tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8035777315247329438..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: दुष्ट-दुश्मन-दुःशासनअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-84705535459445917762012-06-18T16:45:54.421+05:302012-06-18T16:45:54.421+05:30धर्म का अर्थ - सत्य, न्याय एवं नीति (सदाचरण) को धा...धर्म का अर्थ - सत्य, न्याय एवं नीति (सदाचरण) को धारण करके कर्म करना एवं इनकी स्थापना करना ।<br />व्यक्तिगत धर्म- सत्य, न्याय एवं नीति को धारण करके, उत्तम कर्म करना व्यक्तिगत धर्म है ।<br />असत्य, अन्याय एवं अनीति को धारण करके, कर्म करना अधर्म होता है ।<br />सामाजिक धर्म- मानव समाज में सत्य, न्याय एवं नैतिकता की स्थापना के लिए कर्म करना, सामाजिक धर्म है । ईश्वर या स्थिरबुद्धि मनुष्य सामाजिक धर्म को पूर्ण रूप से निभाते है । लोकतंत्र में न्यायपालिका भी यही कार्य करती है ।<br />धर्म को अपनाया नहीं जाता, धर्म का पालन किया जाता है । धर्म पालन में धैर्य, संयम, विवेक जैसे गुण आवश्यक है ।<br />धर्म संकट- सत्य और न्याय में विरोधाभास की स्थिति को धर्मसंकट कहा जाता है । उस स्थिति में मानव कल्याण व मानवीय मूल्यों की दृष्टि से सत्य और न्याय में से जो उत्तम हो, उसे चुना जाता है ।<br />व्यक्ति विशेष के कत्र्तव्य पालन की दृष्टि से धर्म -<br />राजधर्म, राष्ट्रधर्म, मनुष्यधर्म, पितृधर्म, पुत्रधर्म, मातृधर्म, पुत्रीधर्म, भ्राताधर्म इत्यादि ।<br />जीवन सनातन है परमात्मा शिव से लेकर इस क्षण तक व अनन्त काल तक रहेगा ।<br />धर्म एवं मोक्ष (ईश्वर की उपासना, दान, पुण्य, यज्ञ) एक दूसरे पर आश्रित, परन्तु अलग-अलग विषय है । <br />धार्मिक ज्ञान अनन्त है एवं श्रीमद् भगवद् गीता ज्ञान का सार है ।<br />राजतंत्र में धर्म का पालन राजतांत्रिक मूल्यों से, लोकतंत्र में धर्म का पालन लोकतांत्रिक मूल्यों से होता है । by- kpopsbjriAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-41751388407304987302008-10-01T20:08:00.000+05:302008-10-01T20:08:00.000+05:30धर्म शब्द (धृ धातु ,:धारण ) की शब्द यात्रा पर अवश...धर्म शब्द (धृ धातु ,:धारण ) की शब्द यात्रा पर अवश्य प्रकाश डालने की कृपा करें ;ऋतू भी धर्म मयहै |<BR/> धन्यवाद'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-19190142517385089282008-10-01T19:36:00.000+05:302008-10-01T19:36:00.000+05:30अजित भाई,शुभकामनाएँ!- नवरत्र मेँ दुर्गा जैसे शब्द ...अजित भाई,<BR/>शुभकामनाएँ!- <BR/>नवरत्र मेँ दुर्गा जैसे शब्द पर भी कुछ लिखिये - <BR/>सुशाशन हो :) दु:शाशन का अँत हो ! <BR/> जय माता दी !लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-75504935075843679032008-10-01T12:20:00.000+05:302008-10-01T12:20:00.000+05:30@अशोक जी, ज्ञानजी, अविनाशजी और समीर भाई आपका बहुत ...@अशोक जी, ज्ञानजी, अविनाशजी और समीर भाई आपका बहुत बहुत शुक्रिया...सफर में बने रहें। सफर की रौनक हैं आप सभी। <BR/><BR/>@घोस्ट बस्टरजी और अन्योनास्ति जी, मान गए आपकी निगाहों को भी। तेज़ नज़र , पक्का काम है आपका। आपको भी शुक्रिया कहते हैं हम...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-1141490373956935212008-10-01T12:11:00.000+05:302008-10-01T12:11:00.000+05:30बहुत दिन से ढूंढ रहा था आज पकडे गएबहुत दिन से ढूंढ रहा था आज पकडे गए'' अन्योनास्ति " { ANYONAASTI } / :: कबीरा ::https://www.blogger.com/profile/02846750696928632422noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-11669497129004145792008-10-01T10:48:00.000+05:302008-10-01T10:48:00.000+05:30अपने बारे में इतने पर्यायवाची जानना बहुत अच्छा लगा...अपने बारे में इतने पर्यायवाची जानना बहुत अच्छा लगा अजित भाई! और क्या तो जबरजस्त फ़ोटू लगाई. वाह! ज्ञानवर्धक और मज़ेदार भी.Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-86716562965670291682008-10-01T08:58:00.000+05:302008-10-01T08:58:00.000+05:30शब्दों का तो ये सफर है ही लेकिन लगातार बदलती ग्राफ...शब्दों का तो ये सफर है ही लेकिन लगातार बदलती ग्राफिक्स सज्जा भी कथा में बहुत सुंदर रंग भरती है. कई सारे बदलाव नोट कर रहा हूँ. दुष्टों की जानकारी बढ़िया रही.Ghost Busterhttps://www.blogger.com/profile/02298445921360730184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-77396053663595583582008-10-01T08:51:00.000+05:302008-10-01T08:51:00.000+05:30दुःशासन का सन्दर्भ आज केपड़ाव को अधिक अर्थ गर्भ बना...दुःशासन का सन्दर्भ आज के<BR/>पड़ाव को अधिक अर्थ गर्भ <BR/>बना रहा है....आभार.<BR/>================<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-88010109419530467662008-10-01T08:45:00.000+05:302008-10-01T08:45:00.000+05:30बद शब्द के मायने सही पता चले शुक्रियाबद शब्द के मायने सही पता चले शुक्रियारंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-72083043045921636902008-10-01T06:49:00.000+05:302008-10-01T06:49:00.000+05:30दूषण निपटा, अब भूषण की बारी है। वैसे आपकी पोस्ट मे...दूषण निपटा, अब भूषण की बारी है। <BR/>वैसे आपकी पोस्ट में कोई भी शब्द हो - साथ पा कर भूषित ही हो जाता है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-80688314730520535792008-10-01T06:28:00.000+05:302008-10-01T06:28:00.000+05:30दुष्कर में भी दुष् ही हैपर यह तो बुश नहीं है.मुश...दुष्कर में भी दुष् ही है<BR/>पर यह तो बुश नहीं है.<BR/>मुश्किल जरूर है पर<BR/>बुरा नहीं है कार्य यह.<BR/><BR/>जानकारी सारी सच्ची है<BR/>विज्ञ हैं आप<BR/>यह बात तो अच्छी है.<BR/><BR/>मान गए आपको<BR/>जान गए आपको.अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-39278138285045711222008-10-01T06:04:00.000+05:302008-10-01T06:04:00.000+05:30वाह जी, बहुत ज्ञानवर्धक रहा!! बहुत आभार हमेशा की त...वाह जी, बहुत ज्ञानवर्धक रहा!! <BR/><BR/>बहुत आभार हमेशा की तरह!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com