tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8286703225477407251..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: गजनी, गजनवी और गजराजअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-9613653869656287262014-03-24T23:08:11.925+05:302014-03-24T23:08:11.925+05:30बिलकू सही फ़रमाया हे राजा गज ने ही गजनी शहर २०० इसव...बिलकू सही फ़रमाया हे राजा गज ने ही गजनी शहर २०० इसवी के लगभग बसाया था जो चंद्रवंशी राजा थे मथुरा से यादव दक्षिण की और चले गए थे उसी गज का वंशज यह गजनी था और चन्द्रवंश और यदुवंश एक ही हे भाटिया महाजन भी भाटियों से प्रथक हुए हे अधिक जानकारी के लिए मेरा ब्लॉग देखे surendarbhatihistory.blogspot.com यदुवंशी सुरेन्द्र सिंह भाटी तेजमालता https://www.blogger.com/profile/01041122831733549807noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-69362664462207733352012-09-20T11:47:23.456+05:302012-09-20T11:47:23.456+05:30बडनेरकर जी, आपका यह आलेख भारत के कालकवलित इतिहास क...बडनेरकर जी, आपका यह आलेख भारत के कालकवलित इतिहास को नई दृष्टि से देखने की प्रेरणा देता है । भाषाई यात्रा के माध्यम से अतीत मे उतरना बडा महत्वपूर्ण है । आभास होता है जैसे कतिपय इतिहासकारों ने समग्र अध्ययन के बिना ही अतीत गाथाएँ रच ली हों । इस्लाम का सच्चा स्वरूप तो निस्सन्देह उस सूफी सोच मे ही है जो कट्टरता से दूर और प्रकृति के निकट है । RDShttps://www.blogger.com/profile/14134695386879343906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-84421576133174972772012-09-02T22:56:54.352+05:302012-09-02T22:56:54.352+05:30bhati rajya pure afganistan pakistan aur panjab ...bhati rajya pure afganistan pakistan aur panjab rajsthan me thaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-28843359990161004612012-09-02T22:53:07.298+05:302012-09-02T22:53:07.298+05:30bhati the great jai ho ...bhati the great jai ho Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-65812378468593018022010-06-20T20:26:09.471+05:302010-06-20T20:26:09.471+05:30गज, गजनी के बारे में गजनट जानकारी। जय हो!गज, गजनी के बारे में गजनट जानकारी। जय हो!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-30098817188998709102010-06-14T17:15:27.000+05:302010-06-14T17:15:27.000+05:30कमाल का ज्ञान साझा करते हैकमाल का ज्ञान साझा करते हैVinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-19747471768933967742010-06-14T16:22:40.965+05:302010-06-14T16:22:40.965+05:30बहुत अच्छी जानकारी है धन्यवाद्बहुत अच्छी जानकारी है धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-35229949397206538052010-06-14T15:16:47.120+05:302010-06-14T15:16:47.120+05:30इतिहास मेरा पसंदीदा विषय है ,परन्तु दुर्भाग्य वश ब...इतिहास मेरा पसंदीदा विषय है ,परन्तु दुर्भाग्य वश ब्लॉगजगत में इस विषय पर बहुत ही कम सामग्री मिलती है .आज आपकी पोस्ट से कुछ दिलचस्प व् अलग जानकरी मिली अच्छा लगा ..शुक्रिया.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-29222193729902346172010-06-14T13:18:52.535+05:302010-06-14T13:18:52.535+05:30मॉडर्न मेडिसिन के संस्थापक अबू सीना बुखारा के रहने...मॉडर्न मेडिसिन के संस्थापक अबू सीना बुखारा के रहने वाले थे। वे अपनी वल्दियत अबू सीना बिन उजलग बिन तरखन लिखते हैं। यानी उनके पिता का नाम उजलग और दादा का तरखन था। अबू सीना अरबी असर वाला इस्लामी नाम है, जबकि उनके पिता और दादा पूर्व-इस्लामी ठेठ तुर्क लोग हुए। बीजगणित की शुरुआत करने वाले अल ख्वारिज्मी की ख्याति उनके बगदाद प्रवास के बाद हुई लेकिन उनका मूलस्थान भी बुखारा ही समझा जाता है। आधुनिक विज्ञान के इतिहास में यह आम धारणा है कि बादशाह हारून और मैमून के जमाने में इसमें जो असाधारण गति आई, वह बुखारा के बौद्धकाल में हासिल की गई उपलब्धियों का ही अगला चरण थी।चंद्रभूषणhttps://www.blogger.com/profile/11191795645421335349noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-21256554711104578412010-06-14T11:41:54.119+05:302010-06-14T11:41:54.119+05:30शब्द आज चले है, बिल्कुल धीर गंभीर गजचाल!!
@अली जी...शब्द आज चले है, बिल्कुल धीर गंभीर गजचाल!!<br /><br />@अली जी, अनोनिमस जी,<br /> चन्द्रवंश से ही यदुवंश प्रकट हुआ एवं उसकी एक शाखा भाटी है.<br />भाटी को ही बहुवचन में भाटियों पुकारा है,भाटिया एक अलग गौत्र है.सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-58150631492313032382010-06-14T11:12:01.963+05:302010-06-14T11:12:01.963+05:30गजों के बारे में सुन्दर जानकारियाँ ।गजों के बारे में सुन्दर जानकारियाँ ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-73985829832486590932010-06-14T10:17:21.332+05:302010-06-14T10:17:21.332+05:30बहुत सी कड़ियों को खोलता है यह आलेख. गज सम्बन्धी व...बहुत सी कड़ियों को खोलता है यह आलेख. गज सम्बन्धी विन्यास से खूब ज्ञानवर्धन हुआ.Sulabh Jaiswal "सुलभ"https://www.blogger.com/profile/11845899435736520995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-5145590650994092152010-06-14T08:08:59.467+05:302010-06-14T08:08:59.467+05:30@ अजित जी और अनोनिमस जी
ईसा पूर्व काल की गणना और...@ अजित जी और अनोनिमस जी <br />ईसा पूर्व काल की गणना और यदुवंश / चन्द्रवंश के मुद्दे को छोड़ भी दें तो आप दोनों ( महाप्रतापी ) राजा 'गज' पर सहमत है ! ये भाटी लोग स्वयं को यदुवंशी मानते हैं या चन्द्रवंशी ये जानकर आगे भी सहमति बढाइये ! <br />गांधार राजकुल की बात करे तो शकुनि से लेकर महमूद तक का व्यवहार शत्रुता पूर्ण दिखता है !<br />अनोनिमस जी भाटी और भाटियों से एक कन्फ्यूजन हो रहा है क्या ये केवल भाटी है या फिर भाटिया ?उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-68592661067682377742010-06-14T06:54:22.653+05:302010-06-14T06:54:22.653+05:30गज, गजनी, गौरी, और गजनवी
सभी के बारे में जानकारी ...गज, गजनी, गौरी, और गजनवी <br />सभी के बारे में जानकारी मिल गई!<br />--<br />बढिया रही यह कड़ी भी!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-34003705589401341022010-06-14T03:01:20.652+05:302010-06-14T03:01:20.652+05:30कमाल की जानकारी!कमाल की जानकारी!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-14747542497005838142010-06-14T02:43:53.751+05:302010-06-14T02:43:53.751+05:30चन्द्र वंश की एक परवर्ती शाखा भाटियों के नाम से प्...चन्द्र वंश की एक परवर्ती शाखा भाटियों के नाम से प्रसिद्ध हुई है। इस शाखा के प्रतापी पुरुष राजा भाटी से शाखा का नाम पड़ा। उन्हीं के वंशज राजा रिज की राजधानी पुष्यपुर वर्तमान पेशावर है। राजा रिज के पुत्र गजसिंह नें गजनी का किला बनाया और शहर बसाया था। यह घटना ६०० ई० सन से पहले की है। इन्हीं भाटियों नें सन ६२३ ई० में भट्टिक संवत चलाया था। कहते हैं महमूद मरते वक्त तक मुसलमान नहीं हुआ था। संवत को लेके भी कूछ किंवदंतिया हैं।Anonymousnoreply@blogger.com