tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post4112132834244699158..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: चोरी और हमले के शुभ-मुहूर्तअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-45089054209453174992009-12-26T13:16:05.469+05:302009-12-26T13:16:05.469+05:30अजीत भाई ,
हमेशा की तरह शब्दों की अच्छी ' खबर ...अजीत भाई ,<br />हमेशा की तरह शब्दों की अच्छी ' खबर ' ली गयी है .<br />........और पुराने चोर बेवकूफ थे मुहूर्त देखते थे .आज के राष्ट्रीय और महाराष्ट्रीय " चोर " जब चाहे चोरी में लगे रहते हैं . साल का हर पल छिन उनके लिए " शुभ मुहूर्त " साबित होता रहा है .<br />आप को पढ़ कर तो आजकल थोडा बहुत मैं भी शब्द ज्ञानी बनता जा रहा हूँ .<br />अनेकों धन्यवाद !RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-65540066925002186142009-12-26T12:20:54.037+05:302009-12-26T12:20:54.037+05:30वह बहुत खूब । बहुत अच्छी जानकारी धन्यवाद्वह बहुत खूब । बहुत अच्छी जानकारी धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-42073803005122982602009-12-26T09:52:24.086+05:302009-12-26T09:52:24.086+05:30शुभ मुहूर्त में होने वाले काम भी असफल हो जाते है ....शुभ मुहूर्त में होने वाले काम भी असफल हो जाते है . ना जाने क्यों . दो घडी सांस ले लू फिर सोचूंगाdhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-4873539468398937622009-12-26T09:49:42.450+05:302009-12-26T09:49:42.450+05:30वाह ......!
आज तो आपने शुभ मुहूर्त निकाल कर ही पोस...वाह ......!<br />आज तो आपने शुभ मुहूर्त निकाल कर ही पोस्ट प्रकाशित की है!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-36149403364100290772009-12-26T09:09:35.737+05:302009-12-26T09:09:35.737+05:30अजित जी,
इंटरनेट और यू-ट्यूब से चोरी करने का भी को...अजित जी,<br />इंटरनेट और यू-ट्यूब से चोरी करने का भी कोई मुहू्र्त होता है क्या...सोचता हूं अगर इंटरनेट ने मीडिया का काम कितना आसान कर दिया है...कोई संदर्भ चाहिए झट से गए गूगल बाबा की शरण में....इंटरनेट ठप हो जाता है तो डेस्क के पत्रकारों के चेहरे की बेबसी देखने वाली बनती है...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-54592509455370866342009-12-26T08:06:24.549+05:302009-12-26T08:06:24.549+05:30गुरु नानक देव ने जपु जी में फरमाया है :
कवणु सु व...गुरु नानक देव ने जपु जी में फरमाया है :<br /><br />कवणु सु वेला वखतु कवणु कवण थिति कवणु वारु<br />कवणि सि रुती माहु कवणु जितु होआ आकारु<br />वेल न पाईआ पंडती जि होवै लेखु पुराणु <br />वखतु न पाइओ कादीआ जि लिखनि लेखु कुराणु <br />थिति वारु ना जोगी जाणै रुति माहु ना कोई <br />जा करता सिरठी कउ साजे आपे जाणै सोई<br /> <br /> मतलब है कि परमात्मा ने सृष्टि की कभ सृजना की उस के बारे कोई नहीं जानता. काव्य का आनंद लो , मानने की बात अलग है.<br /><br />अजित जी दा जवाब नहीं . शुभतम महूर्त में जन्म लिया उन्हों ने .Baljit Basihttps://www.blogger.com/profile/11378291148982269202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-6250872187484898772009-12-26T08:04:49.808+05:302009-12-26T08:04:49.808+05:30... शुभ मुहुर्त ...वाह-वाह ...क्या शुभ - क्या अशुभ...... शुभ मुहुर्त ...वाह-वाह ...क्या शुभ - क्या अशुभ !!! ...कोई कार्य प्रारम्भ से ही अशुभ था या अशुभ होने पर अशुभ हो गया इसका निर्धारण कैसे होगा !!!!... या फ़िर कार्य सफ़ल हो गया तो शुभ और असफ़ल हो गया तो अशुभ !!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-53919405522032416672009-12-26T07:47:45.068+05:302009-12-26T07:47:45.068+05:30मुहूर्त के संबंध में गम्भीर आलेख । काफी कुछ उल्लिख...मुहूर्त के संबंध में गम्भीर आलेख । काफी कुछ उल्लिखित हो गया है इस आलेख में । आभार ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-74448612808587162162009-12-26T06:11:32.751+05:302009-12-26T06:11:32.751+05:30अच्छा है।अच्छा है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-14157792642403681262009-12-26T05:01:43.029+05:302009-12-26T05:01:43.029+05:30मुहूर्त की भली कही. भक्तों का यकीन तो सदा सत्यमेव ...मुहूर्त की भली कही. भक्तों का यकीन तो सदा सत्यमेव जयते और प्रभु के चरणों में ही रहता है:<br />तदैव लग्नं सुदिनं तदैव ताराबलम चन्द्रबलम तदैव<br />विद्याबलं दैवबलं तदैव लक्ष्मी पतिम तेंध्रियुगम्स्मरामी<br /><br />आपका ब्लॉग IE में खुलता नहीं है, बल्कि उसे क्रैश कर देता है (ज़रूर कोई विजेट आदि गड़बड़ कर रहा है.) और इस कारण बहुत बार हम और अन्य लोग इस ज्ञान से वंचित रह जाते हैं. कृपया देखिये क्या समस्या है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-29456677483268286632009-12-26T04:16:49.947+05:302009-12-26T04:16:49.947+05:30किसी भी कार्य के शुभारम्भ से पहले उससे जुड़े सभी प...किसी भी कार्य के शुभारम्भ से पहले उससे जुड़े सभी पक्षों का सम्यक अध्ययन करने के बाद जिस क्षण उसे शुरु किया जाए, वह समय अपने आप में शुभ-मुहूर्त ही होता है। <br /><br />-सत्य वचन!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com