tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post2699219490954452298..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: अधूरी इच्छाएं काकेश की....[बकलमखुद-15]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-37019534124048560392008-04-09T09:21:00.000+05:302008-04-09T09:21:00.000+05:30काकेश जी बेहतरीन आत्मकथ्य । एक बार में पूरा पढ़ा...काकेश जी बेहतरीन आत्मकथ्य । <BR/>एक बार में पूरा पढ़ा । चारों के चारों लेख । आपके बारे में विस्तार से जानना अच्छा लगा ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-22849498573156723902008-04-08T20:14:00.000+05:302008-04-08T20:14:00.000+05:30you are very popular yourself as you got he highes...you are very popular yourself as you got he highest number of votes in a poll { ok u will say it was no.2 position } i would call it top most votes as you were not backed by a group . it shows many people read you as wellRachna Singhhttps://www.blogger.com/profile/15393385409836430390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-50458075810357500272008-04-08T18:20:00.000+05:302008-04-08T18:20:00.000+05:30काकेशजी, अब तो हम आपके बारे में जान गये,जब मिलेंगे...काकेशजी, अब तो हम आपके बारे में जान गये,जब मिलेंगे तो संवादहीनता की स्थिति तो कम से कम नहीं ही होगी...अच्छा लगा,अजित भाई इस तरह से परिचय कराना अद्भुत लग रहा है,मिलते रहें मिलाते रहें,बहुत बहुत शुक्रियाVIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-3248319881085622242008-04-08T18:13:00.000+05:302008-04-08T18:13:00.000+05:30काकेशजी की कलम से अपने बारे में लिखे सारे भाग एक स...काकेशजी की कलम से अपने बारे में लिखे सारे भाग एक साथ पढ़े तो बहुत अच्छा लगा मानों किसी की जीवनी ही पढ़ रहे हों।<BR/>बहुत बढ़िया लगा पढ़ना और यह जानना भी अच्छे अच्छे सूरमाओं को भी हंटरवालियों के सामने शीश नवाना पड़ता है। ( चिन्ता ना करें आप अकेले सूरमा नहीं है, हमें भी आपके साथ समझिये)<BR/>:) :)सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-80961963652707648192008-04-08T17:33:00.000+05:302008-04-08T17:33:00.000+05:30टिप्पणीयों के लिये आप सब का धन्यवाद.प्रमोद जी ..अं...टिप्पणीयों के लिये आप सब का धन्यवाद.<BR/><BR/>प्रमोद जी ..अंत में एक राज की बात भी बताता चलूँ..घर में हंटर चलाने वाली स्त्री को फोटू कैसे छिपा सकता था/हूँ.उस दिन फोटू में जिस स्त्री के सामने शीश नवा रहा था..वह मेरी पत्नी ही है...नाटक गांधारी में उन्होने गांधारी की भूमिका निभायी थी और मैने युधिष्ठिर की.काकेशhttps://www.blogger.com/profile/12211852020131151179noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-81143994353833644602008-04-08T17:22:00.000+05:302008-04-08T17:22:00.000+05:30जानने के बाद एक अपनापन जैसा झलकने लगा है काकेश से।...जानने के बाद एक अपनापन जैसा झलकने लगा है काकेश से। वैसे, भी पहाड़ के इंसान बड़े सच्चे होते हैं, वो भी अल्मोडे के। अजित भाई, एक प्यारे और सच्चे इंसान से मिलवाने के लिए शुक्रिया।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-13821934437905633782008-04-08T17:19:00.000+05:302008-04-08T17:19:00.000+05:30गांव में मनु भैया आते थे साइकिल पर झोले में आम लिय...गांव में मनु भैया आते थे साइकिल पर झोले में आम लिये की तर्ज़ पर सबको सुखी कर दिये? चिरंजीवी, अतीतजीवी सब फ़ोटुएं चढ़ा ली और घर में हंटर चलानेवाली की छिपा ली? और फिर भी सबकी वाहवाही बटोर रहे हो, अच्छा कर रहे हो?azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-9391798023296557062008-04-08T16:12:00.000+05:302008-04-08T16:12:00.000+05:30काकेश जी बहुत अच्छा लगा आप के कलकत्ता के दिनों को ...काकेश जी बहुत अच्छा लगा आप के कलकत्ता के दिनों को जानना। शायद व्यस्तता के कारण जल्दी जल्दी निपटा दी ये पोस्ट्। अभी तो जानना बाकि है कलकत्ता से दिल्ली कैसे पहुंच गये। आशा करते है अजीत जी आप से एक और पोस्ट निकलवाने में कामयाब हो जाएगेंAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-61675047310469467412008-04-08T16:00:00.000+05:302008-04-08T16:00:00.000+05:30काकेश जी के बारे जानने को मिला. ये और इसके पहले दो...काकेश जी के बारे जानने को मिला. ये और इसके पहले दोनों पोस्ट शानदार रहीं. अजित भाई, धन्यवाद..Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43455171465391687872008-04-08T12:32:00.000+05:302008-04-08T12:32:00.000+05:30काकेश जी,वेद से हो विशद तुम माना मगरवेदांत ख़ुद दे...काकेश जी,<BR/>वेद से हो विशद तुम माना मगर<BR/>वेदांत ख़ुद देखो यहाँ मुसका रहे हैं <BR/>आप अपने ख्वाब के मालिक बनेंगे <BR/>दिन वो जल्दी आ रहे हैं.... आ रहे हैं.<BR/><BR/>चलते रहिए !<BR/>आपका <BR/>डा.चंद्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-34994951914184084852008-04-08T12:11:00.000+05:302008-04-08T12:11:00.000+05:30अब क्या कहे जी ,आप हमारी सलाह नही मानते और हम पंगा...अब क्या कहे जी ,आप हमारी सलाह नही मानते और हम पंगा भी नही ले सकते ,अज पहली बार किसी ने इतनी बडाई की है जी कैसे ले..:)<BR/>वैसे कुछ जल्दी नही खत्म कर डाली पोस्ट..:)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-73396336429484724582008-04-08T10:14:00.000+05:302008-04-08T10:14:00.000+05:30जमाये रहियेजी।जमाये रहियेजी।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-28327175076223032962008-04-08T09:50:00.000+05:302008-04-08T09:50:00.000+05:30लिखते रहिए काकेशजी। अच्छा लग रहा है।लिखते रहिए काकेशजी। अच्छा लग रहा है।Batangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-26935439578043052752008-04-08T08:08:00.000+05:302008-04-08T08:08:00.000+05:30काकेश जी ने अन्य चिट्ठाकारों का जिक्र भली प्रकार क...काकेश जी ने अन्य चिट्ठाकारों का जिक्र भली प्रकार किया है. बढ़िया लगा. कुल मिलकर बेहद रोचक रहा काकेश जी का बकलमखुद. अजित जी का शुक्रिया.Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-23951847511513533622008-04-08T06:45:00.000+05:302008-04-08T06:45:00.000+05:30वाह जी-यह मित्र काकेश की बिना स्पीड ब्रेकर वाली ले...वाह जी-यह मित्र काकेश की बिना स्पीड ब्रेकर वाली लेखनी-बस मानो गंगा बह निकली हो-शुद्ध. बहुत खूब रहा इस तरह उनको जानना-मानो सामने बैठे उनसे उनके विचार सुन रहे हो.<BR/><BR/>आभार अजित भाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-62406893595579703022008-04-08T05:30:00.000+05:302008-04-08T05:30:00.000+05:30बहुत मन से लिखा है काकेश ने बकलम खुद। वैसे वे जो भ...बहुत मन से लिखा है काकेश ने बकलम खुद। वैसे वे जो भी लिखते हैं; बहुत मन से ही लिखते हैं।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-87215286873684013302008-04-08T05:21:00.000+05:302008-04-08T05:21:00.000+05:30पढ़ कर अच्छा लगा काकेश जी.पढ़ कर अच्छा लगा काकेश जी.Sanjay Karerehttps://www.blogger.com/profile/06768651360493259810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-41621995113743772952008-04-08T01:59:00.000+05:302008-04-08T01:59:00.000+05:30आपके बारे मे अभी और जानना बाकि है, ऐसा लगा. जितना ...आपके बारे मे अभी और जानना बाकि है, ऐसा लगा. जितना जाना, अच्छा लगा पढ़कर.. नन्हें नटखट वेदांत को हमारा प्यार और आशीर्वाद. परुली के सपने पूरे हों, यही शुभकामनाएँ.मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-32359582076354428852008-04-07T23:57:00.000+05:302008-04-07T23:57:00.000+05:30खूब!!काकेश जी आपने जिन साहिबान के नाम गिनाए है वे ...खूब!!<BR/>काकेश जी आपने जिन साहिबान के नाम गिनाए है वे सब वाकई नए ब्लॉगर्स का उत्साह वर्धन बखूबी करते हैं!!<BR/><BR/>और काकेश जी, आपके लेखन के बारे में क्या कहें, आपकी परूली सीरीज़ को पढ़कर क़ायल हो गए हैं!<BR/>शुभकामनाएं आपके लिए!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-491882109470425042008-04-07T23:45:00.000+05:302008-04-07T23:45:00.000+05:30बहुत सी बातें आप के बारे में जाननी थी। छूट गई हैं।...बहुत सी बातें आप के बारे में जाननी थी। छूट गई हैं। कोई बात नहीं धीरे-धीरे जान जाएंगे। हम आप को पढ़ते हैं पर धारावाहिक से बचते हैं, इकट्ठा पढ़ने के लिए। संतोष हुआ जानकर कि हमें आप पढ़ते हैं। पीडी को भी पढ़िए। अपना नाम न पाकर जनाब रुआँसा हो रहे हैं। बढ़िया लिखते हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-47273650355265472422008-04-07T22:41:00.001+05:302008-04-07T22:41:00.001+05:30बू हू हू हू... मेरा बिलौगवा नहीं पढते हैं.. :(बू हू हू हू... मेरा बिलौगवा नहीं पढते हैं.. :(PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-71759511443210295742008-04-07T22:41:00.000+05:302008-04-07T22:41:00.000+05:30बन्धुवर बड़ा सहज और संदेश परक भी रहा बकलमख़ुद आपको...बन्धुवर <BR/>बड़ा सहज और संदेश परक भी <BR/>रहा बकलमख़ुद आपको जानना .<BR/>शक्ति आराधना के पर्व में <BR/>माँ से यही प्रार्थना है कि <BR/>आपकी समस्त कामनाएँ पूर्ण हों. <BR/><BR/>शुभकामनाएँ........और ....<BR/>अजित जी आपका आभार.<BR/>डा.चंद्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.com