tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8605407995795780508..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: रथ से रोटी तक का सफरअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-12740311881637527442007-08-30T19:45:00.000+05:302007-08-30T19:45:00.000+05:30घुमाने की प्रक्रिया से नाम लेकर बेलन मारने पर कैसे...घुमाने की प्रक्रिया से नाम लेकर बेलन मारने पर कैसे उतर आया जो कि लाठी का काम है. कृप्या ज्ञानधारा बरसायें. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-48174836965596746712007-08-30T11:14:00.000+05:302007-08-30T11:14:00.000+05:30शायद इसी लिए ये गाना भी हैगोल-गोल रोटी का पहिया चल...शायद इसी लिए ये गाना भी है<BR/><BR/>गोल-गोल रोटी का पहिया चला<BR/>पीछे-पीछे चाँदी का रुपईया चला।<BR/><BR/>आप बहुत अच्छा लिख रहे है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-81302665457053323552007-08-30T06:55:00.000+05:302007-08-30T06:55:00.000+05:30बस, अगली पोस्ट तीन पर्त वाले तिकोने परांठे पर. :)बस, अगली पोस्ट तीन पर्त वाले तिकोने परांठे पर. :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-37303976320854226132007-08-30T06:45:00.000+05:302007-08-30T06:45:00.000+05:30बहुत खूब! इस लेख में एकदम ताजी रोटियों सा स्वाद है...बहुत खूब! इस लेख में एकदम ताजी रोटियों सा स्वाद है। :)Anonymousnoreply@blogger.com