tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post4648557805524888596..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: गलाटा नक्को करने का !अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-6631571347761519382011-10-15T13:11:07.239+05:302011-10-15T13:11:07.239+05:30अच्छा लगा यह गलाटा. पसंद आने पर 'वहां' क्ल...अच्छा लगा यह गलाटा. पसंद आने पर 'वहां' क्लिक किया तो गलाटा हो गया, पता चला कि "यू आर आलरेडी फालोइंग दिस ब्लॉग"<br />धन्यवाद, इस पोस्ट के लिए...मनोज पटेलhttps://www.blogger.com/profile/18240856473748797655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-7205405555155197192011-10-14T08:55:54.677+05:302011-10-14T08:55:54.677+05:30वाह! इतने प्रचलित शब्द का मूल जानकर अच्छा लगा।वाह! इतने प्रचलित शब्द का मूल जानकर अच्छा लगा।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-4016992895463207522011-10-14T03:32:53.044+05:302011-10-14T03:32:53.044+05:30गळाठा तो मालूम था थकान के अर्थ में ये और और जो अर्...गळाठा तो मालूम था थकान के अर्थ में ये और और जो अर्थ आपने बताये ये इस पोस्ट से पता लगे । धन्यवाद ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-4133157348932648742011-10-14T01:00:09.787+05:302011-10-14T01:00:09.787+05:30मैंने तो पहली ही बार पढा इसे और इसके बारे में।मैंने तो पहली ही बार पढा इसे और इसके बारे में।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-85512410051121018242011-10-13T09:36:42.270+05:302011-10-13T09:36:42.270+05:30यहाँ बड़ा प्रचलित शब्द है, आज अर्थ पता चल गया।यहाँ बड़ा प्रचलित शब्द है, आज अर्थ पता चल गया।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-22441977303821958742011-10-13T08:42:07.731+05:302011-10-13T08:42:07.731+05:30पिछले कुछ समय से बंगलौर में हूं। जहां रहता हूं वह ...पिछले कुछ समय से बंगलौर में हूं। जहां रहता हूं वह ग्रामीण क्षेत्र है। अपने मकान मालिक के मुंह से पहली बार यह शब्द सुना था। इसका मूल जानकर अच्छा लगा।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-39171518854213750792011-10-13T08:02:50.085+05:302011-10-13T08:02:50.085+05:30sashakt post...sashakt post...विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-51186717496215681292011-10-13T01:36:24.743+05:302011-10-13T01:36:24.743+05:30गला-गळा की कहानी ठीक ठाक रही…गला-गळा की कहानी ठीक ठाक रही…चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.com