tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post1417389400902371027..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: रुखे-रोशन का रोज़नामचा…[रुख-1]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-40642879237049277302016-11-23T23:01:36.219+05:302016-11-23T23:01:36.219+05:30हिंदी में सही शब्द क्या है? सियाही या स्याही।हिंदी में सही शब्द क्या है? सियाही या स्याही।vineetjshttps://www.blogger.com/profile/08074630378327201692noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-73087149929491018182009-04-16T01:03:00.000+05:302009-04-16T01:03:00.000+05:30और रोज़ की ही श्रृंखला में रोज़नामचा, दैनन्दिनी, ड...और रोज़ की ही श्रृंखला में रोज़नामचा, दैनन्दिनी, डायरी, लॉग जो बाद में तकनीकी मार्ग / इण्टरनेट पर होता हुआ बना वेब-लॉग और ब्लॉग! (गम्भीरता से न लें, बस यूँ ही कुछ समानता लगी)Rajeev (राजीव)https://www.blogger.com/profile/04166822013817540220noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-161761336005930222009-04-15T21:53:00.000+05:302009-04-15T21:53:00.000+05:30बहुत खूब. चंद सालों पहले मैं फारसी सीखने की कोशिश ...बहुत खूब. चंद सालों पहले मैं फारसी सीखने की कोशिश कर रहा था, बोलना तो नहीं पर लिखना-पढना सीख गया. तभी मैंने संस्कृत और फारसी में अद्भुत समानताओं को पहचाना था - जैसे दो बहनें हों. राष्ट्रवादी सोच तो यही कहेगी कि हमारी संस्कृत ही समस्त भाषाओँ कि आदिमाता है... बहस का विषय है. खैर, शब्दों का सफ़र हमेशा ही मुझे लाजवाब सफ़र पर ले जाता रहा है. भाषा पर बेहतरीन और अप्राप्य जानकारी देने के लिए धन्वाद, अजित जी.निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-49638509220699492332009-04-15T17:11:00.000+05:302009-04-15T17:11:00.000+05:30जानकारी के लिए हम आपके ब्लॉग का रुख करते हैं. बहुत...जानकारी के लिए हम आपके ब्लॉग का रुख करते हैं. बहुत बढ़िया जानकारी. रूप, रुख, रुखसार...<br />धन्यवाद, अजित भाई.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-46456847986432185062009-04-15T12:25:00.000+05:302009-04-15T12:25:00.000+05:30उसने रुख़ से हटा के बालों को
रास्ता दे दिया उजालो...उसने रुख़ से हटा के बालों को <br />रास्ता दे दिया उजालों को !!के सी https://www.blogger.com/profile/03260599983924146461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-85029387121227498042009-04-15T09:36:00.000+05:302009-04-15T09:36:00.000+05:30आपके शब्दों का सफर हमारी राह रोशन करता है1 आपके कि...आपके शब्दों का सफर हमारी राह रोशन करता है1 आपके किसी भी ब्लोग पर कोई प्रतिक्रिया देना मेरे लिये सूरज को दीपक दिखाने के बराबर है आपकी श्रम साधना और कलम को शत शत नमन है<br />हमारी राहें यूँ ही रोशन करते रहें धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-3351868420764704472009-04-15T09:33:00.000+05:302009-04-15T09:33:00.000+05:30जबरदस्त ज्ञानवर्धक जानकारी.
रामराम.जबरदस्त ज्ञानवर्धक जानकारी.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-2202372056973304242009-04-15T05:46:00.000+05:302009-04-15T05:46:00.000+05:30भाई वडनेकर जी !
शब्दों के सफर में आज आपने रुखसार स...भाई वडनेकर जी !<br />शब्दों के सफर में आज आपने रुखसार से <br />नकाब हटा ही दिया।<br />रोजनामचे में यह कड़ी भी अच्छी लगी। <br />शुक्रिया।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-13662878864686583682009-04-14T21:45:00.000+05:302009-04-14T21:45:00.000+05:30रोजाना आप को पढता हूँ ,समझता हूँ . पर समय की विभिन...रोजाना आप को पढता हूँ ,समझता हूँ . पर समय की विभिन्नता समझ नहीं आ रही सुबह सुबह पढने की आदत है शब्दों के सफर की .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-39584566809795890832009-04-14T20:22:00.000+05:302009-04-14T20:22:00.000+05:30बहुत ही शोधपरक और सहेज कर रखने वाली जानकारी.
......बहुत ही शोधपरक और सहेज कर रखने वाली जानकारी. <br /><br />.... आपका ब्लॉग को तो मैंने बुकमार्क में ऐड कर लिया है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-58363211486124403862009-04-14T20:10:00.000+05:302009-04-14T20:10:00.000+05:30दुनिया की कैसी भी
बेरुखी हो....सफ़र की तरफ
रुख क...दुनिया की कैसी भी <br />बेरुखी हो....सफ़र की तरफ <br />रुख करते ही बेमानी हो जाती है.<br />===========================<br />रूककर और रूखकर पढने योग्य<br />लाज़वाब पोस्ट....शुक्रिया.<br /><br />डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-77810982685725181012009-04-14T19:36:00.000+05:302009-04-14T19:36:00.000+05:30रुप्यकाणि, रुपए में जो रूप है वह तो कहीं नहीं। कबी...रुप्यकाणि, रुपए में जो रूप है वह तो कहीं नहीं। कबीर भी कह गए।<br />सब पैसे के भाई। आज तीसरा खंबा पर जो पोस्ट है वह भी रूप का ही चक्कर है। रूप की महिमा अपरंपार है जी।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-26968501721855677962009-04-14T19:29:00.000+05:302009-04-14T19:29:00.000+05:30ग़ज़ब रूपलोभी हैं भाई आप तो :)ग़ज़ब रूपलोभी हैं भाई आप तो :)इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-85939781360661925522009-04-14T19:08:00.000+05:302009-04-14T19:08:00.000+05:30शब्दों का सफ़र बहुत शानदार रहा
ज्ञानवर्धक .
सादर...शब्दों का सफ़र बहुत शानदार रहा <br />ज्ञानवर्धक .<br /><br />सादर !!! Ria Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07417119595865188451noreply@blogger.com