Monday, October 7, 2024
‘आमतौर पर’ ख़ास चर्चा
ऐसा कुछ, जो ख़ास न हो
‘आम’ और ‘तौर’
नियम या रीति का संकेत
तरीका, ढंग, प्रकार
ढंग या बरताव की बात
दार्शनिक आयाम
अब बात आम की।
उम्मा, उम्मत, अवाम
बात आश्रय की
तो कुल मिला कर...
प्रस्तुतकर्ता
अजित वडनेरकर
पर
5:40 AM
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1 कमेंट्स:
बहुत बढ़िया,अर्थ पता हों पर व्युत्पत्तियों पर बात कितनी रोचक होती है।
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