tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post7896618524493704798..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: मनहूस और तहस-नहसअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-27054047748834558902016-08-02T11:18:35.813+05:302016-08-02T11:18:35.813+05:30वाकई इस कड़ी पर नहीं पहुँचा था पहले।वाकई इस कड़ी पर नहीं पहुँचा था पहले।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-18066253393735525012012-11-10T19:24:14.445+05:302012-11-10T19:24:14.445+05:30कैसी ये मनहूसियत बरपा यहाँ,
धूल-धूसरित हो रही क़द्...कैसी ये मनहूसियत बरपा यहाँ,<br />धूल-धूसरित हो रही क़द्रे जहां ,<br />कर रहे तहसो-नहस खुद ही तो हम,<br />गर्दिशे दौराँ है और हिन्दोस्ताँ. <br /><br /> अस्त करने में व्यस्त, निस्तेजता <br /> सुस्ती, आलस साथ में निष्क्रियता।<br />http://aatm-manthan.com Mansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43435025044639223512012-11-09T17:32:34.303+05:302012-11-09T17:32:34.303+05:30तहस का नहस हो जाना, शब्द की रोचक गहराई।तहस का नहस हो जाना, शब्द की रोचक गहराई।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-91647378528803603532012-11-09T06:06:52.211+05:302012-11-09T06:06:52.211+05:30गर्दिश यानि संकट यही जानते थे । पर उसका गर्द यानि...गर्दिश यानि संकट यही जानते थे । पर उसका गर्द यानि धूल से ताल्लुक है, आपसे जाना । तहस नहस यानि नष्ट (धूल धूसरित ) वाह । आप के साथ सफर में कितनी आसानी से बातें पता चल जाती है । Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.com