

मिलिटरी में इस टैंक शब्द के प्रयोग का किस्सा दिलचस्प है। 1915 में जब प्रथम विश्वयुद्ध का दौर था, ब्रिटिश फौज में एक बहुउपयोगी युद्ध वाहन विकसित करने के गुप्त मिशन को अंजाम दिया जा रहा था। जिस स्थान पर प्रयोग चल रहे थे वहां ये बात फैला दी गई थी कि यहां एक बड़ी पानी की टंकी बनाई जा रही है अर्थात टैंक बनाया जा रहा है। उस समय फौजी हल्कों में टैंक इस संभावित मशीन का कोडनेम बन गया। गौरतलब है कि यह कूटनाम भी इसलिए बना क्योंकि इस नए यद्ध वाहन का जो मुख्य ढांचा तब तक बना था वह काफी कुछ वाहन पर ले जाए जाने वाले पानी के टैंक से मिलता-जलता था। बस, इसके बाद जब मिशन पूरा हो गया तो उस अनोखे युद्ध वाहन को बजाय कोई नया नाम मिलने के जो नाम मिला

वह था टैंक।
यूं तालाब लफ्ज भी आमतौर पर पूरे भारत में झील, जोहड़ आदि अर्थों में बोला-समझा जाता है । इसका जन्म हुआ है संस्कृत की तल् धातु से जिसमें गड़्ढा, पोखर,सरोवर निचली सतह अथवा झील जैसे अर्थ समाहित हैं। तल् से ही बने तलकम् और तलम् जैसे शब्दों से बना तालाब शब्द। इसे संयोग ही मानना चाहिए कि तालाब से निकलने वाली अन्त्य ध्वनि आब का अर्थ भी पानी ही होता है।
शब्दों का सफ़र टंकी मे से टैंक बहुत अच्छा और ज्ञानवर्धक है।
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