Friday, August 29, 2008
बंद कमरे में कैमरे की कारगुज़ारियां
स्टिंग ऑपरेशन के इस दौर में आजकल बंद कमरों पर कैमरे की आंख लगी रहती है। पता नहीं कब कौन सी ख़बर नज़ारे की शक्ल में नुमांया हो जाए !कैमरे और कमरे का यह हेल-मेल यूं ही नहीं है। हिन्दी में सर्वाधिक प्रयोग होने वाले शब्दों में कमरा शब्द भी है। सुबह सो कर उठने से लेकर रात को सोने तक यह शब्द न जाने कितनी बार विभिन्न संदर्भों में हम इस्तेमाल करते होंगे। इसी तरह अंग्रेजी भाषा का कैमरा शब्द भी हिन्दी में शामिल हो चुका है। बल्कि शायद ही कोई जानना चाहता है कि तस्वीर खींचने वाले इस उपकरण के लिए कोई हिन्दी नाम है भी या नहीं। कैमरा तो खैर अंग्रेजी भाषा का शब्द है मगर हिन्दी में कमरा कहां से आया।
हिन्दी में रचा – बसा कमरा दरअसल हिन्दी का नहीं है। भाषाविज्ञानी इसकी आमद पुर्तगाली से मानते है मगर आधुनिक पोर्चगीज़ में कमरा शब्द का उल्लेख स्पष्ट रूप से नहीं मिलता। हो सकता है पांच सदी पहले जब पुर्तगालियों की इस सरज़मीं पर आमद हुई हो तब देशज रूप में कक्ष या कोठरी के लिए इसका इस्तेमाल होता रहा हो। कमरा शब्द चाहे यूरोपीयों की देन हो मगर यह है इंडो-यूरोपीय भाषा परिवार का शब्द और इससे मिलते-जुलते शब्द हिन्दी और उसकी पड़ौसी ईरानी शाखा में साफ़ दिखते हैं।
ग्रीक भाषा का एक शब्द है kamara यानी कमरा जिसका मतलब था छोटा , बंद कक्ष। लैटिन में इसका रूप हुआ camera यानी कैमरा मतलब तब भी वही रहा। ग्रीक और लैटिन से होते हुए पुर्तगाली में इस शब्द ने फिर kamara का देशज रूप लिया होगा। बहरहाल, छवियां लेने वाले उपकरण के तौर पर कैमरा शब्द लैटिन भाषा के कैमरा ऑब्स्क्योरा जिसका मतलब होता है अंधेरा कक्ष, के संक्षिप्त रूप में सामने आया। प्राचीन काल का यह वैज्ञानिक उपकरण कैमरे जैसा ही था जिसमें एक अंधेरा कक्ष होता था और एक लैंस से गुज़रती प्रकाश किरणे दीवार पर चित्र बनाती थीं। कम ही लोग जानते हैं कि ईराकी वैज्ञानिक इब्न अल हैथम [ 965ई -1049ई ] नें कैमरा ऑब्स्यक्योरा का आविष्कार किया था जो आधुनिक कैमरे का पूर्वज था और इसने ही फोटोग्राफी की दुनिया में वह उजाला फैलाया कि आज वैश्विक संदर्भ चाहे बाजारवाद हो या धर्म का, कला-सृजन हो या सुरक्षा का , संचार हो या स्वास्थ्य का , ज्ञान का हर ज्ञेत्र इसके चमत्कारों से जगमग कर रहा है। इसके बिना नई दुनिया की कल्पना नहीं की जा सकती, नई दुनिया खोजी भी नहीं जा सकती।
ईराकी वैज्ञानिक इब्न अल हैथम [965ई -1049ई] नें कैमरा ऑब्स्यक्योरा का आविष्कार किया था जो आधुनिक कैमरे का पूर्वज था
बहरहाल कैमरे का जन्म कमरे से हुआ। पुराने ज़माने के कैमरे किसी कोठरी से कम नहीं होते थे और उनके नामकरण के पीछे यही वजह थी। मूलतः ग्रीक शब्द kamara बना है इंडो-यूरोपीय धातु kam से जिसका मतलब होता है महराब, वक्र , कोना, झुका हुआ वगैरह। गौर करें कि महराब अर्धगोलाकार उस रचना को कहते हैं जिस पर छत टिकी होती है। साफ है कि कोई घिरा हुआ स्थान कक्ष या कमरा तब तक नहीं कहला सकता जब तक उस पर छप्पर न पड़ा हो। महराब की आकृति की एक अन्य रचना को कहते है कमान यह भी फारसी का शब्द है। तीर-कमान में इसका सर्वाधिक प्रयोग होता है। कमानी भी इससे ही बना है और इसकी आकृति वक्र ही होती है। मेहराब दरअसल कमान ही है जिस पर छत डाली जाती है।
उर्दू फारसी का एक शब्द है ख़म जो इसी श्रंखला से जुड़ा है, जिसका मतलब भी वक्रता , टेढ़ापन , झुकाव ही होता है। पुराने ज़माने के मकानों में छत दोनो तरफ से ढलुआं होती थी क्योंकि बीच में खम देना ज़रूरी होता था। पेचोख़म शब्द भी हिन्दी में खूब इस्तेमाल होता है। गौर करें संस्कृत की कुट् धातु पर । kam से ध्वनिसाम्य वाली इस धातु में भी वक्रता , झुकाव का भाव है जो छप्पर डालने पर आता है। जाहिर है कुटि, कुटीर या कुटिया जैसे शब्द इससे बन गए जो कक्ष, कमरा या कोठी के पर्याय है। इन शब्दों का अंतर्संबंध यहां स्पष्ट हो रहा है और विकासक्रम के साथ इनकी रचना प्रक्रिया भी उजागर हो रही है। लैटिन camera का फ्रैंच रूप हुआ chamber यानी चैम्बर जिसका मतलब भी छोटा कमरा या न्यायाधीश का कक्ष था। अब तो चैम्बर के कई तरह से प्रयोग होने लगे हैं।
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प्रस्तुतकर्ता अजित वडनेरकर पर 4:33 AM
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18 कमेंट्स:
आप बहुत ही अद्भुत और अजगुत जानकारियां प्रस्तुत कर रहे हैं अजित भाई. अब तो जब भी कैमर पकड़ूंगा आपकी यह पोस्ट और आपकी याद आएगी.
जानकारी से भरा और एकदम खरा! सचमुच !!
"इब्न अल हैथम" , कमरा, केमेरा की बातेँ भी अजीब और नई लगीँ और पसँद आईँ !
" न वो खम है ज़ुल्फे अयाज़ मेँ
कभी ऐ हकीकते मुँतज़र "
- लावण्या
हर बार की तरह ज्ञानवर्धक !
सुंदर विश्लेषण, चैम्बर तो कमरा ही है जिस में परिन्दा भी पर न मार सके।
तमाम जानकारी दे जाती है आपकी एक पोस्ट!
kafi rochak janakaripoorn bahut badhiya post.
मज़ेदार है इस शब्द की यात्रा।
"इब्न अल हैथम" पर कुछ और मिल सकेगा, क्या ?
कृपया लिंक दे दें ।
बहुत कुछ नया और रोचक है है इस पोस्ट में ...शुक्रिया जानकारी बढ़ाने का
कमरा...कैमरा....कमान
क्या बात है मेहरबान !
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इंट्रो भी सशक्त है. पढ़कर विचार उठे कुछ.
देखिए...मुझे आपका सफ़र शदों की डगर से
सोच की नई-नई मंजिलों तक
किस तरह ले चलता है....
बंद कमरों में कैमरे की नज़र से
कैद होने वाले मंज़रों का
नज़ारे की शक्ल में नुमांया होने का तो
सिलसिला ही चल पड़ा है....लेकिन
आज़ाद मुल्क में भी जिन्हें आज तक
कोई कमरा तो क्या कुटिया भी नसीब नहीं हुई है
उनकी पिनहां हो रहीं उम्मीदों पर
कैमरों की नज़र-ए-इनायत
आख़िर कम क्यों कर होती जा रही है भाई ?
उनकी रोजमर्रे की 'स्टिंग' बेइलाज़ क्यों है ?
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आभार सहित
डॉ.चन्द्रकुमार जैन
संशोधन...
कृपा कर शदों को शब्दों पढ़िये.
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चन्द्रकुमार
इन तमाम जानकारियों को आप एक जगह संकलित कर लें अजित जी, हिंदी समाज के लिए आपका यह काम एक अनमोल निधि साबित होगा।
Achchi jankari dada
कुटिया शब्द का उदगम मैदान लूट गया. वाह भई!! धन्य हुए. गजब!!
वाह बहुत खूब बेहतरीन जानकारियाँ
realy intersting i just gone on u r blog due to weak in hindi typing on pc my expression is in english but the way u described need trmendous knowadge
भाषा विज्ञान के लिहाज से मुझे काफी अच्छी बातें मालूम हुईं। शुक्रिया
hamesha kee trah jankari se bhari post. Waise in camera hearing men bhi kamara hee abhipret hai jo band kamare men kee gaee sunwaee ke liye prayog kiya jata hai.
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