tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8247684923113386755..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: प्रस्ताव और स्तुतिअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-8223210216125704132010-06-10T17:07:12.442+05:302010-06-10T17:07:12.442+05:30इस शमा को जलाए रखें।
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ब्लॉगवाणी माहौल खराब...इस शमा को जलाए रखें।<br />--------<br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">ब्लॉगवाणी माहौल खराब कर रहा है?</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-25156393395609863192010-06-10T14:48:51.896+05:302010-06-10T14:48:51.896+05:30प्रस्तावना में भी स्तुति का भाव होगा ,कभी सोच न पा...प्रस्तावना में भी स्तुति का भाव होगा ,कभी सोच न पायी थी..<br />सुन्दर ज्ञानवर्धक आलेख सदैव की भांति...<br />बहुत बहुत आभार..रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-65809346145956590972010-06-09T19:45:00.189+05:302010-06-09T19:45:00.189+05:30अजित भाई आपकी व्याख्या से सहमति से आगे एक तुक्का ह...अजित भाई आपकी व्याख्या से सहमति से आगे एक तुक्का हमारा भी... पता नही क्यों हमें ऐसा लग रहा है कि 'स्तु' लिख्नंनें में 'अ' अथवा 'इ' भले ही साइलेंट हों पर उच्चारण में , (अ)स्तु और (इ)स्तुति ये दोनों अक्षर ध्वन्यात्मक रूप मौजूद हैं ! यहां 'स्तु' का अर्थ है 'हो' जरा गौर करिये तथास्तु / एवमस्तु वगैरह वगैरह !<br /><br />बहरहाल अंतिम निर्णय आपका जो भी हो !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-4940082062508933692010-06-09T16:56:01.698+05:302010-06-09T16:56:01.698+05:30हर हाथ को काम मिलेगा यह प्रस्तावित है,
हर काम का द...हर हाथ को काम मिलेगा यह प्रस्तावित है,<br />हर काम का दाम लगेगा यह संभावित है.<br /><br />प्रस्तावना अच्छी कौन लिखेगा, है निर्भर,<br />अब कौन यहाँ किससे कितना प्रभावित है.Mansoor ali Hashmihttps://www.blogger.com/profile/09018351936262646974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-67037697974163347042010-06-09T11:56:36.910+05:302010-06-09T11:56:36.910+05:30प्र्स्ताव और स्तुति का बढ़िया ताल-मेल बैठाय है आपन...प्र्स्ताव और स्तुति का बढ़िया ताल-मेल बैठाय है आपने!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-23617126171256203962010-06-09T08:21:15.068+05:302010-06-09T08:21:15.068+05:30अभी तक तो अनजाने में प्रयोग कर लेते थे ये शब्द । अ...अभी तक तो अनजाने में प्रयोग कर लेते थे ये शब्द । अब मन में आने के बाद जब ये शब्द अपने प्रयोग के बारे में प्रश्न करेंगे, इनको न्याय दे पाना कठिन हो जायेगा ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-69702852583946758052010-06-09T07:19:29.436+05:302010-06-09T07:19:29.436+05:30स्तु में स और त शब्दों का प्रयोग है। इस का सत् से ...स्तु में स और त शब्दों का प्रयोग है। इस का सत् से कोई संबंध है?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com