इंसान ने अब तक हासिल ज्यादातर ज्ञान प्रकृति से ही सीखा है । भाषाविज्ञान के नज़रिये से इसे आसानी से समझा जा सकता है। इंडो-यूरोपीय भाषा परिवार के साथ साथ द्रविड़ भाषा परिवार के कई शब्दों से यह बात साफ हो जाती है। गति और प्रवाह संबंधी ज्यादातर शब्दों में अंतर्संबंध है और इनका उद्गम भी एक ही है और वह है हवा और पानी। प्रकृति की इन दोनों शक्तियों के गति और प्रवाह जैसे लक्षणों ने मानव की स्मृतियों पर ऐसा असर डाला कि भाषा का जन्म होने के बाद इनके कई अर्थ प्रकट हुए।
इंडो यूरोपीय भाषाओं में व शब्द वायु और जल दोनों से संबंधित है और इससे कई शब्द बने हैं जिससे प्रवाह, गति जैसे अर्थ उजागर होते हैं। संस्कृत में वः का अर्थ होता है वायु। हिन्दी का हवा शब्द इससे ही जन्मा है
( अलबत्ता वः यानी वह के हवा बनने में वर्णविपर्यय का सिद्धांत लागू हो रहा है)। संस्कृत का एक अन्य शब्द है वह् जिसका मतलब हुआ प्रवाह । बहाव,बहना, बहकना जैसे शब्दों का मूल भी यही है। वह् से ही बना संस्कृत का वात् जिसका अर्थ भी हवा ही होता है। वात् से बना वार् जिसका एक रूप अंग्रेजी के एयर में नज़र आता है। मराठी में भी हवा को वारं ही कहा जाता है। हिन्दी मे मंद हवा के झोंके को बयार कहते हैं। संस्कृत वात् से रूसी भाषा के वेतेर यानी हवा से समानता पर गौर करें। वह् के प्रवाही अर्थ से ही जल सूचक शब्द वार जन्मा है । वरूण भी इससे ही बना है जिसका अर्थ समुद्र देव है। अब जरा गौर करें जर्मन के व्हासर , ग्रीक के हुदौर और अंग्रेजी के
वाटर पर । इन सभी का मतलब होता है पानी। रूसी में पानी के लिए वोद शब्द है। विश्वप्रसिद्ध रूसी शराब वोदका का नामकरण भी इससे ही हुआ है। यही नहीं, अंग्रेजी के वेट यानी गीला, नम या भीगा शब्द में भी यही वह् मौजूद है। पसीने के लिए अंग्रेजी के स्वेट, हिन्दी शब्द स्वेद और नमी, गीलेपन के लिए आर्द्र जैसे शब्दों की समानता पर भी सोचा जा सकता है।
आपकी चिट्ठियां अगले पड़ाव पर।
Wednesday, February 27, 2008
हवाओ पे लिख दो, हवाओं के नाम ....
प्रस्तुतकर्ता अजित वडनेरकर पर 2:48 AM
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13 कमेंट्स:
अरे वोदका माने पानी.....और हम पानी को सुरा समझते रहे... और वेट 69 भी...; धत्! आपने तो सब पानी कर दिया. :)
यानि पानी छोड़ वोदका पीना शुरू कर सकते हैं, जो भी आप की हर पोस्ट अपने आप में नायाब होती है।
फिर तो पवन के पीछे भी कोई बात होगी, वैस सर वोदका वाली जानकारी शानदार निकली
बहुत रोचक जानकारी ... वरुण विद्युत तो हमारे पास है... वोदका के बारे में नई जानकारी मिली..
हमारा अज्ञान.. और आप धन्य हैं!
वोदका और पानी का खूब मेल किया है।
आपकी सारी मिसालें इंडो-आर्यन भाषाओं से ही ली गई हैं। इससे बाहर की भाषाओं पर नजरसानी करने से कुछ और दिलचस्प बातें पता चल सकती थीं।
मसलन, अरबी जुबान में हवा के लिए रीयह और पानी के लिए मा शब्द आते हैं, जिनके बीच कोई रिश्ता नहीं है। इसे समझना मुश्किल नहीं है क्योंकि विशाल रेगिस्तानों में हवा एक विराट बहाव वाली चीज है, जबकि पानी का कतरा-दो कतरा भी कहीं मिल जाना बड़ी बात रही होगी। लेकिन बहने या झरने वाले पानी के लिए वहां मम्बा शब्द आता है (जो अपने यहां बिगड़कर बंबा हो गया है)। फारसी में इसके लिए आने वाला शब्द चश्मा है।
मंबा में मा के साथ जुड़े हुए बा में वह प्रवाह या बहाव वाला भाव मौजूद है, जिसने आपको यह पोस्ट लिखने के लिए प्रेरित किया है। अन्य गैर-भारोपीय (खासकर अफ्रीकी) भाषाओं में शायद बहने की क्रिया वस्तुओं से और ज्यादा अलग हो जाती हो- देखने की बात है।
धन्य हो प्रभो!!
नित नई जानकारी देते हो!!
वैसे अब वोद्का चुसकते हुए दोस्तों से कहा जा सकता है कि पानी पी रहे हैं ;)
अजीत जी;
टिप्पणी के लिए धन्यावाद. जैसा कि आपने पुछा है मेरा ई-मेल है mishrapadmanabh@yahoo.co.in
उत्सुकता वश घर पर ही खोई किताबों को खोज रही हूँ । सर जानकारी के लिए शुक्रिया...
,
हमारी राजस्थानी और गुजराती में भी हवा को वायरा/ वायरो कहा जाता है जो भी "व" से ही बने हैं।
LAGAA KI JAISE THANDEE HAVAA KA KOII JHONKAA SAA AAYAA Shabdon Ke Safar Mein.aapne SWEDA par baat khatma kee hai.MAIN MANTA HUN KI AAPKAA YAH SHABDON KA SAFARNAMAA, AAPKE SWED KANON SE LIKHEE GAI AMULYA IBARAT AUR SANGHAHNEEYA DHAROHAR HOGEE.
JAREE RAKHIYE...PAVAN AUR PANEE KA YAH SILSILAA...
१.जैसे मैं ने पहले भी जिक्र किया, वात् का रिश्ता अंग्रेजी विंड wind के साथ तो प्रमाणत है लेकिन एयर air के साथ जोड़ने का अटकल ही है.
२.अंग्रेजी water, रुसी vodka और ग्रीक hydra का रिश्ता संस्कृत 'उदकम्' से जुड़ता है . अब यह देख लो 'उदकम्' का 'वह' से कोई सम्बन्ध है.
३.अंग्रेजी Otter और हमारा 'उदबिलाव' का सामानअंतर विकास हुआ. दोनों में wed मूल है . समुन्द्र (सम+उदर) में भी यही मूल दिखाई दे रहे हैं.
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