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Monday, March 26, 2012
हाईफ़ाई लोग, हाईफ़ाई बातें
वि भिन्न समाजों की संस्कृति, तौरतरीकों और आदतों का प्रभाव भी भाषा पर पड़ता है जिससे शब्दों की अर्थवत्ता बदलती चलती है। कई बार यह बदलाव हास्यास्पद होता है मगर भाषा तो समृद्ध होती ही है। चमक-दमक भरी ज़िंदगी अथवा बढ़िया, अच्छा, बेहतरीन, सुन्दर जैसे भावों को अभिव्यक्त करने के लिए बोली-भाषा में ‘झकास’, ‘चकाचक’, ‘झकाझक’ जैसे शब्द प्रचलित हैं । आजकल हाईफ़ाई शब्द इनकी तुलना में ज्यादा चलन में है । हाईफ़ाई के साथ ख़ास बात यह कि इसमें शानदार, उच्च गुणवत्ता के साथ-साथ आधुनिकतम तकनीकी खूबियों का भाव भी समाहित है । इसका इस्तेमाल आम बोलचाल में इतना ज्यादा होने लगा है कि यह शब्द अपने मूल अर्थ से बहुत दूर निकल आया है
हाईफ़ाई शब्द दरअसल हाई फिडेलिटी का संक्षिप्त रूप है । high से hi और fidelity से fi लेकर हाईफ़ाई बना । फिडेलिटी शब्द में सच्चा, खरा, विश्वसनीय जैसे भाव हैं । एक तन्त्र के रूप हाई फिडेलिटी में उच्च गुणवत्ता का भाव स्थिर हुआ । फिडेलिटी शब्द के मूल में लैटिन का fidelis शब्द है जिसमें भरोसेमंद, विश्वसनीय जैसे भाव हैं । भाषा विज्ञानी इसके मूल में भारोपीय धातु *bheidh- देखते हैं जिससे भरोसा, विश्वास के अर्थ वाला अंग्रेजी का फैथ / फेथ शब्द भी बना है । इसी मूल का है एफिडेविट यानी शपथपत्र जो किसी को भरोसा दिलाने वाला दस्तावेज ही है । शपथ इसीलिए ली जात है ताकि विश्वास अर्जित किया जा सके । फेथ या एफ़िडेविट जैसे शब्द हिन्दी में भी खूब चलते हैं ।
मूल रूप से हाईफ़ाई भौतिक विज्ञान का शब्द है और म्युज़िक सिस्टम की उच्चस्तरीय गुणवत्ता के सन्दर्भ में यह शब्द आज से क़रीब पैंसठ बरस पहले सामने आया । सत्तर के दशक में हाईफ़ाई टैग वाले म्यूज़िक सिस्टम भारतीय बाज़ार में भी दिखने लगे थे और तभी इस शब्द की घुसपैठ भी हिन्दी समेत भारतीय भाषाओं में होने लगी । हिन्दी में अस्सी के दशक में हाईफ़ाई शब्द ने मुहावरे का रूप ले लिया । हुआ यह कि हाईफ़ाई म्युज़िक सिस्टम जैसी टर्म से सबसे पहले म्युज़िक शब्द का लोप हुआ । जो बचा, वह था हाईफ़ाई सिस्टम और इसका इस्तेमाल आधुनिक जीवन शैली की उन तमाम तकीनीकों-सुविधाओं के सन्दर्भ में होने लगा जिससे विलासिता, आधुनिकता और ऐश्वर्यपूर्ण जीवशैली की अभिव्यक्ति होती है । उससे भी आगे जाकर हाईफ़ाई की अर्थवत्ता और व्यापक हुई और वस्तुओ से लेकर व्यक्ति तक, बातचीत से लेकर विचार तक, शिक्षा से लेकर राजनीति तक और मुल्क से लेकर शहर तक के लिए हाईफ़ाई शब्द का प्रयोग होने लगा । हाईफ़ाई की तरह ही वाईफ़ाई शब्द भी है जो वायरलैस फिडेलिटी का संक्षिप्त रूप है । इस शब्द का इस्तेमाल अन्य रूपों में होने की सम्भावना इसलिए नहीं है क्योंकि वाईफ़ाई तकनीक अपने आप में हाईफ़ाई यानी अत्याधुनिक है इसलिए हाईफ़ाई का हिन्दी में बोलबाला बना रहेगा ।
ऐसा ही एक शब्द है बाथरूम । भारतीय परम्परा में आमतौर पर स्नानागार और शौचालय अलग अलग होते हैं। शौचालय चाहे निर्मल और शुद्ध होने का स्थान हो पर उसमें स्नानगृह का भाव नहीं है। ज्यादातर भारतीय अटैच्ड लैटबाथ पसंद नहीं करते। खासकर छोटे शहरों और कस्बों में यह प्रवृत्ति अधिक है। यह दिलचस्प है कि भारतीय स्त्री-पुरुष लघुशंका के लिए स्नानागार का प्रयोग करते हैं। अंग्रेजी तर्ज पर स्नानागार के लिए हिन्दी में बाथरूम इतना प्रचलित हो चुका है कि कोई दूसरा शब्द नहीं सूझता। देश के मध्यवर्ग में लघुशंका के अर्थ में बाथरूम शब्द का इस्तेमाल धड़ल्ले से होता है। खासतौर पर महिलाएँ इस शब्द का प्रयोग अधिक करती हैं। दीर्घशंका की तरह अब बाथरूम भी ‘आती’ है और बाथरूम ‘किया’ भी जाता है अर्थात बाथरूम पदार्थ भी है।
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7 कमेंट्स:
बाथरूम वाली बात भली चलाई... लोगों को टॉयलेट (शब्द) का इस्तेमाल करने में न जाने क्यों दिक्कत आती है? बाथरूम कर ली, लगी है, आई है.. वगैरह... मूत्रालय, शौचालय... जैसे सीधे शब्द होने के बावजूद पता नहीं इनका कोई इस्तेमाल क्यों नहीं करना चाहता? जबरन हाईफ़ाई बनने से क्या फायदा ... :)
लोग तो बाथरूम में भी वाई फाई लगवा कर हाई फाई तरीके से ब्लॉगिंग करते हैं।
फिडिलिटी का ज्ञान तो था किन्तु यह 'फाई' का मूल है,पता नहीं था। कई दिनों से 'वाय फाई' का अर्थ जानने की जिज्ञासा भी आपकी इस पोस्ट से शान्त हुई।
जय हो आपकी।
बात कहां से निकली हाइ फाइ तथा वाइ फाइ से और पहुंच गई बाथरूम ।
सारगर्भित एवं सार्थक आलेख विचारणीय प्रस्तुति ....
"हाय !"
# इंग्लिश ही खाते-पीते है और ओढ़ते भी है,
"Damn it !" हर वाक्य में वो बोलते भी है.
# होकर भी 'हाईफाई' वो धोते है ख़ुद से ही,
'शंका-निवारणार्थ' वो जाते है जब कभी,
http://aatm-manthan.com
ओ हो हाई फाई बाथरूम में वाई फाई टेक्नोलाजी.
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