tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8881089071045764523..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: शरद कोकास की आत्मा का पुनर्कायाप्रवेशअजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-26044298740060663912009-10-30T22:06:35.759+05:302009-10-30T22:06:35.759+05:30quite interesting,humourous and sweet.reading your...quite interesting,humourous and sweet.reading your articles i feel i have along way to goAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/16445778181259545466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-4317419133674749132009-09-16T18:37:07.665+05:302009-09-16T18:37:07.665+05:30शरद भाई से बात हुई थी और हरिओम के साथ हमें भी भगवत...शरद भाई से बात हुई थी और हरिओम के साथ हमें भी भगवत रावत जी वाले कार्यक्रम में आना था पर यहां एक कार्यशाला का आयोजन था और यारों की अनुमति नहीं मिली।<br /><br />ये न थी हमारी क़िस्मत…Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-26469936857004635372009-09-16T15:50:05.668+05:302009-09-16T15:50:05.668+05:30आप की पोस्ट से शरद जी के बारे में जानना अच्छा लगा।...आप की पोस्ट से शरद जी के बारे में जानना अच्छा लगा। आप की तरह हम भी एक ठंडी सांस भर कर शरद जी से रश्क कर रहे हैं कि अंतत: नौकरी की बेढ़ियों को तोड़ सके और वो कर रहे हैं जो करना चाहते थे।Anita kumarhttps://www.blogger.com/profile/02829772451053595246noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-89349984872903891152009-09-16T01:22:39.955+05:302009-09-16T01:22:39.955+05:30अजित भाई ,आज ही दुर्ग वापस लौटा हूँ । भोपाल के रीज...अजित भाई ,आज ही दुर्ग वापस लौटा हूँ । भोपाल के रीजनल कॉलेज में पढाई के बाद कई बार भोपाल गया लेकिन आपसे मुलाकात इस बार के सफर की विशेष उपलब्धि रही । आदरणीया भाभीजी जब हम लोगों की तस्वीरें खींच रही थीं ,मुझे नहीं पता था इनका ऐसा बेहतरीन उपयोग होगा । चलिये अब तो सारा गोपनीय ,ओपनीय हो गया है घरवाले भी इस बात से प्रसन्न हैं कि भोपाल में मै आवारागर्दी नहीं कर रहा था बल्कि सभ्य एवं सुसंस्कृत मित्रों के साथ ब्लॉगिंग जैसा सत्कर्म कर रहा था । आपके सुन्दर और सुसज्जित घर के साथ वह खीर की कटोरी भी दिख जाती तो सोने मे सुहागा हो जाता,आपके प्रेम मे सम्मिलित जिसकी मिठास लिये मैं वापस लौटा हूँ । साथ ही इस सफर के साक्षी और मुक्ति की बधाई देने वाले सभी मित्रों को धन्यवाद इस आशा के साथ कि हम सब इसी तरह मिलते रहें और ब्लॉगिंग से उपजे इन रिश्तों का सफर यूँ ही जारी रहे । -आप सब का शरद कोकासशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-25079452837000152882009-09-15T23:50:01.653+05:302009-09-15T23:50:01.653+05:30शरद बाबू आपके पास हैं यह हमें ज्ञात हो गया था.
चल...शरद बाबू आपके पास हैं यह हमें ज्ञात हो गया था.<br /><br />चलो, किसी को तो मुक्ति का मार्ग मिला. <br /><br />यहाँ तो हमारी बैंक काउन्सलिंग करे कि काहे नहीं छोड़ देते नौकरी जब ब्लॉगिंग में इतना मन रमा है. घर वालों को बुला कर कहें कि इनको ले जाओ मगर घर वाले माने जब न!!<br /><br />अच्छा लगा तस्वीरों में वीरों को देखकर.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-35705663348534438512009-09-15T22:36:49.642+05:302009-09-15T22:36:49.642+05:30पढ़कर बहुत अच्छा लगा । शुभकामनायें ।पढ़कर बहुत अच्छा लगा । शुभकामनायें ।Chandan Kumar Jhahttps://www.blogger.com/profile/11389708339225697162noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-44114817166245246542009-09-15T21:38:49.615+05:302009-09-15T21:38:49.615+05:30कल दुपहर की इस पोस्ट का पता अब चला है। जब कि शरद ज...कल दुपहर की इस पोस्ट का पता अब चला है। जब कि शरद जी ने मेरी टिप्पणी पर प्रतिटिप्पणी करते हुए बताया कि वे भोपाल में थे। शरद जी को त्रिज होने की बधाई।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-80611632680620356302009-09-15T10:26:34.470+05:302009-09-15T10:26:34.470+05:30ब्लोग दुनिया में नया और फ़िर ज्यादा पढ़ता भी नहीं ह...ब्लोग दुनिया में नया और फ़िर ज्यादा पढ़ता भी नहीं हूँ इसलिये शरद जी के बारे में मालूम न था. पोस्ट ने एक नया परिचय करवाया है. शब्दों के सफ़र में कुछ और भी सफ़र चल रहे है.के सी https://www.blogger.com/profile/03260599983924146461noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-70636637751850326312009-09-15T07:47:44.050+05:302009-09-15T07:47:44.050+05:30संतन कहा चाकरी सो कामसंतन कहा चाकरी सो कामगिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-7785229822095600272009-09-15T01:30:49.257+05:302009-09-15T01:30:49.257+05:30शरद जी को 'पुनर्जन्म' मुबारक हो.
आशा है, इ...शरद जी को 'पुनर्जन्म' मुबारक हो.<br />आशा है, इस नए जनम में उनकी सभी अधूरी अभिलाषाएं पूरी होंगी.[:D}<br />शुभकामनायें.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-18856085214471845602009-09-14T23:22:42.696+05:302009-09-14T23:22:42.696+05:30बहोत खूब --
ब्लॉग मित्रता असल जीवन में प्रवेश कर...बहोत खूब -- <br /> ब्लॉग मित्रता असल जीवन में प्रवेश कर गयी :)<br />आप की भेंट वार्ता वृन्तांत पढ़ खुशी हुई <br />हिन्दी हर भारतीय का गौरव है <br />उज्जवल भविष्य के लिए प्रयास जारी रहें <br />इसी तरह लिखते रहें <br />- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-86034861334894997292009-09-14T22:17:30.844+05:302009-09-14T22:17:30.844+05:30किताबें तो नीचे वाली तस्वीर में भी कुछ कम नहीं दिख...किताबें तो नीचे वाली तस्वीर में भी कुछ कम नहीं दिख रही :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-29339814537482712092009-09-14T22:12:10.562+05:302009-09-14T22:12:10.562+05:30जय हो शरद भाई और अजित जी की। मुक्ति हमेशा ही श्रेय...जय हो शरद भाई और अजित जी की। मुक्ति हमेशा ही श्रेयस्कर होती है।हरि जोशीhttp://irdgird.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-13355090634345174232009-09-14T20:52:20.879+05:302009-09-14T20:52:20.879+05:30नमस्ते मित्रों !
बहुत बढ़िया , मैं मई मास / वर्ष २०...नमस्ते मित्रों !<br />बहुत बढ़िया , मैं मई मास / वर्ष २००९ में शरद कोकास जी से भिलाई में मिल चुका हूँ. याद ताजा हो गई. वे जितने अच्छे कवि हैं उतने अच्छॆ इंसान !<br />-सिद्धsiddheshwar singhhttps://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-20676049990740778112009-09-14T18:35:56.762+05:302009-09-14T18:35:56.762+05:30शरद कोकास अपनी मिजारिटी के लगते हैं -अच्छा किया व...शरद कोकास अपनी मिजारिटी के लगते हैं -अच्छा किया वी आर एस ले लिया ,अब रोज की चिक चिक से मुक्ति मिलेगी और कुछ समाज सेवा हो सकेगी! शुभकामनाएं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-77513185143010130912009-09-14T18:30:10.457+05:302009-09-14T18:30:10.457+05:30उन्हें पढता आया हूँ ओर उनकी चुनी हुई चीजो को भी सं...उन्हें पढता आया हूँ ओर उनकी चुनी हुई चीजो को भी संवेदना की एक बड़ी सी जगह अभी उनके दिल में स्टोर है ...अच्छा हुआ आप लोग मिल लेते हैडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-89146427058255041952009-09-14T17:57:06.341+05:302009-09-14T17:57:06.341+05:30शरद जी को 'अत्यंत व्यस्त तीसरे जन्म' की शु...शरद जी को 'अत्यंत व्यस्त तीसरे जन्म' की शुभकामनाएं.यहाँ उनसे मिलना अच्छा लगा.sanjay vyashttps://www.blogger.com/profile/12907579198332052765noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-87997548177280145092009-09-14T17:01:40.966+05:302009-09-14T17:01:40.966+05:30तो शरद जी यहाँ है ..तभी इ मेल का जवाब नही मिला :-)...तो शरद जी यहाँ है ..तभी इ मेल का जवाब नही मिला :-)L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-13178535315141568412009-09-14T16:37:04.594+05:302009-09-14T16:37:04.594+05:30वाह.....बड़ी ही सुखद अनुभूति हुई....इसका मतलब है श...वाह.....बड़ी ही सुखद अनुभूति हुई....इसका मतलब है शरद जी अतिसंवेदनशील होने के साथ साथ अतुलनीय आत्मबल के स्वामी हैं....<br /><br />सतत सुन्दर लेखन के लिए मैं उन्हें हार्दिक शुभकामनाये देती हूँ...माता सरस्वती सदा उनपर अपनी कृपादृष्टि बनाये रखें...<br /><br />अजित भाई,आपका भी बहुत बहुत आभार...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-16057603012203284822009-09-14T16:31:31.068+05:302009-09-14T16:31:31.068+05:30शरद जी के ब्लॉग देखे। बहुआयामी लखन है। बहुआयामी प्...शरद जी के ब्लॉग देखे। बहुआयामी लखन है। बहुआयामी प्रतिभा!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-41810232981233662182009-09-14T16:22:20.256+05:302009-09-14T16:22:20.256+05:30कभी मैंने कहा था ,एक सहेली से ...' जो गुन...कभी मैंने कहा था ,एक सहेली से ...' जो गुनगुनाता नही,वो इंसान नही...'...सहमत हूँ, शरद जी से...'कविता और जीवन अलग, अलग नही चल सकते..'...गद्य लिखा हुआ भी, काव्यमय होता है..कई बार...kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com