tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8479754458144269637..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: जड़ में मट्ठा डालिये…[खानपान-5]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-57758506306666095852009-01-30T14:06:00.000+05:302009-01-30T14:06:00.000+05:30सही कहा.........मंथन से ही रत्न प्राप्ति हो सकती ह...सही कहा.........मंथन से ही रत्न प्राप्ति हो सकती है,चाह वह विचार रूपी रत्न हो या पदार्थ रूपी रत्न.<BR/>अतिसुन्दर विवेचना हेतु साधुवाद......रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-10008484786581467632009-01-30T00:19:00.000+05:302009-01-30T00:19:00.000+05:30बहुत बढिया रहा यहाँ "मट्ठा आख्यान "बहुत बढिया रहा यहाँ <BR/>"मट्ठा आख्यान "लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-52922633903053471182009-01-29T17:16:00.000+05:302009-01-29T17:16:00.000+05:30लेकिन यह भी बताइएगा कि 'मन्थन' की प्राप्ति क्या ...लेकिन यह भी बताइएगा कि 'मन्थन' की प्राप्ति क्या है-मट्ठा या मक्खन?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-46057203407817662682009-01-29T17:05:00.000+05:302009-01-29T17:05:00.000+05:30हमेशा की तरह ज्ञान वर्धन करता हुआ लेख ।हमेशा की तरह ज्ञान वर्धन करता हुआ लेख ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-2592610058253632662009-01-29T16:19:00.000+05:302009-01-29T16:19:00.000+05:30ज़रा-सा व्यस्त था वापस आया तो इतनी रोचक पोस्ट पढ़ने...ज़रा-सा व्यस्त था वापस आया तो इतनी रोचक पोस्ट पढ़ने को मिली, शुक्रिया!Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-67425353082435434742009-01-29T15:22:00.000+05:302009-01-29T15:22:00.000+05:30मथ के मट्ठा बना, मंथर से मंथरा !मथ के मट्ठा बना, मंथर से मंथरा !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-19397658438977196032009-01-29T15:18:00.000+05:302009-01-29T15:18:00.000+05:30बहुत ही ज्ञान वर्धक लेख है...........मट्ठा की जानक...बहुत ही ज्ञान वर्धक लेख है...........मट्ठा की जानकारी से ज्ञात हुवा की हम कितनी अच्छी चीज पी रहे हैंदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-81187693773385724002009-01-29T15:05:00.000+05:302009-01-29T15:05:00.000+05:30ये मुहावरा तो मैंने पहली बार सुना.ये मुहावरा तो मैंने पहली बार सुना.Unknownhttps://www.blogger.com/profile/01634947543138803817noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-54596364547612143662009-01-29T14:12:00.000+05:302009-01-29T14:12:00.000+05:30आपके लेख को मन्थर गतिसे पढ़ने पर ही मजा है! :-)आपके लेख को मन्थर गतिसे पढ़ने पर ही मजा है! :-)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-3882038923033969712009-01-29T10:07:00.000+05:302009-01-29T10:07:00.000+05:30मज़ेदार मट्ठे के रायते वाली पोस्ट !मज़ेदार मट्ठे के रायते वाली पोस्ट !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-51595710503820666882009-01-29T09:07:00.000+05:302009-01-29T09:07:00.000+05:30मंथर....मंथरा !क्या बात है...समझे अब हम !!========...मंथर....मंथरा !<BR/>क्या बात है...समझे अब हम !!<BR/>=========================<BR/>लस्सी के बाद मट्ठा !<BR/>ग्रीष्म ऋतु से राहत और <BR/>तरावट की अग्रिम तैयारी के <BR/>संकेत भी मिल गए !!<BR/>======================<BR/>आभार अजित जी <BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-10049239939191832442009-01-29T08:54:00.000+05:302009-01-29T08:54:00.000+05:30धीरू सिंह जी फ़ौरन किसी नेता को पकड कर ट्राई करे , ...धीरू सिंह जी फ़ौरन किसी नेता को पकड कर ट्राई करे , लेकिन अब ये कामगर नही रहा जैसे मच्छरो के लिये डी डी टी :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-79630338826558797112009-01-29T08:38:00.000+05:302009-01-29T08:38:00.000+05:30वाकई बहुत ही ज्ञानदायक आलेख. बहुत शुभकामनाएं.रामरा...वाकई बहुत ही ज्ञानदायक आलेख. बहुत शुभकामनाएं.<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-47120723560506775462009-01-29T07:19:00.000+05:302009-01-29T07:19:00.000+05:30मटकी में बड़ी बिलौनी से दही बिलौना एक बहुत ही अच्छ...मटकी में बड़ी बिलौनी से दही बिलौना एक बहुत ही अच्छी कसरत है जिस से न केवल हाथों की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं। पेट की चर्बी कम होती है कमर का घेरा कम रहता है। यही बिलौने की क्रिया महिलाओं के सौन्दर्य और शक्ति दोनों को सहेज कर रखती थी।<BR/>अब शायद जिम में उसी की प्रतिकृति का कोई टूल कसरत के लिये बनाए जाते हैं।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-28745519509493071312009-01-29T07:03:00.000+05:302009-01-29T07:03:00.000+05:30मेरे यहाँ रोज मट्ठा चलता है . लेकिन जाना आज , मट्ठ...मेरे यहाँ रोज मट्ठा चलता है . लेकिन जाना आज , मट्ठे को तो जड़ो मे डालने का मुहावरा सुना था अब प्रयोग भी करना चाहता हूँ . <BR/>दही बिलोने से घी मिलता है। इसी तरह वैचारिक मन्थन से सत्य की प्राप्ति होती है। यह वाक्य प्रेरणा देगा मुझे .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-90381215082876724002009-01-29T06:57:00.000+05:302009-01-29T06:57:00.000+05:30सुन्दर! लेख और फोटो दोनों!सुन्दर! लेख और फोटो दोनों!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-16329113300372722432009-01-29T05:39:00.000+05:302009-01-29T05:39:00.000+05:30दही बिलोने से घी मिलता है। इसी तरह वैचारिक मन्थन स...दही बिलोने से घी मिलता है। इसी तरह वैचारिक मन्थन से सत्य की प्राप्ति होती है। <BR/>--जय हो स्वामी अजित जी की. ज्ञान प्राप्त कर लिया.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com