अरबी में एक शब्द है सफ्फा जिसका मतलब है कतार, पंक्ति। इसका एक अर्थ पैगंबर साहब के घर का आंगन या बरामदा भी है जहां उनसे ज्ञानचर्चा करने के लिए विद्वान जुटते थे । इसी तरह सलाह लेने आनेवाले भी वहां कतार लगाकर बैठते थे। इन लोगों को ही सूफी कहा गया। कतार या पंक्ति पर गौर करें तो न सिर्फ लंबाई का बोध होता है बल्कि एक सीध या सरलता का भी बोध होता है।
हिन्दी उर्दू और फारसी का प्रचलित शब्द सफर भी इसी कड़ी में आता है। सामान्य अर्थ में सफर यात्रा है मगर यूं देखें तो सफर भी एक कतार है। पहले यात्रा अथवा पर्यटन समूह में हुआ करती थीं जिन्हें काफिला कहते थे। ये काफिले दरअसल कतार ही होते थे। दरअसल सफर शुरू से ज्ञान का ज़रिया रहा है। सूफी भी कहां एक जगह बैठते हैं ? हमेशा सफर में ही रहते हैं । कभी ज़मीनी सफर तो कभी रूहानी सफर । सफ्फा का एक अर्थ हुआ सीधा, सच्चा रास्ता। सूफी की एक व्याख्या यह भी है कि सूफी एकेश्वरवादी थे और ईश्वरप्राप्ति का सीधा रास्ता प्रेम में खुद को बिसरा देना ही मानते थे।
सफ्फा शब्द मूलतः सीरियाई ज़बान (आरमेइक) का है जहां इसका रूप है सिप्पेटा। यहां से हिब्रू में सिप्पा हुआ और फिर अरबी में बना सफ्फा। कतार से बैठने की वजह से ही सफ्फा का मतलब हुआ चटाई या बिछायत।
इसी तरह एक शब्द है तसव्वुफ । इस शब्द के मायने होते हैं सांसारिकता से विरक्ति, दुनिया से परहेज, बह्मवाद, एकेश्वरवाद, ज्ञानमार्ग। इन्ही सब अर्थों में
तसव्वुफ को सूफीदर्शन का पर्याय मान लिया गया है और सूफी शब्द की उत्पत्ति का एक आधार भी इसे समझा जाता है।
एक अन्य शब्द है सुफह जिसका मतलब होता है चक्रवात या हवा का तेज गति से घूमना। गौर करे कि सूफी दरवेश प्रायः एकचित्त बैठने के बाद उठकर घूमने लगते हैं इस अवस्था को ‘हाल’ कहते हैं। तुर्की के दरवेशों के गोल-गोल घूमने की इसी प्रक्रिया को कला में शामिल कर लिया गया है । इस सूफी नृत्य को सेमा कहते है। सूफी शब्द से इसका रिश्ता जोड़ने की दार्शनिक व्याख्या यह है कि गोल गोल घूमकर भक्त अपनी खुदी को भूलकर ईश्वर से एकात्म होता चला जाता है इसीलिए वही सूफी है।
Monday, October 1, 2007
सफर में सूफी, कभी ज़मीनी तो कभी रूहानी
प्रस्तुतकर्ता अजित वडनेरकर पर 3:25 AM
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2 कमेंट्स:
मैं अपने सोफ़े पर बैठा सूफ़ी हूँ, यह तो मुझे पता ही नहीं था.
शानदार है.
भैया यह अंग्रेजी वाला सफर (suffer) भी सफर से निकला है क्या. तभी हमें सफर पर जाते कष्ट होता है.
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