tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post5611603333691608602..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: ||दुर्गम है 'रण' युद्ध नहीं||अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-29981752664399188642014-09-30T19:05:40.362+05:302014-09-30T19:05:40.362+05:30@सुरेश मंडन कृष्ण का जरासंध और कालयमन से भाग जान...@सुरेश मंडन कृष्ण का जरासंध और कालयमन से भाग जाने के कारण भगवान रण छोड़ नाम पड़ा द्वारिका में "रणछोड़" का प्रसिॱध मंदिर है. बलजीत बासी Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-48211931667479522014-09-30T19:04:49.124+05:302014-09-30T19:04:49.124+05:30@सुरेश मंडन कृष्ण का जरासंध और कालयमन से भाग जान...@सुरेश मंडन कृष्ण का जरासंध और कालयमन से भाग जाने के कारण भगवान रण छोड़ नाम पड़ा द्वारिका में "रणछोड़" का प्रसिॱध मंदिर है. बलजीत बासी Baljit Basihttps://www.blogger.com/profile/11378291148982269202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-84561627915297261392014-09-25T07:31:36.325+05:302014-09-25T07:31:36.325+05:30रण' छौड़ एक लाल जब दिल्ली में आ गया,
कुछ लोग...रण' छौड़ एक लाल जब दिल्ली में आ गया, <br />कुछ लोग तो दुखी हुए, पर कुछ (Kutch) को भा गया ! <br />गर आधुनिक 'ऋषि' को ये 'राह' 'रास' आ गयी, <br />'मंगल' (?) की कसम, धरती पे, फिर वह तो छा गया ! <br />http://mansooralihashmi.blogspot.inMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-27943307536917889962014-09-25T00:53:09.305+05:302014-09-25T00:53:09.305+05:30गुजराती में एक शब्द होता है "रणछोड़ " यह ...गुजराती में एक शब्द होता है "रणछोड़ " यह शब्द भगवान व् श्री कृष्णा के लिए भी उपयोग होता है .भगवान रण छोड़ कर भागने वाले तो नहीं हो सकते <br />इस शब्द पर आप कुछ रिसर्च करेंगे.धन्यवाद.Sureshhttps://www.blogger.com/profile/03081977626194376510noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-81739783520676167402014-09-24T19:44:02.959+05:302014-09-24T19:44:02.959+05:30'रण' छौड़ एक लाल जब दिल्ली में आ गया,
कु...'रण' छौड़ एक लाल जब दिल्ली में आ गया, <br />कुछ लोग तो दुखी हुए, पर कुछ (Kutch) को भा गया ! <br />गर आधुनिक 'ऋषि' को ये 'राह' 'रास' आ गयी, <br />'मंगल' (?) की कसम, धरती पे, फिर वह तो छा गया ! <br />http://mansooralihashmi.blogspot.inMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-53376416137272277202014-09-24T10:28:21.137+05:302014-09-24T10:28:21.137+05:30इन समान लगते-से शब्दों के विषय में जो भ्रम लोगों ...इन समान लगते-से शब्दों के विषय में जो भ्रम लोगों को अक्सर हो जाते थे ,आपके विस्तृत विवेचन से स्पष्ट हो गए -आभार !प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.com