Friday, October 12, 2007

रघुकुलतिलक सुजन सुखदाता....

तिल के अर्थविस्तार पर कुछ चर्चा और बाकी है । किसी गोल चिह्न या आकृति अथवा अल्प परिमाण का भाव भी तिल शब्द में निहित है। संस्कृत का तिलकः शब्द इससे ही बना है जो हिन्दी में तिलक के रूप में खूब व्यवहार में आता है और आमतौर पर चंदन, रोली आदि से बने टीके के रूप में इस्तेमाल करते हैं। यूं सुंदर फूलों के एक वृक्ष का नाम भी तिलकः है जो वसंत में पुष्पित होता है । शरीर पर बने चिह्न यानी मस्से की ही तरह तिलकः का भी एक अर्थ शरीर पर पड़े चकत्ते या ऐसा ही चिह्न है जाहिर है यह भी तिल का विस्तार है ।
तिलक एक शोभाकार चिह्न है जो प्रायः मस्तक पर बनाया
जाता है । धार्मिक संहिताओं में चंदन की लकड़ी को घिस कर बने लेप से मस्तक पर मंगलकारी चिह्न बनाने का प्रावधान है मगर अक्षत् , रोली , हल्दी व अन्य रंगों के लेप भी मस्तक पर लगाने की परम्परा रही है और इसे ही तिलक कहा गया है । तिलक को स्त्री-पुरूष या अन्य कोई भी अपने ललाट पर धारण कर सकता है। इसीलिए माथे के लिए संस्कृत में तिलकाश्रयः जैसा शब्द भी है अर्थात जहां तिलक को आश्रय मिले अर्थात मस्तक ।
तिलक शब्द का प्रयोग पूज्य, प्रमुख या श्रेष्ठ के अर्थ में सम्मान देने के लिए भी होता है जैसे रघुकुलतिलक । आमतौर पर ऱघुकुलतिलक की उपमा भगवान राम के लिए कही जाती है।
रामचरित मानस में कई जगह राम के लिए यह शब्द आया है ।
रघुकुलतिलक सुजन सुखदाता । आयउ कुसल देव मुनि त्राता ।।

तिलक शब्द के सम्मान वाले भाव के चलते ही मराठीभाषियो में एक उपनाम तिलक भी है। बालगंगाधर तिलक के नाम में भी यह शामिल है। राजतिलक जैसे शब्द में भी इसकी मौजूदगी में भी सम्मान प्रतिष्ठा का यही भाव है। विवाह संस्कार से संबंधित एक प्रमुख रस्म भी तिलक कहलाती है क्योंकि इसमें विवाह से पूर्व वर को वधुपक्ष की ओर से माथे पर तिलक लगा कर आदर-मान दिया जाता है और कुछ भेंट भी दी जाती है। तिलक आज भारत की सांस्कृतिक पहचान बन चुका है और सम्मान देने के लिए माथे पर टीका लगाने की परम्परा रोजमर्रा में निबाही जाती ही है, देशी-विदेशी अतिथियों और अन्य महानुभावों को सम्मानित करने के लिए सरकारी आयोजनों तक में इसे देखा जा सकता है । हमारी संस्कारशीलता की इससे बड़ी मिसाल क्या होगी कि पालतू पशुओं खासकर गोवंश के माथे पर भी सम्मानसूचक तिलक लगाया जाता है। ये अलग बात है कि रस्म अदायगी के बाद ये तिलकधारी पशु भी खूब खदेड़े जाते हैं।

2 कमेंट्स:

अनूप शुक्ल said...

अच्छा है आपका शब्दतिलक!

Sanjeet Tripathi said...

बढ़िया जानकारी , शुक्रिया!!

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