
जमादार शब्द बना है अरबी शब्द जम से जिसका मतलब जिसमें समूह, इकट्ठा होने या भीड़ का भाव है। इसी से निकले हैं जमा या जमाव जैसे शब्द जिनका मतलब है समूह, जत्था, अड़चन आदि। जमा का मतलब बचत की राशि होता है। इससे ही बने शब्द जमाखर्च का मतलब रुपए-पैसे का हिसाब और जमाजथा का अर्थ धनसंपत्ति भी होता है। महाजनी पद्धति में हिसाब-किताब के बही-खाते के आमदनी वाले कॉलम को भी जमा ही कहा जाता है। यहां भी एकत्रित होने या समूह का भाव प्रमुख है। इसके बावजूद इस जमा से जमादार शब्द नहीं बना। अरबी धातु जम से बना जमाअत जिसे हिन्दी में जमात भी कहा जाता है। इसका मतलब होता है कतार या पंक्ति । मदरसों में लगने वाली कक्षाओं को भी जमाअत या जमात ही कहते हैं। वर्ग या तबके के अर्थ में भी जमाअत शब्द का इस्तेमाल होता है जैसे जमाअते-इस्लामी। मुसलमानों के धार्मिक समागम में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के जत्थे भी जमात (तब्लीगी जमाअत ) ही कहलाते हैं और फौज की टुकड़ी को भी जमात कहते हैं। कुल मिलाकर वही समूह वाला भाव उभर रहा है।
इसी जमाअत शब्द में फारसी प्रत्यय दार जुड़कर बना जमाअतदार। अर्थात किसी जत्थे, समूह का मुखिया। मुस्लिम शासन में जमाअतदार सरकारी सेवक ही रहा । आमतौर पर जमाअतदार फौजी अफसर रहा मगर राजस्व वसूली करने वाला प्रमुख कारिंदा भी जमादार कहलाता रहा। गौरतलब है कि वसूली की क्रिया में जमा करने का भाव भी है

अगली कड़ी में मिलते हैं ज़मींदार से ...
आमतौर पर हम लोग सबसे आखिरी वाले अर्थ को जानते हैं- जमादार मतलब सफ़ाईकर्मियों की देखभाल करने वाले को। दूसरे मतलब जानकर ज्ञान बढ़ा। शुक्रिया
ReplyDeleteज्ञानवर्धक जानकारी के लिए धन्यवाद !!!
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