tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8234343254346397860..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: कोठी में समाएगा कुटुम्ब ?[आश्रय-2]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-8502296234943520522009-03-26T10:07:00.000+05:302009-03-26T10:07:00.000+05:30sadar bahut rochk laga. kiran rajpurohitsadar<BR/> bahut rochk laga.<BR/> kiran rajpurohitकिरण राजपुरोहित नितिलाhttps://www.blogger.com/profile/13893981409993606519noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-26228250929817937442008-12-06T18:39:00.000+05:302008-12-06T18:39:00.000+05:30यह आलेख काफी अच्छा लगा. किस तरह आम जीवन में प्रयुक...यह आलेख काफी अच्छा लगा. किस तरह आम जीवन में प्रयुक्त होने वाले विविधता लिये शब्द वाकई में एक माला के ही फूल हैं यह पढ कर काफी अच्छा लगता है.<BR/><BR/>सस्नेह -- शास्त्रीShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-90667391117551603842008-12-06T14:51:00.000+05:302008-12-06T14:51:00.000+05:30शब्दों का बड़ा शानदार सफर है ! आज पहले बार आया हूँ...शब्दों का बड़ा शानदार सफर है ! आज पहले बार आया हूँ ! बड़ा आनंद दायक लग रहा है !<BR/>राम राम !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-41528925287746913412008-12-06T14:08:00.000+05:302008-12-06T14:08:00.000+05:30आशा है कि अब अगली पोस्ट मे कूटनीति एवं कौटिल्य भी ...आशा है कि अब अगली पोस्ट मे कूटनीति एवं कौटिल्य भी आने वाले है, इस समय उनकी ज़रूरत भी है देश को !दिवाकर प्रताप सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06302009569112820477noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-34872816137645410012008-12-06T09:49:00.000+05:302008-12-06T09:49:00.000+05:30कोठा । यूं तो इसका अर्थ अटारी, बड़ा कमरा, हॉल होता...कोठा । यूं तो इसका अर्थ अटारी, बड़ा कमरा, हॉल होता है मगर बोलचाल में कोठा तवायफ के ठिकाने को कहते हैं। <BR/>-----<BR/>अच्छा, कुटनी कोठे से आया है? भैया शब्द कहां से कहां तक बह लेते हैं।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-86901628123726287272008-12-06T09:15:00.000+05:302008-12-06T09:15:00.000+05:30... यह संयोग नहीं है कि हिब्रू में क़ला का अर्थ चट...... यह संयोग नहीं है कि हिब्रू में क़ला का अर्थ चट्टान को तराशना, खोदना, छेदना होता है। प्रकृति में आश्रय का निर्माण करने के लिए यही क्रियाएं सहायक होती हैं... <BR/>============================<BR/><BR/>सिर्फ़ शब्दों का नहीं<BR/>जिंदगी का सफ़र है <BR/>आपका यह अनुष्ठान !<BR/>और...<BR/>जिसे न तराशा गया हो वह चट्टान <BR/>तराशे जाने के बाद पूजनीय भी तो <BR/>बन जाता है न !<BR/>==============<BR/>आभार अजित जी.<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-84363954156618194102008-12-06T07:41:00.000+05:302008-12-06T07:41:00.000+05:30कोठारी मेरी सहेली की सरनेम हुआ करती थी :) और पर्णक...कोठारी मेरी सहेली की सरनेम हुआ करती थी :) <BR/>और पर्णकुटी मेरी बहन के घर का नाम था -<BR/> ये सारे शब्द संबन्धी हुए तब तो !लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-5228590938441263522008-12-06T05:52:00.000+05:302008-12-06T05:52:00.000+05:30कुटिल शब्द बना कुटि से -आभार इस ज्ञान का. बहुत बढ़ि...कुटिल शब्द बना कुटि से -आभार इस ज्ञान का. बहुत बढ़िया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com