tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post5499337789423362040..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: तंदूर में है अल्लाह का नूर...अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-10631459805311686392008-02-24T23:00:00.000+05:302008-02-24T23:00:00.000+05:30अच्छा तंदूर चढ़ाया!अच्छा तंदूर चढ़ाया!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-16398423878871442072008-02-24T21:28:00.000+05:302008-02-24T21:28:00.000+05:30बहुत बढिया जानकारी, बहुत सुंदर !बहुत बढिया जानकारी, बहुत सुंदर !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-91277160304709092872008-02-24T15:54:00.000+05:302008-02-24T15:54:00.000+05:30चलिए आप अपने मूड मे वापस आ गए। तंदूर मे अल्लाह का ...चलिए आप अपने मूड मे वापस आ गए। तंदूर मे अल्लाह का नूर छिपा है ये तो हम जानते ही नही थे।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-17570605505233011552008-02-24T15:23:00.000+05:302008-02-24T15:23:00.000+05:30तंदूर शब्द इतने शब्दों से जुड़ा है पता नहीं था, जान...तंदूर शब्द इतने शब्दों से जुड़ा है पता नहीं था, जान कारी के लिए धन्यवादAnita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-63802106707442273292008-02-24T13:19:00.000+05:302008-02-24T13:19:00.000+05:30हमें तो सिर्फ तन्दूरी रोटी याद आ रही है... कितने स...हमें तो सिर्फ तन्दूरी रोटी याद आ रही है... कितने सालों हमने उसी रोटी के सहारे 25-25 मेहमान भुगता दिए और तब याद आती अपने देश की गृहिणी जो 30-40 रोटियाँ एक ही बार में पकाती और उफ न करती.मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-8364192151393060382008-02-24T12:33:00.000+05:302008-02-24T12:33:00.000+05:30बढ़िया जानकारीतंदूर से पहले तो सिर्फ़ तंदूरी रोटी या...बढ़िया जानकारी<BR/>तंदूर से पहले तो सिर्फ़ तंदूरी रोटी याद आती थी और अब तंदूर कांड भी।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-58912324105833388022008-02-24T07:55:00.000+05:302008-02-24T07:55:00.000+05:30सेमेटिक की धातु न्रू पसंद आई। संस्कृत के तेज की सम...सेमेटिक की धातु न्रू पसंद आई। संस्कृत के तेज की समानार्थक लगती है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-67047042034470077442008-02-24T05:52:00.000+05:302008-02-24T05:52:00.000+05:30ज्ञान भी नूर ही तो है -- इसी तरह खोज बीन जारी रहे...ज्ञान भी नूर ही तो है -<BR/>- इसी तरह खोज बीन जारी रहे <BR/>...सफर भी चलता रहे इसी सद्भाव सहित,<BR/><BR/>लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-74539124677931975252008-02-24T05:22:00.000+05:302008-02-24T05:22:00.000+05:30अब ठीक है. शब्दों के तंदूर की आंच तेज करते रहिए औ...अब ठीक है. शब्दों के तंदूर की आंच तेज करते रहिए और नई नई पोस्ट पकाते रहिए..... खाने वाले आते रहेंगे.Sanjay Karerehttps://www.blogger.com/profile/06768651360493259810noreply@blogger.com