tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post6205953762349263413..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: साधु-साधु साहूकार...अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-28954993049158774432008-04-23T14:53:00.000+05:302008-04-23T14:53:00.000+05:30क्या सुधी शब्द की भी समान व्युत्पत्ति है ?क्या सुधी शब्द की भी समान व्युत्पत्ति है ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-88977828673571697192008-04-23T13:24:00.000+05:302008-04-23T13:24:00.000+05:30आज तो कहना पड़ेगा -- साधुवाद!!साधु का एक अन्य अर्थ...आज तो कहना पड़ेगा -- साधुवाद!!<BR/>साधु का एक अन्य अर्थ भी शब्दकोश बताते हैं – वह है महाजन, सूदखोर अथवा सौदागर।<BR/>ये तो पहली बार जाना।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-42945165623550546942008-04-23T12:09:00.000+05:302008-04-23T12:09:00.000+05:30साधु-साधु! आपका ये शोधपरक कार्य चलता रहे, आप ऐसी ह...साधु-साधु! <BR/>आपका ये शोधपरक कार्य चलता रहे, आप ऐसी ही ज्ञानवर्धक बातें हमें मिलती रहे और हम आपको साधुवाद देते रहे.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-58182200378689942622008-04-23T11:18:00.000+05:302008-04-23T11:18:00.000+05:30सफ़र का सधा हुआ ,समर्थ पड़ाव !====================...सफ़र का सधा हुआ ,समर्थ पड़ाव !<BR/>=========================<BR/>अजित जी,<BR/>साधु -साहूकारी और साहूकारी-साधुता <BR/>पर साधु चिंतन आज तिरोहित <BR/>जान पड़ता है ! बलिहारी है समय की !!<BR/>=========================<BR/>साधु ऐसा हो तो समझो साधु-साधु -<BR/>---------------------------------------<BR/>सिंह के समान पराक्रमी, गज के समान स्वाभिमानी.<BR/>वृषभ के समान भद्र, मृग के समान सरल. <BR/>पशु के समान निरीह, वायु के समान निस्संग. <BR/>सूर्य के समान तेजस्वी, सिंधु के समान गंभीर.<BR/>पर्वत के समान निश्चल, चन्द्र के समान शीतल.<BR/>मणि के समान कांतिमान, पृथ्वी के समान सहिष्णु.<BR/>सर्प के समान अनियत आश्रयी और आकाश के समान निरालंब.<BR/>-----------------------------------------------------------------------<BR/>वैसे सफ़र में तकनीकी गड़बड़ी के बाद भी <BR/>यह साधुता बनी रही ! <BR/>साधुवाद !!!<BR/>आपका<BR/>डा.चंद्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-71831835254713073272008-04-23T10:59:00.000+05:302008-04-23T10:59:00.000+05:30साधु-साधु!!साधु से तात्पर्य महाजन अथवा सूदखोर भी ह...साधु-साधु!!<BR/>साधु से तात्पर्य महाजन अथवा सूदखोर भी हो सकता है इसकी तो कल्पना ही नही थी!!<BR/>शुक्रिया!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-38013945673827695652008-04-23T10:46:00.000+05:302008-04-23T10:46:00.000+05:30साधु साधु ! आपके साधुकार्य इसी तरह होते रहे. शब्दो...साधु साधु ! आपके साधुकार्य इसी तरह होते रहे. शब्दों का सफ़र पड़ाव दर पड़ाव बढ़ते रहें, यही कामना है. ढेरों शुभकामनाएँमीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-67173789479494619842008-04-23T09:15:00.000+05:302008-04-23T09:15:00.000+05:30साधु-साधु। पठनीय और शोधपरक। बधाईसाधु-साधु। पठनीय और शोधपरक। बधाईजेपी नारायणhttps://www.blogger.com/profile/05345363717323351232noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43662016238648136202008-04-23T06:48:00.000+05:302008-04-23T06:48:00.000+05:30साधुवाद!साधुवाद!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-45431111654029176762008-04-23T04:24:00.000+05:302008-04-23T04:24:00.000+05:30साधु के बारे में इतनी जानकारी के लिये आपको साधुवाद...साधु के बारे में इतनी जानकारी के लिये आपको साधुवाद :-)Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.com