tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post8896585829864902133..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: बैजनाथ की वेदना और बैदजी [हकीम-3]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-46380032932456579212009-10-09T01:17:38.089+05:302009-10-09T01:17:38.089+05:30विद्वता छुपाये नहीं छुपती, आप तो मानेंगे नहीं इसलि...विद्वता छुपाये नहीं छुपती, आप तो मानेंगे नहीं इसलिए नहीं कह रहा किसकी :) और विदुर के दुसरे अर्थ की तो भनक ही नहीं थी !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-89210869518823737982009-10-09T00:05:06.398+05:302009-10-09T00:05:06.398+05:30शब्दों की ऐसी विवेचना शब्दों को जीवित रखेगी, अन्यथ...शब्दों की ऐसी विवेचना शब्दों को जीवित रखेगी, अन्यथा कितने ही शब्द धीरे धीरे काल कलवित होते जा रहे हैं. आदर.पंकजhttps://www.blogger.com/profile/05230648047026512339noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-32925051167616313652009-10-08T17:52:48.998+05:302009-10-08T17:52:48.998+05:30@दिनेश राय द्विवेदी
विधवा का पुरुषवाची विधुर होता ...@दिनेश राय द्विवेदी<br />विधवा का पुरुषवाची विधुर होता है साहेब, विदुर नहीं....अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-77988675047509403972009-10-08T15:59:57.287+05:302009-10-08T15:59:57.287+05:30आप ने सफर को विद से वेदी और द्विवेदी चतुर्वेदी तक ...आप ने सफर को विद से वेदी और द्विवेदी चतुर्वेदी तक पहुँचाया आभार? <br />विदुर विधवा का पुर्लिंग कैसे हो गया?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-27428907596957259222009-10-08T14:42:34.753+05:302009-10-08T14:42:34.753+05:30@राकेश नारायण द्विवेदी
बुद्ध शब्द विद् से नही बना ...@राकेश नारायण द्विवेदी<br />बुद्ध शब्द विद् से नही बना है। बुध् धातु से बने बोध, बुद्धिमान, बुद्ध, संबोधन, संबोधि, सम्बुद्ध और समझ जैसे शब्दों के बारे मे सफर के पिछले एकाधिक पड़ावों पर चर्चा हो चुकी है। इन तमाम शब्दों में जानकारी व ज्ञान का भाव है मगर मूर्ख के अर्थ में बुद्धू भी इस धातु से निकला है। वजह वही है मूर्खता में जड़ता, स्थिरता जैसे भाव का समा जाना। बुद्ध की बोधिमुद्रा ने उन्हे बुद्ध बनाया। कालांतर में जड़ व्यक्तियों के लिए कहा जाने लगा -क्या बुद्ध की तरह बैठे हो। बाद में यह उक्ति मूर्ख व्यक्ति के लिए रूढ़ हो गया। <br /><br />फारसी का बुत शब्द भी इसी मूल का है। समूचे पश्चिमी एशिया में बुद्ध की इतनी मूर्तियां बनी कि बोधिमुद्रा में जड़ता का भाव नजर आने की वजह से बुद शब्द मूर्ति के अर्थ में ढल गया। <br /><br />हां, आज के बेदी (वेदी), द्विवेदी (दुबे) त्रिवेदी और चतुर्वेदी (चौबे) जैसे ब्राह्मणों के विभिन्न उपनामों के पीछे भी यही विद् धातु झांक रही है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-69523372227485342692009-10-08T14:29:11.593+05:302009-10-08T14:29:11.593+05:30आपके शब्द अध्ययन की गहराई लाजवाब है।आपके शब्द अध्ययन की गहराई लाजवाब है।Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-46484859821250370222009-10-08T13:34:45.219+05:302009-10-08T13:34:45.219+05:30"यह दाँ भी इसी विद्का रूप है। ".. मजे..."यह दाँ भी इसी विद्का रूप है। ".. मजेदार रहा जानना । <br /><br />विदुर का विपरीत अर्थ भीकम रोचक नहीं । आभार ।Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-36438120475447194952009-10-08T12:13:40.070+05:302009-10-08T12:13:40.070+05:30विदुर नाम का दूसरा रुख आज देखने को मिला। विदुर की ...विदुर नाम का दूसरा रुख आज देखने को मिला। विदुर की बुिद्धमत्ता के पीछे धूर्तता भी छिपी हुई यह अब पता चला। <br />शब्दों की अनथक यात्रा सचमुच अद्भुत है।किरण राजपुरोहित नितिलाhttps://www.blogger.com/profile/13893981409993606519noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-28454632657989267392009-10-08T12:08:04.256+05:302009-10-08T12:08:04.256+05:30िआपके इस सफर मे अपने पिता जी को याद करती रही जो एक...िआपके इस सफर मे अपने पिता जी को याद करती रही जो एक मशहूर वैद्य थे बडिया रहा ये सफर भी धन्यवाद्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-24654557732672295352009-10-08T10:53:43.524+05:302009-10-08T10:53:43.524+05:30"विद् से ही बना है विद्या जिसका मतलब है ज्ञान..."विद् से ही बना है विद्या जिसका मतलब है ज्ञान, शिक्षा, आगम आदि। चिकित्सा या रोगोपचार दरअसल विद्याए हैं यानी ये विशिष्ट ज्ञान हैं।"<br /><br />बहुत सुन्दर विश्लेषण।<br />बधाई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-23001991326882685082009-10-08T09:22:42.434+05:302009-10-08T09:22:42.434+05:30मेरे बाबा एक प्रसिद्ध वैद्य थे . आयुर्वेद के ज्ञात...मेरे बाबा एक प्रसिद्ध वैद्य थे . आयुर्वेद के ज्ञाता . लेकिन वैद्य का अर्थ इतना विस्तृत होगा यह शायद उनको भी न पता होगा .dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-83384650156424476482009-10-08T08:25:41.978+05:302009-10-08T08:25:41.978+05:30विदुर का नया अर्थ नहीं मालूम था , शुभ कामनाएं अजीत...विदुर का नया अर्थ नहीं मालूम था , शुभ कामनाएं अजीत भाई !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-30403704336617868002009-10-08T07:58:14.318+05:302009-10-08T07:58:14.318+05:30budha shabd bhi ^vid* dhatu se nikla pratit hota h...budha shabd bhi ^vid* dhatu se nikla pratit hota hai. par isse milta julta shabda buddhhu kahan se ban gaya. buddhha se to nahin. kyonki buddhha ke virodhi bahut huye hain.rakesh narayan dwivedihttp://rakeshnarayandwivedi.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-10148998858091955822009-10-08T06:43:53.869+05:302009-10-08T06:43:53.869+05:30संस्कृत में धूर्त और षड्यंत्रकारी को भी विदुर कहा ...संस्कृत में धूर्त और षड्यंत्रकारी को भी विदुर कहा गया है<br /><br />-आभार नित नई जानकारी के लिए.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com