Monday, March 10, 2008

अंटी में छुपाओ तो भी अंटी खाली [ जेब- 4]

पैसे रखने के लिए जेब, खीसा, बटुआ, पॉकिट जैसे शब्दों के अतिरिक्त कुछ और भी शब्द प्रचलित हैं। हिन्दी में अंटी शब्द का प्रयोग भी इसी अर्थ में होता है। अंटी ढीली करना, अंटी गर्म करना , अंटी में छुपाना जैसे मुहावरों में इसका प्रयोग अक्सर बोला-सुना जाता है।
अंटी शब्द भी हिन्दुस्तान की ठेठ देशी पोशाक धोती से जुड़ा है। धोती की तह में रुपए छुपा कर रखने का चलन पुराने ज़माने में रहा है। इस तह को ही कहते हैं अंटी। गौर करें कि धोती एक हिस्सें में सिक्के या रुपए को रख कर कपड़े को मोड़ कर , तह कर छुपा लिया जाता है और फिर कमरबंद में खोंस लिया जाता है। किसी कपड़े में तह डालने , या सिलवटें पड़ने को आंट पड़ना या आंट डालना कहते हैं। मराठी में माथे पर पड़े बल या सिलवट को भी आंठ कहते हैं। ये सभी शब्द मूल रूप से बने हैं संस्कृत की 'वृ' धातु से जिसमें बल देने, छुपाने, घुमाने आदि के भाव शामिल है । गौर करें कि गोलाकार के लिए वृत्त शब्द है। तह करने की प्रक्रिया भी कपड़े को एक सिरे से घुमाकर ही सम्पन्न होती है। जब कोई वस्तु मोड़ी जाती है तो उसका भीतरी हिस्सा अनायास ही छुप जाता है। आवरण भी किसी वस्तु को छुपाने का ही काम करता है । इसमें भी 'वृ' धातु है। आंट या अंटी बना है आवृत या आवृत्ति से । वैसे दो उंगलियों के बीच गांठ की वजह से बनी खाली जगह को भी अंटी कहते हैं। जादूगर, बाजीगर अक्सर कुछ छुपाने के लिए इस जगह का उपयोग ट्रिक्स में करते हैं।

छुपाने वाला भाव ही अंग्रेजी के पर्स शब्द की व्युत्पत्ति में भी प्रमुख है। पर्स शब्द हिन्दी में बटुए से ज्यादा प्रचलित है। पर्स बना है ग्रीक भाषा के byrsa शब्द से जिसका अर्थ था छुपाना, छुपाया हुआ। इसका लैटिन रूप भी यही रहा। फ्रेंच में इसका रूप है bourse . मध्यकालीन लैटिन में इसका रूप हुआ bursa जिसने ओल्ड इंग्लिश में pursa होते हुए पर्स का रूप ले लिया। पर्स शब्द महिलाओं और पुरूषों–दोनो के बटुए के तौर पर इस्तेमाल होता है। वनस्पतिशास्त्री पंकज अवधिया ने एक बहुत महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई है । लैटिन शब्द बर्सा से एक वनस्पति Capsella bursa-pastoris का नाम भी जुड़ा है। इसके फल चरवाहो द्वारा उपयोग किये जाने वाले पर्स की तरह होते है इसलिये इसका नाम Shepherd's purse पड गया।

9 कमेंट्स:

Ghost Buster said...

बढ़िया जानकारी. अंटी में बाँध ली है.

Pankaj Oudhia said...

आपके बर्सा से एक वनस्पति Capsella bursa-pastoris की याद आ गयी। इसके फल चरवाहो द्वारा उपयोग किये जाने वाले पर्स की तरह होते है इसलिये इसका नाम Shepherd's purse पड गया।

परमजीत सिहँ बाली said...

अच्छी जानकारी दी है।आभार।

Udan Tashtari said...

अंटी ज्ञान अंटी में बाँध कर धर लिये हैं..साथ ही आपके लिये आभार भी अंटी में ही धरे हैं. :)

दिनेशराय द्विवेदी said...

अजित भाई। आप की अंटी में बहुत कुछ है। बस ढीली करते रहिए। रोज थोड़ी-थोड़ी।

Dr. Chandra Kumar Jain said...

kamal hai ajit ji,
CHUPANE KI CHIJON KO BHI KHOLKAR BATANE KA AAPKA ANDAAZ BEMISAL RAHA...JI KARTA HAI ISE ANTI MEIN RAKH LUN...AABHAR.

काकेश said...

बढिया लगा यह भी.

Sanjeet Tripathi said...

अंटी हो गरम तब आए हर चीज का मजा ;)

Sanjay Karere said...

अंटी वाली बात अच्‍छी लगी

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