tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post5837999187992678870..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: दक्षिणापथ की प्रदक्षिणाअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-42233175996837897452011-01-13T17:32:22.346+05:302011-01-13T17:32:22.346+05:30सोचने की बात ये मिली कि अगर अपने यहाँ दक्षिण का अभ...सोचने की बात ये मिली कि अगर अपने यहाँ दक्षिण का अभिप्राय दाहिने से है - तो खब्बुओं को अंगरेजी में southpaw क्यों कहते हैं?<br />[यानि कानि च पापानि जन्मान्तर कृतानि च ; तानि तानि विनश्यन्ति प्रदक्षिणम् पदे पदे ]Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08624620626295874696noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-79690575821200709612011-01-12T20:09:21.885+05:302011-01-12T20:09:21.885+05:30'दक्षता' अपनी विरासत, 'प्रदक्षिणा'...'दक्षता' अपनी विरासत, 'प्रदक्षिणा' संस्कार है,<br />घूमना ही धर्म है, गर्दिश में ये संसार है.<br />खेल * उत्तर से चला 2G बना 'दक्षिण' पहुँच, * CWG <br />'आत्ममंथन' करके पाया ज्ञान रूपी 'सार' है.<br /><br />-मंसूर अली हाश्मी <br />http://aatm-manthan.comMansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-83418589940262397312011-01-12T17:04:45.333+05:302011-01-12T17:04:45.333+05:30बहुत ही जानकारी भरा आलेख. हमेशा की तरह नई जानकारी ...बहुत ही जानकारी भरा आलेख. हमेशा की तरह नई जानकारी से भरा . तौफ, ताफ, तूफ़ान की व्युत्पत्ति मालूम पड़ी . उत्तर में महाराष्ट्रियन ब्राह्मणों को भी दक्षिणी braह्मण कहा जाता है. पूर्व की तरफ( सूर्य की और) मुह करके खड़े हो तो दाहिने हाथ वाली दिशा दक्षिण और बाएं हाथ वाली उत्तर कहलाती .Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-89558100721552379672011-01-12T13:08:13.169+05:302011-01-12T13:08:13.169+05:30वस्तुतः यह एक भ्रान्ति ही है कि ये दो जातियां थीं-...वस्तुतः यह एक भ्रान्ति ही है कि ये दो जातियां थीं---शिवजी व नन्दी दक्षिण के थे पर उन्हें द्रविड कहां कहा जाता है...वास्तव में यह शब्द द्रव्य से बना है--जब समाज उन्नत हुआ तो धन का प्रचलन होने लगा...जो लोग द्रव्य को अत्यधिक महत्व देने लगे वे ही द्रविड , धन का सन्ग्राहक कहलाने लगे ( जैसे पण शब्द से पणिक= वणिक= वणिज़,बनियां, पण अर्थात मुद्राओं के विनिमय वाले)....बाद में बनियों की भांति उन्हें भी नीची नज़र से देखा जाने लगा और वे सुदूर दक्षिण को प्रयाण करते चले गये..<br />---इसीलिये उसे दक्षिण दिशा कहने लगे होंगे.... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-52716863628783418112011-01-12T08:51:06.469+05:302011-01-12T08:51:06.469+05:30तब दक्षिण एक दिशा कैसे बनी, सब पूर्व की ओर देखकर क...तब दक्षिण एक दिशा कैसे बनी, सब पूर्व की ओर देखकर कहते होगे।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com