रब शब्द का प्रयोग समूचे उत्तर भारत की बोलियों में होता है पर पश्चिमोत्तर की भाषाओं में, खासतौर पर पंजाबी में यह आम शब्द है। सूफी कवियों की वाणी ने ही इसे भारतीय भाषाओं में प्रसारित किया है। इश्क, प्यार, मुहब्बत के प्रसंगों में रब्ब, रब्बा या रब्बी जैसे शब्द हिन्दी फिल्मी गीतकारों के लिए भी अभिव्यक्ति का सशक्त जरिया है। हर दूसरी तीसरी फिल्म के प्रेमगीत में इसका इस्तेमाल नजर आता है। रब शब्द मूलतः सेमिटिक भाषा परिवार का है। हिब्रू में रब्ब शब्द का रूप रव या रब है जबकि अरबी में यह रब्ब है। हिब्रू और अरबी दोनों भाषाओं में इस शब्द का जन्म प्रोटो सेमिटिक धातु rbb से हुआ है। ... मुरब्बा जैसा खाद्य पदार्थ भारत को अरबों की देन है। इसी तरह अचार भी फारसी शब्द है। ये दोनों ही लम्बे समय तक चलनेवाले खास तरीकों से बने खाद्य पदार्थ हैं। स्पष्ट है कि सुरक्षा का जो भाव रब्ब में है, वही उससे बने रब या रब्बी में है। वही भूमि के चौरस टुकड़े और खाने के पदार्थ मुरब्बा में है ...
रब अरबी में ईश्वर के 99 नामों में शुमार है। मूलतः रब्ब धातु में कुछ प्रमुख भाव समाहित हैं- 1.रखवाला, साथ ले जाने वाला, हर ज़रूरत का ख्याल रखनेवाला, इच्छा-पूर्ति करनेवाला। 2.संरक्षक, पालक, पिता, मार्गदर्शक। 3.सत्ताधीश, स्वामी, शक्तिमान, राजा। 4.नेता, प्रमुख, सर्वोच्च, धर्मगुरु, अन्नदाता, जिसके आगे सभी सर झुकाएं। गौर करें तो पता चलता है कि रब्ब में मूलतः सुरक्षा का भाव निहित था। रब्ब का मूलार्थ घेरा, चहारदीवारी या घिरा हुआ स्थान है क्योंकि इसमें सुरक्षा प्राप्त होती है। अरबी में किला या गढ़ी के लिए रबात शब्द है। मोरक्को के एक शहर का नाम रबात भी है जो एक खाड़ी के मुहाने पर बसा है। रबात में परकोटे से घिरी बसाहट का भाव है। रब्ब में अरबी का मु उपसर्ग लगने से बनता है मुरब्बा जिसका अर्थ है संरक्षित, सुरक्षित। इसका प्रचलित अर्थ हुआ भूमि का चौरस टुकड़ा। दरअसल इसमें मूल भाव भूमि के घिरे हुए टुकड़े से ही था। रेगिस्तानी भूमि पर नदियों, झीलों जैसी प्राकृतिक विविधताएं बहुत कम होती हैं। वहां हर विभाजन चौकोर या समभुज ही होता है जबकि एशिया के शेष हिस्सों में नदियां, पहाड़ और झीलें सीमाओं का निर्धारण करती है। समूचे अरबी क्षेत्र के देश-प्रदेश के नक्शों के आकार से भी यह बात समझी जा सकती है। जाहिर है कि रब्ब में निहित सुरक्षित का भाव मुरब्बा में भूमि के चौरस खण्ड के रूप में व्यक्त हुआ। किले, गढ़ियां आमतौर पर चौकोर ही होते हैं।
रब्ब में निहित सुरक्षा के भाव की पुष्टि एक अन्य सेमिटिक शब्द मुरब्बा से होती है जो एक ज़ायकेदार मीठा व्यंजन है। आम या आंवले जैसे फलों को उबालकर शकर की गाढ़ी चाशनी में डालकर इसे तैयार किया जाता है। गाढ़ी चाशनी से इसका प्रसंस्करण हो जाता है और यह लम्बे समय तक सुरक्षित रहता है। मुरब्बा जैसा खाद्य पदार्थ भारत को अरबों की देन है। इसी तरह अचार भी फारसी शब्द है। ये दोनों ही लम्बे समय तक चलनेवाले खास तरीकों से बने खाद्य पदार्थ हैं। स्पष्ट है कि सुरक्षा का जो भाव रब्ब में है, वही उससे बने रब या रब्बी में है। वही भूमि के चौरस टुकड़े और खाने के पदार्थ मुरब्बा में है। हालांकि हिन्दी शब्दसागर मीठे मुरब्बे की वर्तनी मुरब्बह् और चौरस भूमि के अर्थ में मुरब्बअ बताता है, किन्तु मेरा मानना है कि यह मूलतः भाषा विकास के बाद के व्याकरणिक बदलाव हैं। मूलतः ये एक ही स्रोत से उपजे शब्द हैं। रब्ब से ही बनता है रब्बानी जिसका अर्थ है मालिक, रक्षा करनेवाला, ईश्वर आदि। मुरब्बी शब्द में वकील, संरक्षक, उस्ताद, गुरू का भाव है।
ये सफर आपको कैसा लगा ? पसंद आया हो तो यहां क्लिक करें |
9 कमेंट्स:
जमीन वाला मुरब्बा आज पहली बार सुना . हमारे यहाँ तो यह किसी को मालूम ही नहीं है .
वाह! जमीन का मुरब्बा चौकोर, आम का लंबा-लंबा और आँवले का तो बिलकुल गोल होता है!
मुरब्बा भी रक्षा करता है गर्मी से।
चलिए मुरब्बा का भी हिसाब किताब हो गया.
मुरब्बा मूड को खुश करता है.
मूल हिब्रू शब्द रब्बी से रावी पाया सो बिटिया का नामकरण किया , अपने लिए स्पेशल पोस्ट !
बहुत खूब, सबी शब्द और इनके अर्थ पंजाबी में आम हैं. मुरब्बा, खाने वाला और जमीन वाला रब की बदौलत है, यह न पता था. पंजाबी फिल्म जगत के आभारी हैं कि पंजाबी में इस्तेमाल होता यह शब्द सारे देश में गाया जाता है, और आप के कि आपने इस की चीर फाड़ की. आखर फिल्म उद्योग पंजाबियों से भरा हुआ है और आप ने पंजाब की मिट्टी की खुश्बो ली हुई है. आप भंगड़ा शब्द को भी लें, आप के विचार जानना चाहूँगा.
रब्ब में इतनी शक्ति हो गयी है कि इसने राम, वाहिगुरू आदि सबी को पछाड़ दिया है. पंजाबी साहित्य और जीवन में रब्ब की बहुत महिमा है.
लीजिये कुछ मुहावरे वगैरा हो जाएँ:
रब्बा दे मुरब्बा
रब्ब रब्ब करना (किसी की मांग को ठुकराते वक्त बोला जाता है.)
रब्ब दी मार वगना (किये जुल्म की सजा मिलना)
रब्ब दे मांह पुटना (निज्जी आफत आने पर बोला जाता है)
रब्ब दी सहूँ
रब्ब राखा
रब्ब गंजे को नहूँ (नाख़ून) न दे
रब्ब देण ते आए ताँ छत पाड़ के देन्दा है
रब्ब नेड़े कि घसुन (जोरावरों से सबी डरते हैं)
रब्ब ने दितियाँ गाजरां, विचे रंबा रख (जब कोई मौके का खूब फायदा उठाये)
रब्ब ने बनाई जोड़ी, इक्क अन्ना इक्क कोहडी
रब्ब तत्ती वा ना लाये
'मुरब्बी'* बजा आप फरमा गए, [*गुरु]
मुलाक़ात भी 'रब' से करवा गए,
'मुरब्बा' भी खाया बड़े शौक़ से,
'पचौले'* की टेबल भी पढ़वा गए. *[पांच पचौल पच्चीस]
aaj se pahle murabba naam se khane ka murabba hi dhyan me aata tha .
bahut badhiya post .
Square और चौरस टुकड़े के अर्थों वाला मुरब्बा अरबी शब्द 'अरबा' से बना है जिस का अर्थ चार होता है. ऐसा मैंने पढ़ा है.
Post a Comment