tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post3982621975681658936..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: वंशगान - बांस और बरगद की रिश्तेदारीअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-19042025509113901712007-09-06T13:19:00.000+05:302007-09-06T13:19:00.000+05:30आपके ब्लॉग में जब भी आना होता है कुछ ना कुछ नई जान...आपके ब्लॉग में जब भी आना होता है कुछ ना कुछ नई जानकारी लेकर ही लौटना आना होता है।<BR/>अच्छा लगता है आपका इस तरह जानकारियां देते रहना।<BR/>शुक्रिया इस शब्दों के सफ़र में हमें सहयात्री बनाने के लिए!!Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-3959929613911243452007-09-06T07:28:00.000+05:302007-09-06T07:28:00.000+05:30आज सुबह सुबह आपका यह लेख पढा. व्युत्पत्ति से संबंध...आज सुबह सुबह आपका यह लेख पढा. व्युत्पत्ति से संबंधित कुछ और बातें पता चलीं. लिखते रहें -- शास्त्री<BR/><BR/>मेरा स्वप्न: सन 2010 तक 50,000 हिन्दी चिट्ठाकार एवं,<BR/>2020 में 50 लाख, एवं 2025 मे एक करोड हिन्दी चिट्ठाकार!!Shastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.com