tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post9148429004510987916..comments2024-01-18T18:37:01.064+05:30Comments on शब्दों का सफर: अंडरवर्ल्ड की धर्मशाला बनी चाल [आश्रय-9]अजित वडनेरकरhttp://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-43172951878420921722009-04-03T19:42:00.000+05:302009-04-03T19:42:00.000+05:30Ajit ji bahut rochak vyakhya .Sal ke li...Ajit ji<BR/> bahut rochak vyakhya .Sal ke liye dhanyvad.<BR/> kiran rajpurohitकिरण राजपुरोहित नितिलाhttps://www.blogger.com/profile/13893981409993606519noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-16201366165018371552009-03-29T01:03:00.000+05:302009-03-29T01:03:00.000+05:30बढिया विषय पर आ पहुँचा है शब्दोँ का सफरबढिया विषय पर आ पहुँचा है शब्दोँ का सफरलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-32500851487680190002009-03-28T11:30:00.000+05:302009-03-28T11:30:00.000+05:30बहुत नायाब शब्दों की जानकारी मिल रही यहांबहुत नायाब शब्दों की जानकारी मिल रही यहांताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-71234855957782947722009-03-28T11:28:00.000+05:302009-03-28T11:28:00.000+05:30This comment has been removed by the author.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-22541616827826014082009-03-28T11:00:00.000+05:302009-03-28T11:00:00.000+05:30बहुत अच्छी जानकारी "जो आश्रय धर्म का निमित्त बना व...बहुत अच्छी जानकारी "जो आश्रय धर्म का निमित्त बना वह धर्मशाला है"<BR/> पर अंतिम पंक्ति ने आज के सत्य को बयां किया "अफसोस है कि पाठशाला और धर्मशाला से रिश्तेदारी वाली चाल अब गुंडे मवालियों और अंडरवर्ल्ड सरगनाओं की “धर्मशाला” भी है जहां बसने से उन्हें “अनोखा पुण्य” मिलता है"आलोक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/00082633138533183604noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-58900063525935584712009-03-28T10:50:00.000+05:302009-03-28T10:50:00.000+05:30शाला शब्द का महत्व आज पता चला. पाठशाला, धर्मशाला श...शाला शब्द का महत्व आज पता चला. पाठशाला, धर्मशाला शब्द के बारे में जो जानकारी मिली, वह अद्भुत है. ऐसी जगहों पर अनुशासन का महत्व समझना बहुत सुखद रहा. धर्मशाला को धर्मशाला क्यों कहा जाता है, यह जानकारी बहुत अच्छी रही.<BR/><BR/>कितना लाभ मिलता है आपकी पोस्ट पढने से, उसे शब्दों में व्यक्त करना बहुत मुश्किल है. शब्द और शब्दों का सफ़र जीवन जीने की राह दिखाता है.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-54936975414091951542009-03-28T10:23:00.000+05:302009-03-28T10:23:00.000+05:30चाल की यह कड़ी बहुत ही बेहतरीन थीचाल की यह कड़ी बहुत ही बेहतरीन थीअनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-66003985966300281452009-03-28T08:59:00.000+05:302009-03-28T08:59:00.000+05:30अच्छी जानकारी, सार्थक प्रयास। बहुत बहुत बधाईअच्छी जानकारी, सार्थक प्रयास। बहुत बहुत बधाईइरशाद अलीhttps://www.blogger.com/profile/15303810725164499298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-1323154392678923442009-03-28T08:54:00.001+05:302009-03-28T08:54:00.001+05:30आज आप धर्मशाला में ले गए। पहले धर्मशालाएँ ही यात्र...आज आप धर्मशाला में ले गए। पहले धर्मशालाएँ ही यात्रा में ठहरने का स्थान होती थीं। लेकिन अब तो उन का स्वरूप ही बदल गया है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-16326804609523278392009-03-28T08:54:00.000+05:302009-03-28T08:54:00.000+05:30अजित जी,दूसरों को आश्रय देना धर्म ही तो है....ये अ...अजित जी,<BR/>दूसरों को आश्रय देना <BR/>धर्म ही तो है....ये अलग बात है कि<BR/>धर्मशाला के माने युग के साथ बदलते रहें.<BR/>....और हाँ शब्द-चर्चा के साथ-साथ आपकी <BR/>संक्षिप्त टिप्पणियाँ बहुत धारदार होती हैं.<BR/>इस पोस्ट का समापन भी इसकी मिसाल है.<BR/>==================================<BR/>आभार<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार जैनDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-66190717377289597682009-03-28T07:55:00.000+05:302009-03-28T07:55:00.000+05:30हमारे यहाँ साल से संबंधित एक कहावत है - सूनी साल स...हमारे यहाँ साल से संबंधित एक कहावत है - सूनी साल से मरखन्ना बैल अच्छा . <BR/>जलशाला,गौशाला ,धर्मशाला के लिए पहले हर व्यक्ति अपनी समर्थनुसार दान देता था . उसी का परिणाम थी जगह जगह बनी भव्य धर्मशालाए लेकिन अब ..............dhiru singh { धीरेन्द्र वीर सिंह }https://www.blogger.com/profile/06395171177281547201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7753883218562979274.post-46783232448151290822009-03-28T06:38:00.000+05:302009-03-28T06:38:00.000+05:30चाल की यह कड़ी भी सुन्दर रही।हरद्वार स्थित स्वर्णका...चाल की यह कड़ी भी सुन्दर रही।<BR/>हरद्वार स्थित स्वर्णकारों की धर्मशाला का चित्र अच्छा लगा। <BR/>आपने मेरी आज से 45 वर्ष पूर्व की यादों को पुनः ताजा करा दिया। बाल्यकाल में इन सडकों पर मैं काफी घूमा हूँ। <BR/>धन्यवाद।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com