tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post1799720438371036471..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: प्यारा कौन ? बैल , बालम या मलाई ?अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-34090779205391002332008-07-07T21:58:00.000+05:302008-07-07T21:58:00.000+05:30अजित जी, शब्दों का पीछा करने के लिए बधाई। एक गुजार...अजित जी, <BR/>शब्दों का पीछा करने के लिए बधाई। एक गुजारिश है कि कभी शेयर बाजार से जुड़े शब्दों की पड़ताल की जाए। सेन्सेक्स, बुल, बियर, डिबेंचर आदि के बारे में पता नही् क्यों मुझे गहरा संदेह है कि ये सब जुआघर या अन्य असामाजिक समझी जाने वाली जगहों या संस्थाओं से आए होंगे। <BR/>खैर यह इंटीयूशन के करीब की झक है अगर खोज आगे चले तो कुछ दिलचस्प जरूर निकलेगा।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04419500673114415417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-66512454691045497332008-07-03T18:18:00.000+05:302008-07-03T18:18:00.000+05:30बलम की एक व्युत्पत्ति वल्ल्भ से भी बताते हैं..बलम की एक व्युत्पत्ति वल्ल्भ से भी बताते हैं..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-15129539284226694602008-07-03T16:07:00.000+05:302008-07-03T16:07:00.000+05:30हर बार एक नई जानकारी...शब्दों की शक्ति शब्दों के स...हर बार एक नई जानकारी...शब्दों की शक्ति शब्दों के सफ़र में ही समझ पा रहे हैं..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-44116574790033184762008-07-03T13:06:00.000+05:302008-07-03T13:06:00.000+05:30आज की जानकारी तो कमाल की रही. रजा बलि और बाली भी त...आज की जानकारी तो कमाल की रही. रजा बलि और बाली भी तो कहीं इधर से ही नहीं आए.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-85666409161503051012008-07-03T12:43:00.000+05:302008-07-03T12:43:00.000+05:30बलि आहुति है तो बली या फ़िर महाबली भी आहुति की तर...बलि आहुति है तो बली या फ़िर महाबली भी आहुति की तरह ही है .उम्मीद तो इनसे यहीं रहती है कि किसी ख़ास मकसद के लिए "बली" लड़े चाहे लड़ते-लड़ते "बलि" हो जाए . इस तरह धीरे धीरे या फ़िर अचानक बली को <BR/>ही "बलि" होना होता है . <BR/>बल्ली ,बल्ला , बल पड़ जाना ,बलैया, चर्चा से रह गया . <BR/>अजित भाई शब्दों का सफर में आदिम ग्रन्थ वेद से आप शब्द क्यों नही लेते ? पता तो चलता कि वेद के कितने शब्द ,कहाँ तक सफर किया है .आपको रूचि है इसलिए कह दिया मैंने बस . <BR/><BR/>SANJAY SHARMA<BR/>http://maaydivyadrishti.blogspot.comAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-78528373194100688722008-07-03T11:56:00.000+05:302008-07-03T11:56:00.000+05:30उपयोगी जानकारी। शब्द की उपासना से बड़ा कर्म और क्य...उपयोगी जानकारी। शब्द की उपासना से बड़ा कर्म और क्या हो सकता है। शुभकामनाएं आपके इस प्रोजेक्ट के लिए।दिलीप मंडलhttps://www.blogger.com/profile/05235621483389626810noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-33593806581439348812008-07-03T10:48:00.000+05:302008-07-03T10:48:00.000+05:30आपका शब्द भंडार लाजवाब है।आपका शब्द भंडार लाजवाब है।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-48269821705014811692008-07-03T10:41:00.000+05:302008-07-03T10:41:00.000+05:30प्यारा भाई का चारा. किस-किसके रोज़ का गुजारा.प्यारा भाई का चारा. किस-किसके रोज़ का गुजारा.azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-21096612414398338352008-07-03T08:28:00.000+05:302008-07-03T08:28:00.000+05:30दरअसल भाषा वही चिरायु रहती है जो समयानुसार अपने को...दरअसल भाषा वही चिरायु रहती है जो समयानुसार अपने कोष में नए शब्द जोड़ती चली जाए, अंग्रेजी तभी इतनी समृद्ध है की उसे अन्य भाषाओँ से शब्द उधार लेने से परहेज नही है, हिन्दी को भी यही करना चाहिएSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-35241797950502541342008-07-03T07:26:00.000+05:302008-07-03T07:26:00.000+05:30शुक्रिया जी !"बलरामजी" हिब्रू भाषा से आये ? ये तो...शुक्रिया जी !<BR/>"बलरामजी" हिब्रू भाषा से आये ?<BR/> ये तो नई बात बताई आपने अजित भाई --<BR/><BR/> -लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-5123155197989105652008-07-03T04:44:00.000+05:302008-07-03T04:44:00.000+05:30पुनः आभार. एक तो इस पोस्ट के लिए और दूसरा साईड पैन...पुनः आभार. एक तो इस पोस्ट के लिए और दूसरा साईड पैनल मैने देख लिया है. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-69134013687229143812008-07-03T00:30:00.001+05:302008-07-03T00:30:00.001+05:30वाह प्रभु! आप भी एकदम कमाल के ज्ञाता हो.वाह प्रभु! आप भी एकदम कमाल के ज्ञाता हो.Smart AKDhttps://www.blogger.com/profile/14633588123418024593noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-83124789086497578302008-07-03T00:30:00.000+05:302008-07-03T00:30:00.000+05:30वाह प्रभु! आप भी एकदम कमाल के ज्ञाता हो.वाह प्रभु! आप भी एकदम कमाल के ज्ञाता हो.Smart AKDhttps://www.blogger.com/profile/14633588123418024593noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-61279322320263868092008-07-02T23:45:00.000+05:302008-07-02T23:45:00.000+05:30अद्भुत… शब्द कहाँ कहाँ हो आते हैं और कहाँ कहाँ पहु...अद्भुत… शब्द कहाँ कहाँ हो आते हैं और कहाँ कहाँ पहुँच जाते हैं।<BR/>शुभम।महेनhttps://www.blogger.com/profile/00474480414706649387noreply@blogger.com