tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post2520720397570296688..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: ‘मा’, ‘माया’, ‘सरमाया’ [माया-2]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-32487485673922242662012-08-23T22:49:33.290+05:302012-08-23T22:49:33.290+05:30@ आशा जोगलेकर:
'मा' [मीम+अलीफ] का अरबी...@ आशा जोगलेकर: <br /> 'मा' [मीम+अलीफ] का अरबी में अर्थ 'नहीं' भी होता है, और "क्या" [interrogative word] भी होता है.<br />-m.h.Mansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-11729231059643527402012-08-23T22:40:49.824+05:302012-08-23T22:40:49.824+05:30'माया' ही 'सरमाया' जिसका, निश्चित ...'माया' ही 'सरमाया' जिसका, निश्चित ही 'भरमाया' है,<br />मानवता का पतन हुआ तो 'मालिक' भी शरमाया है.<br /><br />'मा' में 'चमक', 'प्रकाश' 'माप' भी,'कटि-प्रदेश' नुमाया है !<br />शब्द 'मा' की न उपमा कोई, क्या-क्या इसमें 'समाया' है.<br /><br />'प्रकृति' को समझने ख़ातिर हर रस्ता 'अज़माया' है,<br />धरती नापी, चाँद भी, मंगल, कितना ज्ञान कमाया है. <br /><br />"मूल चरित्र सदा इस जग का पूंजीवादी बना रहा"<br />'भाई भोपाली ' ने भय्या , बहुत ख़ूब 'फरमाया' है.<br /><br />http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-75836338188181699902012-08-22T18:35:56.209+05:302012-08-22T18:35:56.209+05:30मा (माया) जो चंद्रमा की तरह घटती बढती रहती है ।
क...मा (माया) जो चंद्रमा की तरह घटती बढती रहती है ।<br /><br />क्या मा का अर्थ नही या मत भी होता है<br />जैसे कि <br />मा कुरु धन जन यौवन गर्वम् ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-92045155953492281622012-08-22T15:41:44.732+05:302012-08-22T15:41:44.732+05:30मा यः - जो नहीं है..मा यः - जो नहीं है..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com