tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post1310349845489022639..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: // याद है ‘परकार’? जानिए ‘परकार’//अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-70165290649593464922015-05-01T11:35:50.267+05:302015-05-01T11:35:50.267+05:30बहुत खूब |
आज कल हिंदी ब्लॉग बहुत कम देखने को मिलत...बहुत खूब |<br />आज कल हिंदी ब्लॉग बहुत कम देखने को मिलते हैं |हमने भी एक हिंदी ब्लॉग बना कर हिंदी के प्रचार और प्रसार में अपना भी योगदान देना चाहा है | आप सभी आमंत्रित हैं -<br />http://arogyasanjeevani.blogspot.in/Meghahttps://www.blogger.com/profile/14392022534045271576noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-31247101508985298252015-04-15T18:31:00.611+05:302015-04-15T18:31:00.611+05:30यह आपका बहुत ही सराहनीय कर्म है, दैनिक उपयोग में आ...यह आपका बहुत ही सराहनीय कर्म है, दैनिक उपयोग में आनेवाले शब्दों से प्रेरणा लेकर साहित्याकाश में कुलांचे मारकर उड़नेवाले आप श्री अजित वडनेकर जी को सहस्र साधुवाद.<br /><br />चन्द्रकिशोर प्रसाद <br />मुम्बई Chandrakishore Prasadhttp://www.ckprasad.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-73091318948572843692015-04-15T12:26:43.725+05:302015-04-15T12:26:43.725+05:30I just couldn’t leave your website before saying t...I just couldn’t leave your website before saying that I really enjoyed the quality information you offer to your visitors… Will be back often to check up on new stuff you post!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10614686556849196607noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-14366586786202289822015-03-06T00:46:33.605+05:302015-03-06T00:46:33.605+05:30जै जै ! :) जै जै ! :) Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-15579747536022630492015-03-03T12:10:35.176+05:302015-03-03T12:10:35.176+05:30बहुत ही शानदार
http://puraneebastee.blogspot.in/
...बहुत ही शानदार <br />http://puraneebastee.blogspot.in/<br />@PuraneeBastee कमलhttps://www.blogger.com/profile/03191683692596888259noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-29260580631981973322015-02-28T22:31:23.060+05:302015-02-28T22:31:23.060+05:30बहुत ही ह्रदयस्पर्शी रचना।बहुत ही ह्रदयस्पर्शी रचना।कहकशां खानhttp://natkhatkahani.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-74182061192801616682015-02-27T11:53:39.824+05:302015-02-27T11:53:39.824+05:30कम्पाक्स बाक्स.... बतौर ईनाम मैंने कक्षा 3 में जीत...कम्पाक्स बाक्स.... बतौर ईनाम मैंने कक्षा 3 में जीता था....उसपर फौज़ी वर्दी वाले सरदार जी के हाथ की बंदूक और उसके अंदर रखे नाना "परकार" के मेरे हथियार....कितना गर्व महसूस किया था उस रोज़..तालियों से गूंजते हॉल में नीली हॉफ पैंट और सफ़ेद कमीज पहने , जब मैंने प्राचार्या जी से वो इनाम लिया था...!!<br />आपकी लेखनी ने यादों के केनवास में आज बचपन की यादों के चित्र उकेर दिए.....!!<br />शुक्रिया...प्रेम और प्रणाम..!सार-सूत्रhttps://www.blogger.com/profile/04434697862451276560noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-58418313211841380742015-01-13T03:06:40.749+05:302015-01-13T03:06:40.749+05:30सुबह शब्द का क्या इतिहास है? क्या सबा (बाद ए सबा),...सुबह शब्द का क्या इतिहास है? क्या सबा (बाद ए सबा), या शीबा से इसका सम्बन्ध है? हैदराबाद, अहमदाबाद और बरबाद का सम्बन्ध बाद (वात) से है? Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15751190066915307198noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-14467494388463323072015-01-09T21:46:21.721+05:302015-01-09T21:46:21.721+05:30सर जी कृपया विवाह से एक दिन पहले होने वाले मंढ़ा शब...सर जी कृपया विवाह से एक दिन पहले होने वाले मंढ़ा शब्द एवं नास्ता शब्द के बारे में बताएं ?कुमार अंकुर https://www.blogger.com/profile/05356271431499218636noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-23259272120491424632015-01-05T08:01:04.414+05:302015-01-05T08:01:04.414+05:30आप जिस प्रकार एक छोटे से शब्द पर बैठाकर पूरी दुनिय...आप जिस प्रकार एक छोटे से शब्द पर बैठाकर पूरी दुनिया की सैर कराते है, बहुत लाजवाब है। आपके "शब्दों का सफर" सचमुच ज्ञान का सागर है।prembahadursndhttps://www.blogger.com/profile/14662931348828722903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-59340655492849781562014-12-27T15:57:41.212+05:302014-12-27T15:57:41.212+05:30बच्चे का बस्ता बच्चे से भारी।
बच्चे को कर दी बढ़ाने...बच्चे का बस्ता बच्चे से भारी।<br />बच्चे को कर दी बढ़ाने की तैयारी॥गुलाब चंद जैसल https://www.blogger.com/profile/07784682246020554697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-6817428690394939912014-12-27T10:50:06.572+05:302014-12-27T10:50:06.572+05:30बहुत बढ़िया लगा.कम्पास बॉक्स को हम पंजाबी में जमैट्...बहुत बढ़िया लगा.कम्पास बॉक्स को हम पंजाबी में जमैट्री बकस कहते हैं , protrctor को चाँद की शकल जैसा होने के कारन चांदा और divider को सूआ.protractor में tractor का अर्थ भी परकार में कार की तरह खींचना ही है . कुछ संदेह हैं. हमारी भाषाओँ में परकार शब्द क्या फारसी परगार का बदला रूप है या फारसी से ही ऐसा आया है? क्योंकि फारसी में परकार भी है.हालाँकि ज़्यादा परचलत परगार ही लगता है.फिर खेत तो चौरस होते हैं उनका गोल गोल सीमांकन करने की क्या ज़रुरत है? <br /> Baljit Basihttps://www.blogger.com/profile/11378291148982269202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-23076030146946817582014-12-26T03:40:44.305+05:302014-12-26T03:40:44.305+05:30बहुत शुक्रिया प्रतिभाजी|
बहुत शुक्रिया प्रतिभाजी|<br />अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-52077966374077646242014-12-25T23:58:58.281+05:302014-12-25T23:58:58.281+05:30शब्दों की खोज-बीन भी ज्ञानवर्धक होने के साथ ही कित...शब्दों की खोज-बीन भी ज्ञानवर्धक होने के साथ ही कितनी सरस (साहित्यिक),चित्रात्मक और आनन्दप्रद हो सकती है - कोई आपसे सीखे :<br />हम तो,आपकी बदौलत परकार और 'कंपाक्स' ('डी' भी वहीं थी) के दिनों में घूम आए- धन्यवाद !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.com