520494756636882012-05-17T09:53:10.125+05:302012-05-17T09:53:10.125+05:30दिलचस्प जानकारी। धन्यवाद।दिलचस्प जानकारी। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-9205413841822803082012-05-16T22:30:44.243+05:302012-05-16T22:30:44.243+05:30वाकई सुकून पहुचने वाला आलेख ......शुभकामनायेवाकई सुकून पहुचने वाला आलेख ......शुभकामनायेपुष्प कुलश्रेष्ठhttps://www.blogger.com/profile/03242204087043958878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-82126187042936408352012-05-16T22:11:20.306+05:302012-05-16T22:11:20.306+05:30शान्ति सबका प्रिय शब्द है..शान्ति सबका प्रिय शब्द है..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com