Wednesday, October 23, 2024
दिवाली भी शुभ है और दीवाली भी शुभ हो
जनभाषा में दिवाली
ह्रस्वीकरण की सहज वृत्ति
अरण्डी का तेल
दिपावली भी और दीपावली भी
दियासलाई का ‘दीया’
मानक के साथ सरल भी
हर मर्ज़ की एक दवा
पङ्क्तिपावन और पङ्क्तिच्युत
अनेक शब्दरूप समस्या नहीं
अर्थविचलन को पहचानें
मानकीकरण की चुनौतियाँ
यह भी महत्वपूर्ण है कि सर्च बॉक्स में 'दिवाली' लिखने पर गूगल एक पल से भी कम समय में तीन करोड़ से भी अधिक नतीजे दिखाता है जबकि उतने ही समय में 'दीवाली' के लिए सिर्फ़ चालीस लाख नतीजे दिखाता है। इसका आशय गलत वर्तनी को मान्यता नहीं बल्कि प्रयोक्ताओं की संख्या बताना है।
असम्पादित
प्रस्तुतकर्ता
अजित वडनेरकर
पर
1:50 PM
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2 कमेंट्स:
गागर में सागर भर दिया आपने। बहुत-सी भ्रांतियां दूर हुईं आपके इस आलेख के पारायण से।
Mp News Hindi
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