Thursday, March 13, 2008

सरकारी खरीता या रेशमी थैली [ जेब-4]

नक्शे,ताश , और लिफाफे में कहीं कोई रिश्ता बनता नज़र आता है ? जी हां बिल्कल है। नक्शे और ताश को लिफाफे में रख सकते हैं। ये तीनों ही काग़ज से बनते हैं। बादशाहों-नवाबों के दौर में एक शब्द चलता था खरीता । इस खरीते का अर्थ भी था जेब। व्यापक अर्थ में खरीता एक ऐसे लिफाफे, थैले या थैली को कहते थे जिसमें सरकारी आदेश या अन्य दस्तावेज़ों को बंद करके निर्दिष्ट स्थान पर पहुंचाए जाते थे। सरकारी आदेश आने को खरीता आना भी कहा जाता था। खरीते की ख़ासियत थी कि आमतौर पर यह रेशमी कपड़े की थैली होती थी। ठीक बटुए जैसी पर आकार में उससे कुछ बड़ी। इसमें सोने चांदी की गिन्नियां भी भरी जाती थी और इसका मुंह रेशमी धागे से बंद कर राजा की मुहर लगा दी जाती थी।
खरीता मूलतः अरबी भाषा का शब्द है और इसका देशी रूप खलीता हो गया। दस्तावेज के रूप में खरीता का एक अर्थ नक्शा या मानचित्र भी होता है। गौरतलब है कि अरबी सौदागर समुद्री व्यापार मे बड़े माहिर थे। अरब नाविकों द्वारा बनाए गए समुद्री नक्शे बरसों तक प्रामाणिक माने जाते रहे। अंग्रेजी का चार्ट शब्द प्राचीनकाल से ही सामुद्रिक नक्शों के लिए प्रयोग होता आया है। इस अरबी में नक्शे के लिए एक शब्द मिलता है। इस चार्ट का उद्गम ग्रीक शब्द khartes से माना जाता है जिसका लैटिन रूप हुआ चार्टा/कार्टा और अंग्रेजी में हुआ चार्ट। अंग्रेजी में नक्शानवीस को कार्टोग्राफर कहा जाता है। इन तमाम शब्दों का रिश्ता जुड़ता है काग़ज़ से, पत्तों से। गौरतलब है कि प्राचीनकाल से ही दुनियाभर में लिखने की शुरूआत पत्तों पर ही हुई । मूलतः सेमेटिक भाषा परिवार के चरीता से ही इसका रूप खरीता हुआ जिसका मतलब था नक्शा। खरीता और ग्रीक khartes की समानता गौरतलब है।
ताश के लिए अंग्रेजी में कार्ड शब्द भी इसी मूल से जन्मा है और मोटे काग़ज़ के रूप मे भी जाना जाता है। सेमेटिक मूल के इस शब्द की व्याप्ति लगभग समूचे एशिया और यूरोप की भाषाओं में हुई मसलन अज़रबैजानी मे खरीते, हिन्दी में खरीता, तुर्की में हरीता, हरता आदि। खरीता शब्द अपने आप में राजपत्र भी है और राजपत्र ले जाने वाला लिफाफा भी। चार्टर शब्द का अंग्रेजी में अर्थ भी यही होता है राजपत्र या अधिकार पत्र। आजकल चार्टरप्लेन या चार्टरशिप जैसे शब्द भी चल पड़े हैं जिनका अर्थ साफ है । बादशाही ज़माने में खरीतादार जैसा पद भी होता था। प्राचीन काल में ज़मीन के दस्तावेज़ पट्टम् कहलाते थे जिससे बना है हिन्दी का पट्टा जैसा शब्द अर्थात ज़मीनी दस्तावेज़। इन दस्तावेज़ों का रिकार्ड रखनेवाले अधिकारी को ही पाटील, पाटिल कहते थे जिसकी व्युत्पत्ति संस्कृत के पट्टकीलकः से हुई है। पाटीदार और पटवारी भी इसी कड़ी के शब्द हैं। पटवारी भी खरीते रखता था और यही काम खरीतादार का भी होता था जो सरकारी दस्तावेजों की सार-संभाल करता था।


चित्र परिचय

मोरक्को के नक्शानवीस अल इदरीसी द्वारा 1456 में सिसली के राजा रॉजर के लिए बनाया गया विश्व मानचित्र

6 कमेंट्स:

Pratyaksha said...

खरीता पढ़ते ही झम्म से एक दूसरी दुनिया खुल गई ।

Ashish Maharishi said...

खरीता को बड़ी शानदार चीज है। पूरे लेख में लेकिन सबसे मजेदार और रहस्‍यमयी दुनिया का मानचित्र लगा

Sanjeet Tripathi said...

बहुत बार कई उपन्यास आदि में खरीता शब्द बहुतायत से प्रयोग हुआ है।
शुक्रिया इस अर्थपूर्ण जानकारी के लिए!

Dr. Chandra Kumar Jain said...

AJIT JI,
JUNE 1215 MEIN ANGREJI RAJNITIK AUR NAGRIK SVATANTRATA KE CHARTER...DASTAAVEZ KO magna carta
KAHA GAYA.ISMEN BHI AAPKI CARTAA VALI BAAT KA ABHIPRAY DIKHTA HAI ?

baharhal kharita bhi khoob hai ...

Anonymous said...

काशिका में एक मुहावरे में 'खलित्ता में गाजर' का इस्तेमाल है।

दिनेशराय द्विवेदी said...

आप के खरीता से हमें याद आया हमारा पुराना ड़्राइविग लायसेंस। जिसे कपड़े का कवर लगा कर एक ब़टुए की शक्ल दे दी गई थी। जिस में चट-बटन था जो उसे खोलने-बंद करने के काम आता था। हम ने आज से उसे अब खरीता नाम दे दिया है।

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