Thursday, March 18, 2010

तूफान, बंवडर और चक्रवात

Sea-Spray

तू फान हिन्दी का आम शब्द है। तेज हवा या चक्रवात के लिए इसका इस्तेमाल होता है। पारिभाषिक रूप में समुद्री सतह पर तेज बारिश के साथ चलनेवाले तेज अंधड़ को तूफान कहते हैं मगर हिन्दी में इस शब्द का साधारणीकरण और सरलीकरण दोनो हुआ है। तूफान शब्द का इस्तेमाल अब जमीन की सतह से उठने वाली धूल भरी आंधी के लिए भी होता है। तेज हवा और वर्षा का वेगवान स्वरूप सब कुछ तहस नहस कर देता है इसलिए मुहावरे के रूप में तूफान शब्द का अर्थ विपत्ति, आफ़त, गुलगपाड़ा, बखेड़ा, झगड़ा, विप्लव आदि भी है। शोर-गुल, हल्ला-गुल्ला के लिए भी तूफान शब्द का इस्तेमाल होता है और झूठे दोषारोपण से मचे बवाल को भी तूफान कहा जाता है। भारतीय रेलवे ने छठे दशक में दिल्ली से हावड़ा के बीच एक खास ट्रेन चलाई थी जिसका नाम था तूफान मेल। सत्तर के दशक में अपने बचपन में उसके चर्चे सुनते थे। बाद में तेजरफ्तार, हड़बड़ी में रहनेवाले और भागते दौड़ते काम को अंजाम देने वाले व्यक्ति की सिफत बताने के लिए तूफानमेल मुहावरा ही चल पड़ा था। आशिक या माशूक के लिए भी तूफाने हमदम शब्द का प्रयोग उर्दू मे होता है। तूफान शब्द की आमद हिन्दी में बरास्ता फारसी, अरबी से हुई है। वैसे यह सेमिटिक भाषा परिवार का भी नहीं है। तूफान की व्युत्पत्ति के पीछे दो तरह के आधार मिलते हैं। पहला आधार इसे ग्रीक मूल का सिद्ध करता है और दूसरा चीनी मूल का।
ग्रीक पुराकथाओं का एक प्रसिद्ध चरित्र है टाईफोन typhoon जो प्रकृति की देवी जिया Gaia और ग्रीक मान्यता के अनुसार सृष्टि रचना के शुरुआती देवताओं में एक टार्टरस Tartarus की संतान था। टाईफोन को प्रचंड हवा का जन्मदाता माना जाता है। यह विशालकाय था जिसके सिर पर एक सहस्त्र नागों के फन थे, जिनकी फुंफकारों से तेज हवाएं चलती थी। इसकी आंखे आग उगलती थीं। इसके विभिन्न रूप मिलते हैं जैसे प्राचीन ग्रीक में टाईफियस, टाईफोस या टूफोस जैसे संदर्भ भी मिलते हैं। पौराणिक संदर्भों से ग्रीक में टुफोस, टाईफोन, टाइफस जैसे शब्दों में धुआं, धुंध, तेज हवा, चक्रवात जैसे भाव भी शामिल हुए। टाइफस के धूम्र जैसे अर्थ की तुलना भाषाविज्ञानी संस्कृत के धूपः शब्द से करते हैं जिसका अर्थ भी धुंआं होता है। ये सभी शब्द भारोपीय भाषा परिवार के हैं। लैटिन के टाईफोन शब्द को प्रचंड चक्रवाती हवा के रूप में नई अर्थवत्ता मिली और यह अंग्रेजी में दाखिल हुआ। गौरतलब है कि अंग्रेजी का टाईफून शब्द चक्रवात, अंधड़ या बवंडर के अर्थ में प्रचलित है।
सेंचुरी डिक्शनरी के मुताबिक अंग्रेजी का टाईफून पुर्तगाली शब्द सम्पदा से आया है, जहां इसका रूप है तुफाओ tufao. पुर्तगाली भाषा में इस शब्द की आमद अरबी से मानी जाती है। अरबी, फारसी और हिन्दी में समान भाव से चक्रवाती हवाओं के लिए तूफान शब्द प्रचलित रहा है। दिलचस्प है कि प्राचीन ग्रीक पुराकथाओं की तरह ही मिस्र की प्राचीन कथाओं में भी टाईफोस का उल्लेख है। आमतौर पर यह माना जाता है कि अरबी, फारसी, उर्दू, हिन्दी का तूफान शब्द ग्रीक मूल का है। प्राचीन ग्रीस से यह मिस्र में आया और वहां से यह अरबी शब्दसंपदा में शामिल हुआ। तेज हवा जब भी चलती है, वह भंवर बनाती है। जल या वायु के तेज प्रवाह में ऐसा होता है। चक्रवाती हवा के इस चरित्र को देखते हुए विद्वान तूफान

... मुहावरे के रूप में उथलपुथल जैसी स्थितियों के लिए बवंडर शब्द का प्रयोग होता है।  हिन्दी की कुछ लोक शैलियों में इसे बवँड़ा भी कहाजाता है। बौराना की तर्ज पर बवँड़ियाना शब्द भी लोकभाषा में है।  हमें तो तूफाने हमदम की तर्ज पर दिल में तूफान मचा देने वाले आशिक माशूक के लिए बवँड़ा और बवँड़ी शब्द रुच रहा है। आपकी क्या राय है? कॉइन करें?... tornado

शब्द का रिश्ता सेमिटिक धातु ताफा tafa से जोड़ते हैं जिसमें घूमने, मुड़ने, चक्कर लगाने का भाव है। इस्लामी चिन्तन के दायरे में Tawaaf तवाफ का महत्व है जिसका रिश्ता इसी ताफा से है। तवाफ़ यानी प्रदक्षिणा, परिक्रमा। इसमें किसी बिन्दु से शुरू कर फिर उसी स्थान पर लौटने का भाव है। यह क्रिया बारम्बार दोहराई जाती है। इसके पीछे चेतना को एकाग्र कर ज्ञान प्राप्ति की सोच है। दरअसल प्रदक्षिणा चिन्तन का स्थूल रूप है और आत्ममंथन सूक्ष्म रूप। प्रदक्षिणा के जरिये एकाग्र होने की प्रक्रिया सम्पन्न होती है और आत्ममंथन से ज्ञान रूपी सार प्राप्त होता है।
तूफान के साथ चीनी भाषा का रिश्ता भी है। चीनी भाषा में तूफान को ताई फंग t'ai fung कहते हैं जिसका अर्थ है प्रचड, वेगवान हवा। चीनी भाषा में तू-ता-ताई-ताओ जैसे शब्दों में महानता का भाव है। इसी तरह फंग, फेंग या फैंग का अर्थ है वायु। कैंटनी ज़बान में इसका रूप फोंग है। ताईफोंग के तूफान में रूपांतर की कल्पना आसान और दिलचस्प है। खासतौर पर तब, जब अर्थ चक्रवाती हवा ही हो। कुछ संदर्भ बताते हैं कि ताईफंग का अर्थ दरअसल पूर्वी चक्रवाती हवाएं हैं जिसका अभिप्राय फारमोसा क्षेत्र से आन वाली हवा है। गौरतलब है कि ताईवान इसी क्षेत्र में आता है और ताई से तात्पर्य ताईवान से ही है। यूं चीनी समाज में इसके पाओ फंग, दाओ फंग या तूफोंग जैस रूप भी मिलते हैं। अर्थ साम्य या ध्वनिसाम्य के बावजूद यह कहना मुश्किल है कि भारत से लेकर पश्चिम एशिया में प्रचलित तूफान शब्द चीन के भाषाई आधार से उठ कर अरबी, फारसी और हिन्दी में समाया होगा, क्योंकि इसका यह उच्चारण इसी क्षेत्र में प्रचलित है। ग्रीक भाषाई आधार से बरास्ता मिस्र होते हुए अरबी भाषा में समाने की कल्पना कहीं आसान है। टाइफून का तूफान में बदलना सहज है बनिस्बत ताईफंग के। फिर भी एक ही अर्थ में दो सुदूर स्थित दो क्षेत्रों में ध्वनि और अर्थसाम्य रखनेवाले दो शब्दों से तूफान शब्द की अर्थवत्ता और इसका दायरा बढ़ा ही है।
प्रचंड, तेज वायु के लिए हिन्दी में चक्रवात और बवंडर जैसे शब्द भी प्रचलित हैं। चक्रवात शब्द से जाहिर है कि यह चक्र + वात से बना है अर्थात तेज गति से घूमती हुई हवा यानी तूफान। चक्रवात में तेज भंवर बनता है जो आसमान में धूल के बगूले उठाता है। इसे ही अंधड़ भी कहते हैं जो बना है  अन्ध् धातु से जिसमें गहरापन, कालापन, अन्धता, दिखाई न पड़ना, तमस आदि भाव है। अंधड़ बना है अंध+ड़ (प्रत्यय) से। जिसका अर्थ है धूल भरी तेज हवा।  आंधी भी इसी मूल से उपजा शब्द है जिसमें तेज रफ्तार हवा से उड़ते धूलकणों की वजह से कुछ दिखाई नही पड़ता है। हिन्दी में आंधी-तूफान शब्द युग्म का प्रयोग भी आम है। इसका प्रयोग जल्दबाजी या हड़बड़ी दिखाने के अर्थ में मुहावरे की तरह भी होता है।
सी कड़ी में आता है बवंडर जिसका अर्थ तेज हवा का वह तेज स्वरूप है जिसमें भंवर सा बनता है और धूल का गुबार आसमान पर छा जाता है। जॉन प्लैट्स के कोश में बवंडर का उद्गम वात + मंडल से माना गया है जबकि हिन्दी शब्दसागर में इसे वायु + मंडल से उत्पन्न बताया गया है। वात और वायु दोनों का अर्थ एक ही है। इन दोनों शब्दों की व्युत्पत्ति संस्कृत की वा धातु से हुई है जिसका अर्थ है हवा का चलना, शीतल करना, खिलना, ठंडा करना, हिलना-डुलना, जाना, चलना आदि। मंडल में गोल घूमना या चक्रगति का भाव स्पष्ट है। गौर करें हवा के शीतलता, गतिमानता जैसे प्रमुख गुण इन अर्थों में स्पष्ट हो रहे हैं। इससे बने वायु शब्द का अर्थ है हवा, पवन, वायुदेवता आदि। इसी तरह वात शब्द का अर्थ भी वायु है। मुझे लगता है वात + मंडल से बवंडर की व्युत्पत्ति हुई होगी। वातुल / वातुला से ही बना है बावला या बावरा जैसा शब्द। अर्थात जो अपनी धुन में फिरता है। बंगाल का प्रसिद्ध भक्त सम्प्रदाय बाउल, इसी वातुल से संबंधित है। गौर करें दिमागी बीमारी के संदर्भ में अक्सर बाहरी हवा लगने की बात कही जाती है। शरीर के प्रमुख दोषों में वायु दोष भी एक है। बहरहाल, वातमडंल > वाअंडल > बवंडर इस क्रम में यह शब्द बना होगा। वा से ही एक अन्य शब्द बना है वः जिसमें वायु, पवन, वात, वरुण, समुद्र जैसे भाव हैं। वः (अर्थात वह्) शब्द से ही वर्ण विपर्यय के जरिये हिन्दी का हवा शब्द बना है। इसके अलावा बहाव, बहना जैसे देशज रूप भी इसी मूल से निकले हैं। मुहावरे के रूप में उथलपुथल जैसी स्थितियों के लिए बवंडर शब्द का प्रयोग होता है। हिन्दी की कुछ शैलियों मे इसे बवँड़ा भी कहाजाता है। बौराना की तर्ज पर बवंड़ियाना शब्द भी लोकभाषा में है। 

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6 कमेंट्स:

Udan Tashtari said...

बौराना की तर्ज पर बवंड़ियाना शब्द-बवंड़ियाना शब्द ही पहली बार जाना आज!

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

हमारे संकुचित ज्ञान में कुछ तो वृद्धि हुई!
शब्दों के सफर का यह पड़ाव भी सुन्दर रहा!

दिनेशराय द्विवेदी said...

इस मौसम में जब हवा अचानक गर्म होकर घूमने लगती है उस के साथ धूल और छोटा कचरा भी घूमने लगता है। हम स्थानीय भाषा में उसे बरबूळ्या कहते हैं। इस का इन शब्दों से कहीं कोई संबंध?

Pramendra Pratap Singh said...

आपके ब्‍लाग पर आने पर निश्चित रूप से कुछ नया ही मिलता है।

Mansoor ali Hashmi said...

हमदम भी तो तूफान उठा देते है,
क्या खूब मोहब्बत में सज़ा देते है,
'चक्कर' जो मियाँ का कोई मालूम हुआ,
बेचारे की 'वो' ''वाट'' लगा देते है.

-mansoor ali hashmi

http://aatm-manthan.com

RDS said...

वडनेरकर जी,

बेटा तकरीबन 4 या 5 साल का रहा होगा । पश्चिम बंगाल की यात्रा के दौरान तूफानी हवाओं का ज़िक्र निकला । बेटे ने कार्टूनी चेनलों से प्रभावित एक बाल सुलभ प्रश्न पूछा ।

“ पापा, अगर बवंडर और भँवर मे आपस में लडाई हो जाये तो कौन जीतेगा ?”

आज उक्त प्रसंग फिर याद आया इसलिये अनुरोध है कि भँवर शब्द के उदगम पर भी कुछ बताएँ ।

- RDS

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