tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post6734457509036201436..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: प्रेमपत्र में मात्राओं की ग़लतियां [बकलमखुद-78]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-5169934530547342162008-12-01T04:13:00.000+05:302008-12-01T04:13:00.000+05:30सब कुछ जला दिया था उस जालिम के प्यार मेंमाचिस भी आ...सब कुछ जला दिया था उस जालिम के प्यार में<BR/>माचिस भी आज उसके गार्डेन में फेंक दी!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-16646684140690525942008-11-23T11:23:00.000+05:302008-11-23T11:23:00.000+05:30सच्ची? वो पत्र आपको अबतक याद है? यह बात मैं उस बन्...सच्ची? वो पत्र आपको अबतक याद है? <BR/><BR/>यह बात मैं उस बन्दे को आजही बताता हूँ। उस समय आपने जब कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया था तो वह मेरे कन्धे पर फू्ट-फूटकर रोया था। गुमसुम रहने लगा था। बेचारा शायद उस सदमें से अब उबर जाय...। :)सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-35867645158346659262008-11-21T14:14:00.000+05:302008-11-21T14:14:00.000+05:30देर तक सोने के बारे में अमूल्य लाइने लिख कर आपने ह...देर तक सोने के बारे में अमूल्य लाइने लिख कर आपने हमें मजबूर कर दिया कि टिप्पणी की जाय.<BR/>वैसे प्रेमपत्र लिखने वाले बेचारे इतने होश में होते ही कहाँ हैं कि मात्राओं पर भी ध्यान दें <BR/>कहते हैं जिसे इश्क खलल है दिमाग का..<BR/>वैसे कुश जी की बात सही है भावनाओं पर ध्यान देना चाहिए मात्राओं पर नही.roushanhttps://www.blogger.com/profile/18259460415716394368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-2789921079946424222008-11-20T23:36:00.000+05:302008-11-20T23:36:00.000+05:30बहुत आनंद आया पल्लवी जी के बारे में पढ़ कर...बहुत स...बहुत आनंद आया पल्लवी जी के बारे में पढ़ कर...बहुत सी बातों से अपना बचपन याद आ गया...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-31744950279187763992008-11-20T21:37:00.000+05:302008-11-20T21:37:00.000+05:30पिछले तीनों भाग एक साथ पढ़े । काफी आनंद आया आपकी शै...पिछले तीनों भाग एक साथ पढ़े । काफी आनंद आया आपकी शैतानियों के बारे में पढ़कर।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-48142698416644084772008-11-20T21:17:00.000+05:302008-11-20T21:17:00.000+05:30रोचक यादें हैं। आगे भी इंतजार है कुछ और किस्सों का...रोचक यादें हैं। आगे भी इंतजार है कुछ और किस्सों का!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-4924448056696750972008-11-20T17:36:00.000+05:302008-11-20T17:36:00.000+05:30बहुत बढ़िया ! अच्छा किया गलत भाषा लिखने वाले का बहि...बहुत बढ़िया ! अच्छा किया गलत भाषा लिखने वाले का बहिष्कार किया । यदि यह बात सब बच्चों को पता चल जाए तो शायद सही लिखने का प्रयास करें । वैसे फिर भी उसकी मेहनत का सदुपयोग आपको हंसाकर तो हुआ, वह जानेगा तो थोड़ा बखुश होगा ।<BR/>लिखने का अंदाज बहुत अच्छा लगा ।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-54254328494661207092008-11-20T16:26:00.000+05:302008-11-20T16:26:00.000+05:30'जो देर से सोकर उठते हैं वो जानते होंगे की सुबह की...'जो देर से सोकर उठते हैं वो जानते होंगे की सुबह की वो नींद संसार के किसी भी खजाने से ज्यादा कीमती होती है!'<BR/>वाकई अनमोल खजाना होती है वो नींद और कॉलेज की मीठी यादें भी. लव लेटर हम ब्लोगेर्स तक भी पहुँचाना चाहिए था.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-73364476573813702572008-11-20T16:21:00.001+05:302008-11-20T16:21:00.001+05:30शादी तक किसी तरह संभाल कर रखे वो सारे ख़तजिनमे प्य...शादी तक किसी तरह संभाल कर रखे वो सारे ख़त<BR/>जिनमे प्यार को भी पार लिखा होता था.<BR/>जलाने पड़े एक एक कर, एक दिन वे सब <BR/>जिनकी टूटी तहरीर में दिल का तार जुड़ा होता था.<BR/>खैर, आपकी पोस्ट पढ़कर मजा आ गया. लेकिन आगे क्या हुआ ये तो बताइए, क्योंकि टूटा फूटा लिखने वाला इतनी आसानी से नहीं रुकता या रूकती.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-81553858915737608522008-11-20T16:21:00.000+05:302008-11-20T16:21:00.000+05:30वाह पल्लवी जी आपकी अन्धविश्वास तो कुछ हद तक हम भी ...वाह पल्लवी जी आपकी अन्धविश्वास तो कुछ हद तक हम भी मानते थे |और सुबह उठने की तो मत पूछिये बचपन से परिजनों ने कोशिश की तो अब जाकर जब पढ़ाई ख़त्म हो गई तो आदत पड़ी.<BR/>पुराने दिनों की यादो को फ़िर से तजा करने के लिए आपको धन्यवाद्Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43334992067984890042008-11-20T15:18:00.000+05:302008-11-20T15:18:00.000+05:30गज़ब है!देखो जी जे गलत बात है न कि आपने पहले प्रेमप...गज़ब है!<BR/>देखो जी जे गलत बात है न कि आपने पहले प्रेमपत्र का उल्लेख तो कर दिया पन बाकी का क्यों नई? बोलो बोलो.....<BR/><BR/>आपकी सुबह देर से उठने वाली बात से तो सौ फीसदी सहमत हैं अपन।<BR/>बचपन से आज तक सुबह जल्दी उठने के नाम पर डांट ही खा रहे हैं।Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-11782160403583479392008-11-20T14:56:00.000+05:302008-11-20T14:56:00.000+05:30क्लास में सोना और सुबह देर तक सोना इन दोनों में तो...क्लास में सोना और सुबह देर तक सोना इन दोनों में तो मेरा कोई मुकाबला नहीं :-) और अब आप इतनी ईमानदारी से बता रही हैं तो... हमने भी ऐसे कुछ अंधविश्वास पाल रखे थे. सारे ख़ुद के बनाए हुए. <BR/><BR/>पर प्रेम पात्र आज तक नहीं लिखा किसी ने... यहीं मार खा गए :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-10192034276445108032008-11-20T14:46:00.000+05:302008-11-20T14:46:00.000+05:30चलिये दो बातें तो आपकी हमसे मिलीं ..एक ये कि जानते...चलिये दो बातें तो आपकी हमसे मिलीं ..एक ये कि जानते हुए भी हम कुछ अंधविश्वास पाल रखे हैं बचपन नही अब तक..! और दूसरा सुबह की नींद भी आज तक सबसे कीमती चीज है..रात भर चाहे जितनी मेहनत कर लें..!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-64577245100635991502008-11-20T13:42:00.000+05:302008-11-20T13:42:00.000+05:30वो प्रेम पत्र अब तुरंत हमे भिजवा दे , प्रेम पत्रो ...वो प्रेम पत्र अब तुरंत हमे भिजवा दे , प्रेम पत्रो के कबाड पर हमारा और केवल हमारा ही अधिकार होता है :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-53308435178914604302008-11-20T12:53:00.000+05:302008-11-20T12:53:00.000+05:30प्रेम-पत्र लिखने का हमें कोई मौका नहीं मिला। पर कई...प्रेम-पत्र लिखने का हमें कोई मौका नहीं मिला। पर कई लोगों के लिये इस विषय में घोस्ट राइटिंग अवश्य की है!<BR/>पता नहीं इससे जन कल्याण हुआ या नहीं! :-)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-25563790421007333462008-11-20T12:27:00.000+05:302008-11-20T12:27:00.000+05:30मात्राओ पे न जाओ भावनाओ पे जाओ... आपने उस की भावना...मात्राओ पे न जाओ भावनाओ पे जाओ... <BR/><BR/>आपने उस की भावनाओ को नही समझा.. क्या पता वो अज ब्लोगर बन गया हो और आपकी पोस्ट पढ़ रहा हो..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43590536560196111452008-11-20T09:53:00.000+05:302008-11-20T09:53:00.000+05:30सच बहुत रोचक चल रहा है आप बीती का यह सफरनामा. लेखि...सच बहुत रोचक चल रहा है <BR/>आप बीती का यह सफरनामा. <BR/>लेखिका की शैली में जिंदगी से ज़्यादा<BR/>एक कलम गो का तेवर बोल रहा है...वरना<BR/>"नीले पेन से एक टेढा सा दिल" जैसा वाक्य !!!<BR/>कमाल है...ये तो सचमुच कमाल है !!!!<BR/>वैसे पल्लवी आपने कालेज में जो <BR/>धमाचौकडी की है उसके तजुर्बे का लाभ <BR/>आज कल के <BR/>उद्दंड कालेजियन को जरूर मिल <BR/>रहा होगा....है न ? ...बहरहाल आप हमारी बधाई<BR/>स्वीकार कीजिए और शुभकामनाएँ भी कि आपकी लेखनी <BR/>एक दिन आपको अलहदा पहचान प्रदान करे.<BR/>==========================================<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-67423628908607172562008-11-20T09:17:00.000+05:302008-11-20T09:17:00.000+05:30प्रेम पत्र और मोंगरे के फूल .बढ़िया यादें हैं ..यह...प्रेम पत्र और मोंगरे के फूल .बढ़िया यादें हैं ..यह कभी भी नही भूलेंगी ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-7151941366741892852008-11-20T08:11:00.000+05:302008-11-20T08:11:00.000+05:30पल्लवी जी, हमेँ मोगरे आपकी तरह बहुत पसँद हैँ और प्...पल्लवी जी, <BR/>हमेँ मोगरे आपकी तरह बहुत पसँद हैँ और <BR/>प्रेम पत्र प्रकरण पढकर बहुत हँसी आई :)<BR/>स्नेह,<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-83584696502241030502008-11-20T07:36:00.000+05:302008-11-20T07:36:00.000+05:30छोटी-छोटी बातें अमूल्य परिसम्पत्ति की तरह मन के...छोटी-छोटी बातें अमूल्य परिसम्पत्ति की तरह मन के कोठार में 'अक्षय-अक्षर' बनी रहती हैं । बात न बात का नाम लेकिन दिल मालामाल ।<BR/><BR/>जगजीत सिंह की गायी गजल बरबस ही याद आ गई -<BR/><BR/>दुनिया जिसे कहते हैं, जादू का खिलौना है<BR/>मिल जाए तो मिट्टी है, खो जाए तो सोना हैविष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.com