tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post1421783970045737052..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: अफ़लातून की अब तक अनकही [बकलमखुद-26]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger31125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-84956453351517045512012-10-30T13:27:44.690+05:302012-10-30T13:27:44.690+05:30आपसे बहुत कुछ सिखा ... धन्यवाद !!!आपसे बहुत कुछ सिखा ... धन्यवाद !!!सम्पजन्यhttps://www.blogger.com/profile/07175205962362124688noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-42928420613563381262008-05-09T16:08:00.000+05:302008-05-09T16:08:00.000+05:30priyankar ji se sahmat ho kar soch rahi hu.n ki ky...priyankar ji se sahmat ho kar soch rahi hu.n ki kya behatarin combination hai krishna aur hanuman ka.:)कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-39622264860410592692008-05-06T19:50:00.000+05:302008-05-06T19:50:00.000+05:30गजब है भाई । हम आज एक एक करके सारी कडियां पढ़ रहे ...गजब है भाई । हम आज एक एक करके सारी कडियां पढ़ रहे हैं ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-11949753159039194822008-05-05T15:42:00.000+05:302008-05-05T15:42:00.000+05:30एक तरफ़ कृष्ण और दूसरी तरफ़ हनुमान -- बीच में अफ़लातू...एक तरफ़ कृष्ण और दूसरी तरफ़ हनुमान -- बीच में अफ़लातून भाई !<BR/><BR/>गंगा-प्रकरण जोरदार रहा . हम बरसों से उसी 'अबनमहल' के पड़ोस में रह रहे हैं जहां आप बचपन में कार्यक्रम देखने आते थे .अब भी वहां कभी-कभी गतिविधिया होती हैं पर कुल मिला कर मामला ठंडा-सा है . जादवपुर जो कभी आपकी दुनिया में शामिल था, पिछले पन्द्रह साल से हमारी दुनिया है .<BR/><BR/>आप पूरे हिंदी वाले नहीं पूरे हिंद वाले हैं . यह कॉलम 'बकलमखुद'बहुत आत्मीय और रोचक हो उठा है .Priyankarhttps://www.blogger.com/profile/13984252244243621337noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-39883025664346098722008-05-04T16:14:00.000+05:302008-05-04T16:14:00.000+05:30ब्लाग दुनिया में अफ़लातून जी का परिचय कराने के लिए...ब्लाग दुनिया में अफ़लातून जी का परिचय कराने के लिए धन्यवादAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-51689396932817264922008-05-04T16:11:00.000+05:302008-05-04T16:11:00.000+05:30ब्लाग दुनिया में अफ़लातून जी का परिचय कराने के लिए...ब्लाग दुनिया में अफ़लातून जी का परिचय कराने के लिए धन्यवादAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-32656395312408028252008-05-04T10:31:00.000+05:302008-05-04T10:31:00.000+05:30अफलातून जी का सफर पढ़ा,,बहुत अच्छा लगा..ख़ास कर को...अफलातून जी का सफर पढ़ा,,बहुत अच्छा लगा..ख़ास कर कोलकाता से जुड़ी यादें...ये मेरा शहर रहा है सो उसकी यादें अपनी जैसी लगीं..आगे का इंतज़ार रहेगा...cangratulationrakhshandahttps://www.blogger.com/profile/08686945812280176317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-32469348674799786912008-05-04T06:48:00.000+05:302008-05-04T06:48:00.000+05:30भाई वाह, मजा आ गया, बचपन की याद अपने छोटे भाई की क...भाई वाह, मजा आ गया, बचपन की याद अपने छोटे भाई की कलम से ताजी कर के. लगे रहो अफ़लू. नेता जी तुम आगे बढो, हम तुम्हारे साथ हैं. वैसे मुझे अभी भी इस बात की शंका है कि तुम अस्पताल में बदल दिये गए थे. :DNachiketa Desaihttps://www.blogger.com/profile/16138997618674717139noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-71355126510309484062008-05-04T00:36:00.000+05:302008-05-04T00:36:00.000+05:30भाई अजितजी,इस आभासी दुनिया के तमाम चरित्र को आप हम...भाई अजितजी,इस आभासी दुनिया के तमाम चरित्र को आप हम सबके सामने ला रहे हैं ये इस आभासी दुनिया के लिये एक उपलब्धि है....भाई अफ़लातून जी खूब जीया है जीवन आपने भी..अच्छा लग रहा है.....सीना चीर कर देखने वाला प्रसंग मस्त है भाई...आप लिखिये हम पढ़ रहे हैंVIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-75245507258259157792008-05-03T23:03:00.000+05:302008-05-03T23:03:00.000+05:30अब समझ में आया अफलातूनजी के आंदेलित स्वभाव की वजह।...अब समझ में आया अफलातूनजी के आंदेलित स्वभाव की वजह। आगे की कड़ी का इंतजार बढ़ गयाBatangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-29632063855335376142008-05-03T22:19:00.000+05:302008-05-03T22:19:00.000+05:30मुझे जिनको पढने में मजा आता है उनमे से एक हैं अफला...मुझे जिनको पढने में मजा आता है उनमे से एक हैं अफलातून जी और जब उन्ही के बारे में जानने की बारी हो तो ये तो और अच्छा है. पढ़कर बड़ा अच्छा लगाRajesh Roshanhttps://www.blogger.com/profile/14363549887899886585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-56434706966144181222008-05-03T22:04:00.000+05:302008-05-03T22:04:00.000+05:30अच्छा लगा अफलातून जी के बारे में जानना. मगर ये समी...अच्छा लगा अफलातून जी के बारे में जानना. मगर ये समीर जी क्या कह रहे हैं हम समझ नहीं पाये. अगर बचपन में बदल जाते तो क्या जेंडर ही बदल जाता जो आज चोखेर बाली पर दिखते?Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-47708091804210118642008-05-03T21:12:00.000+05:302008-05-03T21:12:00.000+05:30अफलातून जी का सफर पढ़ कर मजा आ रहा है , अगली कड़ी ...अफलातून जी का सफर पढ़ कर मजा आ रहा है , अगली कड़ी का इंतजार रहेगा। <BR/><BR/>अजीतजी नई फोटो बढ़िया है।नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-63831755775286672842008-05-03T20:46:00.000+05:302008-05-03T20:46:00.000+05:30अफ़लातूनजी के बचपन और परवरिश के बारे में जानना बहु...अफ़लातूनजी के बचपन और परवरिश के बारे में जानना बहुत अच्छा लगा। आगे के सफर के बारे में जिज्ञासा है। बेहद दिलचस्प।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16964389992273176028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-64075382395968852902008-05-03T18:43:00.000+05:302008-05-03T18:43:00.000+05:30अजीत जी एक बार फ़िर आप को धन्यवाद देना होगा कि आप न...अजीत जी एक बार फ़िर आप को धन्यवाद देना होगा कि आप ने हमारी जान पहचान एक और नामचीन ब्लोगर से करवा दी, जिनका हम बस नाम भर ही जानते थे पर आज उनके बारे में पढ़ कर लगा कि अरे हम ने इतना वक्त गवा दिया इन से मुलाकात करने में। बहुत अच्छा लगा अफ़्लातून जी के बारे में पढ़ना।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-72099890126325951992008-05-03T17:46:00.000+05:302008-05-03T17:46:00.000+05:30निराले व्यक्तित्वों के अंतरंग जीवन को अतीत के सन्...निराले व्यक्तित्वों के अंतरंग जीवन को <BR/>अतीत के सन्दर्भ और अपने समय की <BR/>धड़कनों के साथ जानना एक अनोखा अनुभव है.<BR/>================================<BR/>गंगा कहकर खुलने वाले लब ने जब हे राम कहा ,<BR/>नदिया-नार का भेद मिटाया दोनों को अभिराम कहा !<BR/>अपने सीने में छवि जिसने सीता राम निहारी हो ,<BR/>अफ़लातून जगत ने, माँ ने कृष्ण-कन्हैया-श्याम कहा !!<BR/>======================================<BR/>विरुद्धों का ऐसा सामंजस्य बहुत दुर्लभ है.<BR/>स्वागत इस आत्मकथ्य का .<BR/>शुभस्ति .... संस्तुति .....अजित जी.<BR/>शब्दों के सफ़र को जीवन की डगर से <BR/>एकाकार करने की यह अद्वितीय पहल <BR/>कहानी बन के जियेगी... !<BR/>आपका<BR/>डा.चंद्रकुमार जैन<BR/>=============Dr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-20796332709520152492008-05-03T16:51:00.000+05:302008-05-03T16:51:00.000+05:30Suresh: Yisko Aatmashlagha seires ka naam do to ac...Suresh: Yisko Aatmashlagha seires ka naam do to achha rahega. Lekin yeh mere leye nayi baat anhin hai. Jab logon ke pas jyada arthapurna karne liye nahin hota hai to aisi sthiti men yahi niyatihoti hai yeh vyakti ke star se hokar, jati, samaj aur bhaogolik khando tak pahunch jati hai. Yitihas gawahi hai main koi nayi baat nahin kah raha hun. Nayi baate to gaal bajane walo ke liye chhod diya hai<BR/>Sent at 4:49 PM on SaturdayAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-5034836001445607212008-05-03T15:27:00.000+05:302008-05-03T15:27:00.000+05:30क्या बात है! गंगा-प्रकरण सबसे मजेदार लगा। अभी तो द...क्या बात है! गंगा-प्रकरण सबसे मजेदार लगा। अभी तो दूसरी वाली ही ज्यादा बहती नजर आती है।चंद्रभूषणhttps://www.blogger.com/profile/11191795645421335349noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-69534363658135514752008-05-03T15:17:00.000+05:302008-05-03T15:17:00.000+05:30किस्तों में धीरे-धीरे पोल खुल रही है. अच्छा है. अज...किस्तों में धीरे-धीरे पोल खुल रही है. अच्छा है. अजित जी चौकन्ना हो जाइए! अपन ने भी आज अपनी आत्मकथा का ५४०६वां पृष्ठ पूरा किया है. गिन-गिन के बदला लूंगा. हाहाहा!विजयशंकर चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12281664813118337201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-62915541169307476992008-05-03T14:21:00.000+05:302008-05-03T14:21:00.000+05:30बहुत रोचक जानकारी दी है । 'राष्ट्रपति का लड़का हो य...बहुत रोचक जानकारी दी है । 'राष्ट्रपति का लड़का हो या चपरासी की हो संतान , सबकी शिक्षा एक समान ' नारे से व नचिकेता जी के कथन से सहमत हूँ । यदि स्कूली शिक्षा पर यह लागू हो जाता तो न जाने कितनी समस्याएँ हल हो जातीं ।<BR/>अगली कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-87285708824622005662008-05-03T13:40:00.000+05:302008-05-03T13:40:00.000+05:30रोचक जानकारी..अगली कड़ी का इंतज़ार है.नीरजरोचक जानकारी..अगली कड़ी का इंतज़ार है.<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-48045806646685067622008-05-03T13:36:00.000+05:302008-05-03T13:36:00.000+05:30वाह अफलातून जी हैं इस बार यहां,खुशी हुई पढ़कर।पढ़ रह...वाह अफलातून जी हैं इस बार यहां,<BR/>खुशी हुई पढ़कर।<BR/><BR/>पढ़ रहा हूं।<BR/><BR/>अभी कुछ देर पहले ही अपने स्वर्गीय पिताजी की एक रिकार्डिंग सुन रहा था। उसमें सन 45 में गांधीजी के आश्रम का उल्लेख है,जब पिताजी आश्रम में थे और महादेव देसाई जी के पुत्र नारायण देसाई जी भी उनके साथ ही थे।खादी विद्यार्थी परिषद बनाए जाने का भी उल्लेख!<BR/><BR/>जल्द ही यह रिकार्डिंग डालता हूं अपने ब्लॉग पर!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-91269947738661249282008-05-03T13:22:00.000+05:302008-05-03T13:22:00.000+05:30मंत्र मुग्ध होकर सुन रहे है ..कन्हैया के कारनामे.....मंत्र मुग्ध होकर सुन रहे है ..कन्हैया के कारनामे... जारी रहे.काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-83709003452703334952008-05-03T10:49:00.000+05:302008-05-03T10:49:00.000+05:30जानकारी बढ़ी. एक अच्छा कार्य किया.जानकारी बढ़ी. एक अच्छा कार्य किया.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-78040746966195723572008-05-03T09:27:00.000+05:302008-05-03T09:27:00.000+05:30याद कर रहे हैं कि आप कन्याऒं के बीच सबसे ज्यादा वो...<B> याद कर रहे हैं कि आप कन्याऒं के बीच सबसे ज्यादा वोट पाते थे शायद! कन्हैया पैदा हुये थे न!</B><BR/>लगते तो है नही हो तो पता नही ? लगता है भाभी जी का बकलम खुद पढना पदेगा उसी से इस बात पर रोशनी डल पायेगी :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.com